कार की छोटी खराबी पर 15 हजार का बिल! सिर्फ 10 रुपए में ठीक हो सकती है समस्या; जानें कैसे
आजकल कार मालिकों को छोटी-सी खराबी पर भी वर्कशॉप में 10 हजार से 15 हजार रुपए तक का बिल पकड़ा दिया जाता है, जबकि कई बार समस्या सिर्फ 10 रुपए की वायरिंग टेप से ठीक की जा सकती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार जानकारी की कमी सबसे बड़ी वजह है, जिससे 90 फीसदी नुकसान होता है. चूहों द्वारा काटी गई वायर अधिकांश मामलों में असली कारण होती है.
Car repair tips: आजकल कार चलाने वालों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि छोटी-सी खराबी के लिए भी वर्कशॉप में 10 हजार से 15 हजार रुपए तक का बिल पकड़ा दिया जाता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कई बार ऐसी समस्याएं बेहद मामूली होती हैं और उन्हें केवल 10 रुपए की वायरिंग टेप से ठीक किया जा सकता है. असली समस्या जानकारी की कमी है. जब कार मालिक को यह पता ही नहीं चलता कि खराबी बड़ी है या छोटी, तब वे सीधे वर्कशॉप पहुंच जाते हैं और अनावश्यक रूप से हजारों रुपए खर्च कर देते हैं. सही जानकारी न होने की वजह से 90 फीसदी नुकसान इसी तरह होता है.
जानकारी की कमी सबसे बड़ी वजह
कार तकनीक पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट लगातार यह सलाह देते रहे हैं कि वाहन मालिकों को कम से कम बेसिक लेवल की जानकारी जरूर होनी चाहिए. उनका कहना है कि “हमारा 90 फीसदी नुकसान तब होता है जब या तो हमे गलत जानकारी होती है या बिल्कुल भी जानकारी नहीं होती.”
कार मेकेनिक्स अक्सर छोटी परेशानी को भी बड़ी खराबी बताकर भारी बिल तैयार कर देते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि आप जानकारी कहीं से भी लें, लेकिन सही और विश्वसनीय जानकारी लें. एक गलत सलाह आपकी अच्छी-खासी कार को कबाडा बना सकती है और जेब पर भारी बोझ डाल सकती है.
सबसे पहले यह चेक करें
कई कार मालिकों की शिकायत होती है कि अचानक माइलेज गिर गया, पिक-अप कमजोर हो गया या इंजन की वार्निंग लाइट जल गई. सामान्य तौर पर लोग इसे बड़ी खराबी समझकर सीधे वर्कशॉप पहुंच जाते हैं. लेकिन एक्सपर्ट्स के अनुसार हर बार ऐसा जरूरी नहीं कि कार में कोई गंभीर दिक्कत हो.
सबसे पहले ऑक्सीजन सेंसर की वायर की जांच करनी चाहिए. चूहों द्वारा कुतरी गई वायरिंग इन समस्याओं की सबसे आम वजह होती है. और अगर समस्या सिर्फ एक टूटी हुई वायर की है, तो इसे 10 रुपए की वायरिंग टेप से ठीक किया जा सकता है, जबकि वर्कशॉप यही काम 10 हजार से 15 हजार रुपए में कर देती है.
ऑक्सीजन सेंसर की वायर
ऑक्सीजन सेंसर कार के इंजन और फ्यूल सिस्टम का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. इसकी वायरिंग हल्की सी भी कट जाए तो गाड़ी का माइलेज तुरंत कम हो जाता है, पिक-अप गिर जाता है और इंजन की चेतावनी लाइट जल उठती है. विशेषज्ञ बताते हैं कि चूहे अक्सर कार की बोनट के अंदर घुसकर वायर काट देते हैं. इसलिए किसी भी बड़ी मरम्मत से पहले जरूर जांचें कि सेंसर की वायरिंग सही है या नहीं.
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