अडानी ग्रुप का बड़ा एविएशन दांव, अगले 5 साल में एयरपोर्ट बिजनेस में ₹1 लाख करोड़ का निवेश!

Adani Group अगले पांच वर्षों में अपने एयरपोर्ट बिजनेस में करीब ₹1 लाख करोड़ का निवेश करेगा. यह जानकारी Jeet Adani ने दी, जो Adani Airports के डायरेक्टर और उद्योगपति Gautam Adani के छोटे बेटे हैं. उनका कहना है कि भारत का एविएशन सेक्टर आने वाले 10–15 साल तक हर साल 15–16 प्रतिशत की दर से बढ़ सकता है.

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Adani Group: भारत का एविएशन सेक्टर तेजी से उड़ान भर रहा है. इस रफ्तार को और तेज करने की तैयारी में है Adani Group. आने वाले पांच सालों में एयरपोर्ट कारोबार में ₹1 लाख करोड़ के भारी निवेश की घोषणा के साथ समूह ने साफ संकेत दे दिया है कि वह भारत के हवाई इंफ्रास्ट्रक्चर में सबसे बड़ा खिलाड़ी बना रहना चाहता है. इस रणनीति के केंद्र में है देश की बढ़ती हवाई यात्रा मांग, कम प्रति व्यक्ति हवाई सफर और आने वाले वर्षों में लगातार दो अंकों की ग्रोथ की संभावना.

नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के कमर्शियल ऑपरेशन की शुरुआत से ठीक पहले यह ऐलान ऐसे समय आया है, जब मुंबई जैसे महानगरों के एयरपोर्ट पहले से ही क्षमता की कमी से जूझ रहे हैं. Adani Group न सिर्फ नए एयरपोर्ट्स पर दांव लगा रहा है, बल्कि भविष्य की प्राइवेटाइजेशन प्रक्रिया में भी आक्रामक बोली लगाने के मूड में है.

₹1 लाख करोड़ का बड़ा दांव

PTI के हवासे से Adani Group अगले पांच वर्षों में अपने एयरपोर्ट बिजनेस में करीब ₹1 लाख करोड़ का निवेश करेगा. यह जानकारी Jeet Adani ने दी, जो Adani Airports के डायरेक्टर और उद्योगपति Gautam Adani के छोटे बेटे हैं. उनका कहना है कि भारत का एविएशन सेक्टर आने वाले 10–15 साल तक हर साल 15–16 प्रतिशत की दर से बढ़ सकता है. इसी भरोसे के साथ समूह एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा निवेश कर रहा है.

नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से राहत

25 दिसंबर से Navi Mumbai International Airport के कमर्शियल ऑपरेशन शुरू होने जा रहे हैं. यह एयरपोर्ट Navi Mumbai International Airport Ltd (NMIAL) द्वारा विकसित किया गया है, जिसमें Adani Group की 74 प्रतिशत हिस्सेदारी है. पहले चरण में करीब ₹19,650 करोड़ की लागत से बने इस एयरपोर्ट की सालाना क्षमता 2 करोड़ यात्रियों की होगी, जिसे भविष्य में बढ़ाकर 9 करोड़ यात्रियों तक ले जाने की योजना है. इससे मुंबई के मौजूदा Chhatrapati Shivaji Maharaj International Airport पर पड़ने वाला दबाव काफी हद तक कम होगा.

भारत में सबसे बड़ा एयरपोर्ट ऑपरेटर

Adani Group के पास मुंबई (दो एयरपोर्ट), अहमदाबाद, लखनऊ, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम, जयपुर और मंगलुरु समेत कुल आठ एयरपोर्ट्स का संचालन है. इसके एयरपोर्ट आर्म Adani Airport Holdings Ltd के जरिए देश के करीब 23 प्रतिशत यात्री यातायात और लगभग 33 प्रतिशत कार्गो ट्रैफिक को संभाला जाता है. इससे Adani Group भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर ऑपरेटर बन चुका है.

अगली प्राइवेटाइजेशन राउंड में आक्रामक बोली

Jeet Adani ने साफ कहा कि Adani Group अगली एयरपोर्ट प्राइवेटाइजेशन प्रक्रिया में बेहद आक्रामक रहेगा. सिविल एविएशन मंत्रालय ने 11 एयरपोर्ट्स को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत लाने की पहचान की है. उनका मानना है कि भारत में प्रति व्यक्ति हवाई यात्रा अभी भी चीन जैसे देशों से काफी कम है. जैसे-जैसे यह बढ़ेगी, पूरे सेक्टर को कई गुना विस्तार करना होगा.

सिर्फ रनवे नहीं, पूरा इकोसिस्टम

Adani Group अब एयरपोर्ट को सिर्फ उड़ान भरने की जगह नहीं, बल्कि एक बिजनेस हब के रूप में विकसित कर रहा है. इसके तहत नॉन-एरोनॉटिकल रेवेन्यू, रिटेल, सिटी-साइड डेवलपमेंट, मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ओवरहॉल (MRO) और फ्लाइट सिमुलेशन ट्रेनिंग जैसे क्षेत्रों पर भी फोकस किया जा रहा है. समूह का मानना है कि भारत के एविएशन सेक्टर की उड़ान अभी लंबी है और आने वाले दशक में यह निवेश कई गुना रिटर्न दे सकता है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.

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