Balaji Wafers में निवेश करेगी ये अमेरिकी इक्विटी फर्म! ₹2500 करोड़ में 7% हिस्सेदारी खरीदने पर बनी सहमति
अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म General Atlantic जल्द ही बालाजी वेफर्स Balaji Wafers में 7 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने जा रही है. पहले, बालाजी वेफर्स लगभग 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही थी, जिससे कंपनी की वैल्यू करीब 40000 करोड़ रुपये आंकी जा रही थी. इस डील में कई बड़ी कंपनियां दिलचस्पी दिखा चुकी थीं. लेकिन बातचीत ऊंची वैल्यूएशन मांग के कारण फाइनल नहीं हो पाई.
Balaji Wafers: अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म General Atlantic जल्द ही बालाजी वेफर्स Balaji Wafers में 7 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने जा रही है. इस डील की कीमत करीब 2500 करोड़ रुपये बताई जा रही है, जिससे कंपनी की कुल वैल्यू करीब 35000 करोड़ रुपये (लगभग $4 अरब) आंकी गई है. ET के मुताबिक, बालाजी वेफर्स के MD चंदूभाई विरानी ने भी इस डील की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, “हमारी तरफ से डील लगभग तय हो चुका है, बस कागजी प्रक्रिया बाकी है”. विरानी ने कहा कि वे आगे किसी और हिस्सेदारी को बेचने का इरादा नहीं रखते. भविष्य में कंपनी IPO लाने पर विचार कर सकती है.
हाई वैल्यूएशन के चलते नहीं हो पाई थी डील
पहले, बालाजी वेफर्स लगभग 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही थी, जिससे कंपनी की वैल्यू करीब 40000 करोड़ रुपये आंकी जा रही थी. इस डील में कई बड़ी कंपनियां दिलचस्पी दिखा चुकी थीं. इनमें जनरल मिल्स, पेप्सीको, ITC, और प्राइवेट इक्विटी फर्म्स केदारा, TPG, और टेमासेक शामिल थीं. लेकिन बातचीत ऊंची वैल्यूएशन मांग के कारण फाइनल नहीं हो पाई. सूत्रों के मुताबिक, “केदारा इस डील के लिए सबसे आगे थी, लेकिन जनरल अटलांटिक ने 7-10 फीसदी बेहतर ऑफर दिया.”
स्नैक मार्केट में तीसरे नंबर पर है बालाजी वेफर्स
बालाजी वेफर्स की कहानी बहुत दिलचस्प है. कंपनी की शुरुआत साल 1982 में चंदूभाई विरानी ने राजकोट के एक सिनेमा हॉल में स्नैक्स और सैंडविच बेचकर की थी. आज कंपनी भारत के स्नैक मार्केट में तीसरे नंबर पर है. पिछले वित्त वर्ष में बालाजी वेफर्स ने करीब 6500 करोड़ रुपये की बिक्री और लगभग 1000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया. कंपनी गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे राज्यों में मजबूत उपस्थिति रखती है, जहां इसका 65 फीसदी मार्केट शेयर है. इसके मुख्य प्रोडक्ट पोटैटो चिप्स, नमकीन और भुजिया हैं.
विज्ञापन पर सिर्फ 4 फीसदी खर्च करती है कंपनी
बालाजी की सफलता का राज इसका कम खर्च और ज्यादा कुशलता वाला बिजनेस मॉडल है. जहां बाकी कंपनियां अपनी इनकम का 8-12 फीसदी विज्ञापन पर खर्च करती हैं, वहीं बालाजी सिर्फ 4 फीसदी खर्च करती है. बची हुई रकम कंपनी प्रोडक्शन क्षमता बढ़ाने और क्ववालिटी सुधारने में लगाती है. इससे बालाजी के प्रोडक्ट अच्छे क्वालिटी के और सस्ते दाम में मिलते हैं. वर्तमान में बालाजी वेफर्स के पास चार बड़े मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं. कंपनी अब इनकी संख्या दोगुनी करने की योजना बना रही है ताकि पूरे भारत में विस्तार किया जा सके.
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