Bank Merger 2.0 शुरू! वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा- देश को बड़े बैंकों की जरूरत, RBI से बात कर रही सरकार

बैंकों के मर्जर को लेकर पिछले एक महीने में तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के बाद पहली बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि सरकार इस मसले पर काम कर रही है. उन्होंने बताया कि सरकार मर्जर को लेकर RBI और तमाम बैंकों से बात कर रही है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण Image Credit: PTI

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकारी बैंकों मर्जर के दूसरे चरण की पुष्टि कर दी है. गुरुवार को उन्होंने कहा कि भारत को अब मजबूत और बड़े बैंकों की जरूरत है, जो वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें ET की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने बताया कि सरकार इस दिशा में RBI और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ चर्चा कर रही है ताकि एक अनुकूल माहौल तैयार किया जा सके जिसमें बैंक स्वतंत्र रूप से बढ़ सकें. इसके साथ ही उन्होंने कहा, “बहुत काम किया जाना बाकी है और वह काम शुरू हो चुका है. RBI और बैंकों के साथ इस पर बात चल रही है.”

PSU बैंक मर्जर पर बढ़ी हलचल

बीते कुछ हफ्तों में पब्लिक सेक्टर बैंकों के मर्जर की अटकलें तब तेज हुईं जब UAE की Emirates NBD ने भारत के निजी क्षेत्र के RBL Bank में 60% हिस्सेदारी लेने की संभावना जताई थी. सीतारमण ने कहा कि किसी भी संभावित बैंक मर्जर से पहले जरूरी है कि देश में ऐसा इकोसिस्टम तैयार हो जो बैंकों को ऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए प्रोत्साहित करे.

ग्राहकों से जुड़ाव और लोकल भाषा पर जोर

वित्त मंत्री ने पब्लिक सेक्टर बैंकों को स्थानीय भाषाओं में ग्राहकों से बेहतर संवाद की सलाह दी. उन्होंने कहा, “मैं दक्षिण से हूं, इसलिए कह सकती हूं कि भाषा ग्राहक से जुड़ने का सबसे प्रभावी तरीका है. यह सिर्फ संवाद नहीं, बल्कि शिष्टाचार का हिस्सा है.” इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बैंकों को सुनिश्चित करना चाहिए कि ब्रांच में काम करने वाला हर कर्मचारी अपने इलाके की स्थानीय भाषा समझे और बोले.

प्रक्रियाओं को सरल बनाने की जरूरत

सीतारमण ने कहा कि बैंकों को अपनी प्रक्रियाओं को ग्राहक-केंद्रित और अनुकूल बनाना होगा. उन्होंने कहा, “बैंक लोन लेने वालों पर यह जिम्मेदारी नहीं डाल सकते कि वे बार-बार कागज जमा करते रहें. प्रक्रियाएं सरल बनानी होंगी.”

AI और टेक्नोलॉजी पर चेतावनी

वित्त मंत्री ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के उपयोग पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि जहां यह प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में सहायक है, वहीं इसके दुरुपयोग के खतरे भी हैं. उन्होंने कहा, “हमें इसे रोकना नहीं है, लेकिन इसके जोखिमों को लेकर भी आंखें बंद नहीं कर लेनी हैं. इनोवेशन को प्रोत्साहित करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े जोखिमों पर सतर्क रहना जरूरी है.”

F&O ट्रेडिंग पर सरकार का रुख

रिटेल निवेशकों में फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) ट्रेडिंग के बढ़ते रुझान पर वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार लोगों को इसके खतरों के बारे में जागरूक कर सकती है, लेकिन यह तय नहीं कर सकती कि लोग अपना पैसा कहां लगाएं.