
50 का सामान 200 रुपये में क्यों? Hidden Charges से कैसे कट रही आपकी जेब
Quick Commerce यानी Blinkit, Zepto और Swiggy Instamart जैसी ऐप्स से ऑर्डर करना जितना आसान और तेज लगता है, उतना सस्ता नहीं है. आपने कभी 50-60 रुपये का कोई छोटा ऑर्डर किया और बिल 200 रुपये तक पहुंच गया? यही है क्विक कॉमर्स का छिपा हुआ जाल है. इन कंपनियों की रणनीति में छोटे ऑर्डर, बारिश/ट्रैफिक सरचार्ज, कन्वीनियंस फीस, पैकिंग चार्ज, GST, और कभी-कभी टिप की रिकमेंडेशन भी शामिल होती है. जैसे ही आप ऑर्डर की प्रक्रिया पूरी करते हैं, आपकी स्क्रीन पर जो अंतिम रकम आती है, वह आपके असली सामान की कीमत से तीन-चार गुना तक हो सकती है.
इस वीडियो में बताया गया है कि कैसे ये ऐप्स ग्राहकों की जल्दबाजी और सुविधा की चाहत को भुनाकर उनकी जेब पर असर डाल रही हैं. एक तरफ तो डिलीवरी टाइम 10-15 मिनट का वादा होता है, लेकिन दूसरी तरफ अतिरिक्त चार्जेज के जरिए ये कंपनियां भारी मुनाफा कमा रही हैं. Quick delivery की सुविधा के नाम पर हम कहीं जरूरत से ज्यादा भुगतान तो नहीं कर रहे?