Air India Plane Crash: बोइंग के ‘विमान’ बने मौत की उड़ान, अब तक 415 प्लेन क्रैश, 9000 लोगों की गई जान

Air India Boeing 787-8 Plane Crash ने एक बार फिर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एयरप्लेन मेकर कंपनी के सेफ्टी स्टैंडर्ड पर सवाल खड़े कर दिए हैं. अहमदाबाद में हादसे की वजह क्या रही, यह तो अभी जांच का विषय है. लेकिन, Boeing के विमानों में गड़बड़ी होने और हादसों के शिकार होने का लंबा इतिहास है.

विमान हादसे की प्रतीकात्मक तस्वीर Image Credit: Money9live

Boeing 787-8 Dreamliner एक वाइड बॉडी प्लेन है. इसे खासतौर पर नॉन-स्टॉप लॉन्ग डिस्टेंस फ्लाइट के लिए इस्तेमाल किया जाता है. बोइंग के दावे के मुताबिक 787-8 Dreamliner बेहद भरोसेमंद और एडवांस्ड एवियोनिक्स व सेफ्टी फीचर्स के साथ आता है, जो अपनी कैटेगरी का सबसे फ्यूल एफिशिएंट एयरप्लेन है. अहमदाबाद में हुए हादसे के बाद भारत के साथ ही ग्लोबल एविएशन सेक्टर की आखें फिर से बोइंग के विमानों से जुड़े सेफ्टी इश्यूज पर टिक गई हैं.

तकनीकी खराबी का लंबा इतिहास

बोइंग के विमानों में टेक्निकल इश्यूज का लंबा इतिहास रहा है. पिछले वर्ष ही बोइंग ने खुद 787-8 Dreamliner में फासनर से जुड़ी समस्याओं को स्वीकार किया था. बीच हवा में प्लेन के इमरजेंसी एक्जिट गेट का उखड़ना हो या बैटरी में आग लगना. बोइंग के विमानों पर कई तरह के मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट के आरोप भी लगते रहे हैं. यहां उन पांच बड़े मुद्दों को देखा जा सकता है, जिनकी वजह से पिछले कुछ वर्षों में बोइंग के तमाम प्लेन छोटे-मोटे और घातक हादसों का शिकार हुए. इन गड़बड़ियों की वजह से दुनियाभर में बोइंग के प्लेनों को ग्राउंड पर लाना पड़ा यानी उनकी उड़ानें रद्द कर दी गईं. यहां तक कि FAA यानी अमेरिका की फेडरल एविएशन अथॉरिटी ने जांच की और बोइंग को कई तरह के सुधारों के लिए कहा.

इश्यूएयरक्राफ्टनतीजा
MCAS Flaw737 MAX2 हादसे 346 मौत
Battery Fires787दुनिया में सारे विमान जमीन पर
Manufacturing Defects787, 777Xडिलीवरी में देरी, FAA ने की जांच
Door Plug Blowout737 MAX 9कई इमर्जेंसी लैंडिंग, फ्लाइट ग्राउंडेड
Autopilot/Control BugsMultipleपायलटों को कन्फ्यूजन

दो व्हिसलब्लोअर की हुई मौत

पिछले वर्ष यानी 2024 में ही बोइंग के दो कर्मचारी जॉन बर्नेट और जोसुआ डीन की मौत हो गई. BBC और WSJ की रिपोर्टों के मुताबिक दोनों ने बोइंग के विमानों में तकनीकी और क्वालिटी से जुड़े मुद्दों को उठाया था. दोनों ही कर्मचारियों की मौत के मामलों पर अमेरिका में गहरी बहस चली और परिवारों की तरफ से बोइंग की तरफ से प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया.

787-8 की सेफ्टी और क्वालिटी पर सवाल

जॉन बर्नेट बोइंग के क्वालिटी कंट्रोल मैनेजर थे. वे कंपनी में करीब 30 साल तक रहे. बर्नेट ने 787 ड्रीमलाइनर के प्रोडक्शन में सेफ्टी और क्वालिटी से जुड़े मुद्दों के बारे में चिंता जताई. उन्होंने खासतौर पर विमान के फॉल्टी ऑक्सीजन सिस्टम और नॉन-कन्फॉर्मिंग पार्ट्स की क्वालिटी पर सवाल उठाए थे. अमेरिकी एजेंसी FAA ने बर्नेट के दावों की आंशिक रूप से पुष्टि भी की थी. 787 वही, विमान है, जो अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. वहीं, क्वालिटी ऑडिटर जोसुआ डीन ने भी इसी तरह के मुद्दे उठाए थे और बर्नेट की तरह 2024 में उनकी भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई.

बोइंग के विमान हादसों में कितनी मौत?

एविएशन एक्सिडेंट लिटिगेशन मामलों में विशेषज्ञता रखने वाली अमेरिकी लॉ फर्म विस्नर बॉम ने अपनी एक रिपोर्ट में अमेरिकी सरकार के आधिकारिक आंकड़ों हवाले से दावा किया है कि एयरबस के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा विमान बनाने वाली कंपनी है. रिपोर्ट के मुताबिक बोइंग के दुनियाभर में करीब 6,000 विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं. इनमें 415 घातक दुर्घटनाएं हुई हैं, जिससे 9,000 से ज्यादा मौतें हुईं हैं.

9 फीसदी टूटे बोइंग के शेयर

अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर बोइंग ने कहा है कि उसे दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्टों की जानकारी है. फिलहाल कंपनी ज्यदा जानकारी जुटाने के लिए काम कर रही है. वहीं, प्री-मार्केट ट्रेडिंग कंपनी के शेयरों की कीमत में 9 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है. यह दुर्घटना पेरिस एयर शो शुरू होने से ठीक पहले हुई है, जो एक प्रमुख विमानन प्रदर्शनी है जहां बोइंग और यूरोपीय प्रतिद्वंद्वी एयरबस अपने विमान प्रदर्शित करेंगे.

कितना पुराना था हादसे का शिकार हुआ प्लेन?

एविएशन वीक की एक रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात में हादसे का शिकार हुआ एयर इंडिया का प्लेन AI171 VT-ANB एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था. इसे 2010 में बनाया गया था और 2014 में यह एयर इंडिया को मिला. इस तरह प्लेन 15 साल पुराना था.

कितनी होती है ड्रीमलाइनर की लाइफ?

बोइंग के मुताबिक इसके 787-8 ड्रीम लाइनर का लाइफ स्पान 20 से 30 साल तक हो सकता है. यह फ्लाइट साइकल और फ्लाइट आवर्स पर निर्भर करता है. मोटे तौर पर इस प्लेन को 44,000 फ्लाइट साइकल और 1.65 लाख घंटे की उड़ान के लिए डिजाइन किया जाता है.

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