मुकेश अंबानी से आगे निकले गौतम अडानी, इस मामले में पीछे रह गईं रिलायंस ग्रुप की कंपनियां
Adani vs Ambani: मर्जर और अधिग्रहण के जरिए देश के दिग्गज कारोबारी घराने अपनी कंपनियों की क्षमता का विस्तार कर रहे हैं. अडानी और अंबानी दोनों ने ही पिछले साल जमकर डील की. लेकिन कई साल के दबदबे के बाद 2024 में अडानी समूह रिलायंस इंडस्ट्रीज से आगे निकल गया.
Adani vs Ambani: देश के दो दिग्गज कारोबारी समूह रिलायंस इंडस्ट्रीज और अडानी ग्रुप के बीच मर्जर और अधिग्रहण (M&A) के मोर्चे पर जोरदार मुकाबला देखने को मिल रहा है. अंबानी और अडानी समूह पिछले कुछ साल से टॉप 2 पोजिशन पर बने हुए हैं. हालांकि, 2024 में हुई मर्जर और अधिग्रहण डील में अडानी ने अंबानी की लिस्टेड कंपनियों को पीछे छोड़ दिया. इस दौरान अडानी ग्रुप ने 6.32 अरब डॉलर की डील को अंजाम दिया. वहीं, अंबानी की होल्डिंग वाली कंपनियों ने सिर्फ 3.14 अरब डॉलर की डील फाइनल की.
2023 में था अंबानी का दबदबा
साल 2023 में विलय और अधिग्रहण की डील में अंबानी समूह की कंपनियों का दबदबा था. तब अंबानी की स्वामित्व वाली कंपनियों ने कुल 8.77 अरब डॉलर की डील पूरी की थी. जबकि अडानी समूह ने 1.73 अरब डॉलर के सौदे को अंजाम दिया था. दोनों ही समूह विलय और अधिग्रहण के जरिए अपने कारोबार का विस्तार कर रहे हैं.
अडानी और रिलायंस की डील
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, JSW और टाटा समूह भी M&A के जरिए क्षमता का विस्तार कर रहे हैं. हालांकि, कोविड महामारी के बाद से अडानी और अंबानी समूह टॉप-2 पोजिशन पर आगे-पीछे हो रहे हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने साल 2020 में सबसे अधिक ट्रांजेक्शन वाली डील साइन की थी. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने रिटेल और टेलीकॉम उपक्रमों में 26.08 अरब डॉलर की हिस्सेदारी बेची थी. दो साल बाद, अडानी समूह ने 16.56 अरब डॉलर के सौदे किए थे, जिसमें सीमेंट के कारोबार में एंट्री शामिल थी.
अडानी और रिलायंस की डील
पिछले साल यानी 2024 में हुई कुल डील्स में देश के टॉप-5 ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों की एकीकृत हिस्सेदारी करीब 15.28 फीसदी और वैल्यू 98.7 अरब डॉलर रहा. जून में अडानी ग्रुप ने दो प्रमुख सीमेंट डील फाइनल की. अडानी समूह ने अंबुजा सीमेंट्स के जरिये करीब 10,422 करोड़ रुपये के एंटरप्राइज वैल्यू पर पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज का अधिग्रहण किया. फिर कुछ महीने बाद ही अंबुजा ने करीब 3,791 करोड़ रुपये की एक डील के जरिए ओरियंट सीमेंट में 47 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान किया था.
वित्त वर्ष 2025 के पहले 9 महीनों के दौरान अडानी ग्रुप ने 77,300 करोड़ रुपये यानी करीब 9 अरब डॉलर का निवेश किया. पिछले साल रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 1.75 अरब डॉलर के एक डील की जरिए अडानी पावर से महान एनर्जेन का अधिग्रहण किया.