IMF ने माना Trump Tariffs से नहीं झुकेगा भारत, GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाया, मजबूती के पीछे बताई ये वजह
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ प्लान दुनियाभर के तमाम देशों के लिए मुसीबतें खड़ी कर रहा है. भारत पर भी ट्रंप ने 50% टैरिफ लगा रखा है, जिसकी वजह से दोनों देशों के बीच संबंधों में काफी तनाव आ चुका है. बहरहाल, IMF के मुताबिक भारत के आर्थिक विकास पर इस टैरिफ का ज्यादा असर नहीं होगा.
अमेरिका ने भारतीय आयात पर 50% टैरिफ लगा रखा है. इसमें 25 फीसदी टैरिफ भारत की तरफ से अमेरिकी उत्पादों के आयात पर लगने वाले टैरिफ के जवाब में लगाया गया है. वहीं, 25 फीसदी कथित ‘पेनाल्टी टैरिफ’ भारत के रूस से क्रूड खरीदने की वजह से लगाया गया है.
अब तक तमाम अनुमानों में बताया जा रहा था कि टैरिफ की वजह से भारत के आर्थिक विकास पर हल्का-फुल्का असर पड़ सकता है. लेकिन, अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का कहना है कि टैरिफ का भारत के आर्थिक विकास पर कोई खास असर नहीं होगा. बल्कि, भारत अब भी दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश बना रहेगा.
बढ़ाया GDP ग्रोथ का अनुमान
IMF ने भारत की GDP Growth का अनुमान बढ़ाते हुए कहा है कि ट्रंप की तरफ से लगाए गए 50% Tariffs का असर भारत की अर्थव्यवस्था पर सीमित रहेगा. IMF ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की GDP ग्रोथ फोरकास्ट को 0.2 फीसदी अंक बढ़ाकर 6.6% कर दिया है.
ये बताई मजबूती की वजह
IMF की World Economic Outlook रिपोर्ट के मुताबिक भारत के GDP Growth अनुमान में यह बदलाव पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में भारत की 7.8% की तेज वृद्धि की वजह से किया गया है. मजबूत निजी खपत और घरेलू मांग के चलते भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है. रिपोर्ट में कहा गया है कि “पहली तिमाही की मजबूत रफ्तार ने अमेरिकी आयात शुल्क में बढ़ोतरी के असर को पूरी तरह संतुलित कर दिया है.”
अगले साल के लिए थोड़ी कटौती
हालांकि IMF ने अगले वित्त वर्ष (2026-27) के लिए भारत की ग्रोथ उम्मीद को 0.2 प्रतिशत अंक घटाकर 6.2% कर दिया है. रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी टैरिफ बढ़ने से निर्यात मांग पर कुछ असर दिख सकता है.
World Bank भी पॉजिटिव
IMF का यह अपग्रेड वर्ल्ड बैंक के हालिया अनुमान के बाद आया है. वर्ल्ड बैंक ने भी पिछले सप्ताह ही भारत की FY26 ग्रोथ फोरकास्ट को 6.3% से बढ़ाकर 6.5% किया था, जबकि अगले वित्त वर्ष के लिए अनुमान को 20 बेसिस पॉइंट घटाकर 6.3% रखा था.
भारत पर नहीं कोई दबाव
IMF का कहना है कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं की ग्रोथ 2024 के 4.3% से घटकर 2025 में 4.2% और 2026 में 4% तक सिमट सकती है. चीन को छोड़कर भी कई उभरते बाजारों में घरेलू कारणों से मजबूती दिखी है, लेकिन कुल मिलाकर आउटलुक “नाजुक” बना हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, “अमेरिकी टैरिफ और बढ़ती ट्रेड पॉलिसी अनिश्चितता से निवेश और एक्सपोर्ट-लिंक्ड अर्थव्यवस्थाओं में दबाव बढ़ा है.” लेकिन, इस सबके बीच भारत पर खास दबाव नजर नहीं आता है.