ब्लॉक डील के बाद इंडिगो के शेयर धराशायी, 2 प्रतिशत की गिरावट
इस ब्लॉक डील में 11 हजार करोड़ रुपये के सौदे हुए हैं, जिसमें 4,760 रुपये प्रति शेयर के दाम पर 2.3 करोड़ शेयर बेचे गए हैं.
29 अगस्त को इंडिगो के शेयरों में 2 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई, जिसका मुख्य कारण इसकी मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन में 6 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए हुई महत्वपूर्ण ब्लॉक डील थी. इंटरग्लोब एविएशन के शेयर की कीमत 2.25 प्रतिशत गिरकर NSE पर 4,700.55 रुपये के इंट्राडे लो पर पहुंच गई.
ब्लॉक डील का विवरण
ब्लॉक डील न्यूनतम पाँच लाख शेयर या न्यूनतम 5 करोड़ रुपये के मूल्य का होता है. इस ब्लॉक डील में 11 हजार करोड़ रुपये के सौदे हुए हैं, जिसमें 4,760 रुपये प्रति शेयर के दाम पर 2.3 करोड़ शेयर बेचे गए हैं. माना जा रहा है कि यह कदम प्रमोटर और सह-संस्थापक राकेश गंगवाल की कंपनी से पूरी तरह बाहर निकलने की रणनीति का हिस्सा है.
गंगवाल की भविष्य की योजनाएं
28 अगस्त को आई मीडिया रिपोर्ट से मालूम चला कि गंगवाल 10,300 करोड़ रुपये की इक्विटी बेचकर अपनी हिस्सेदारी को और कम करना चाहते हैं, जो डिस्काउंटेड शेयर प्राइस पर लगभग 5.8 प्रतिशत हिस्सेदारी है. इस बिक्री से गंगवाल द्वारा बिक्री की दूसरी किस्त को अंजाम देने से पहले 150 दिनों की लॉक-इन अवधि शुरू हो जाएगी. उनका यह कदम, फरवरी 2022 में इंटरग्लोब एविएशन के निदेशक मंडल से इस्तीफे के बाद इंडिगो में अपनी हिस्सेदारी धीरे-धीरे कम करने की व्यापक योजना का हिस्सा है.
पिछले एक साल में इंडिगो स्टॉक का प्रदर्शन
स्टॉक प्रदर्शन के आधार पर इंडिगो का शेयर कई बार सकारात्मक रिटर्न दिखा चुका है. पिछले महीने शेयर ने 6.98 प्रतिशत का अच्छा रिटर्न दिया है, जो इसकी स्थिरता को दर्शाता है. वहीं, पिछले छह महीनों में और भी बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं, जिसमें 50.54 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस साल अब तक इंडिगो के शेयरों में 59.68 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. पिछले बारह महीनों में देखें तो इसके शेयर ने 91.20 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया है.