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कर्नाटक ने वित्त वर्ष 2025 में प्रति व्यक्ति आय में 2,04,605 रुपये के साथ भारत में टॉप स्थान हासिल किया है, जो 2014-15 के 1,05,697 रुपये से 93.6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्शाती है. बेंगलुरु की तकनीकी प्रगति ने इसमें महत्वपूर्ण योगदान दिया. तमिलनाडु (1,96,309 रुपये) और हरियाणा (1,94,285 रुपये) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. NSDP राज्य की आर्थिक समृद्धि का सूचक होता है.

Karnataka Tops in the list of per capita income Image Credit: Canva/ Getty

Karnataka Tops In Per Capita Income: कर्नाटक ने वित्त वर्ष 2025 में प्रति व्यक्ति आय के आधार भारत में पहला स्थान हासिल किया है. लोक सभा में वित्त मंत्रालय की ओर से दिए गए जवाब के अनुसार, कर्नाटक 2 लाख रुपये के आंकड़े को पार कर गया है. यह उपलब्धि राज्य की आर्थिक प्रगति और विकास को दर्शाती है. बेंगलुरु जैसे शहरों की तकनीकी और स्टार्टअप संस्कृति ने इस उपलब्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. पिछले साल की तुलना में इसमें 6.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है वहीं पिछले 1 दशक में इसमें लगभग 94 फीसदी का उछाल आया है.

कर्नाटक का NSDP 2 लाख पार

वित्त वर्ष 2025 में कर्नाटक का प्रति व्यक्ति शुद्ध राज्य घरेलू उत्पाद या प्रति व्यक्ति आय एनएसडीपी (Net State Domestic Product) बढ़कर 2,04,605 रुपये तक पहुंच गए हैं. वित्त वर्ष 2014-15 में यह आंकड़ा 1,05,697 रुपये था. मतलब पिछले 10 साल में इसमें 93 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. देश में राष्ट्रीय स्तर पर, वित्त वर्ष 2024-25 के लिए प्रति व्यक्ति आय (एनएनआई) 1,14,710 रुपये थी, जो एक दशक पहले 72,805 रुपये से 57.6 फीसदी अधिक है.

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ये हैं टॉप 5 राज्य

वित्त वर्ष 2025 के लिए एनएसडीपी के आधार जहां टॉप पर कर्नाटक है, तो वहीं 1,96,309 रुपये के साथ तमिलनाडु दूसरे, 1,94,285 रुपेय के साथ हरियाणा तीसरे पायदान पर है. तेलंगाना एनएसडीपी के आधार पर चौथे और महाराष्ट्र पांचवे नंबर पर है.

राज्यप्रति व्यक्ति NSDP (₹)
कर्नाटक2,04,605*
तमिलनाडु1,96,309
हरियाणा1,94,285
तेलंगाना1,87,912
महाराष्ट्र1,76,678

सालाना आधार पर मिजोरम सबसे तेज

वित्त वर्ष 2023-24 में कर्नाटक का एनएसडीपी 1,91,970 रुपये था, जो वित्त वर्ष 2024-25 में बढ़कर 2,04,605 रुपये हो गया है. इस तरह इसमें 6.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पिछले एक दशक में कर्नाटक के एनएसडीपी में 93.6 फीसदी तो वहीं ओडिशा में 96.7 फीसदी की उछाल आया. इस आधार पर ये दो टॉप राज्य हैं. वर्ष 2023-24 के लिए, सबसे अधिक सालाना बढ़ोतरी मिजोरम (125.4 फीसदी) में दर्ज की गई, उसके बाद गुजरात (90.7 फीसदी), गोवा (89.9 फीसदी), कर्नाटक (88.5 फीसदी), तेलंगाना (84.3 फीसदी) और ओडिशा (83.4 फीसदी) का स्थान रहा है.

क्या होता है NSDP?

नेट स्टेट डोमेस्टिक प्रोडक्ट (NSDP) किसी राज्य द्वारा एक निश्चित अवधि (जैसे एक वित्त वर्ष) में उत्पादित होने वाली सभी वस्तुओं और सेवाओं का शुद्ध मूल्य होता है. यह सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) से भिन्न होता है, क्योंकि इसमें कैपिटल एसेट के डेप्रिसिएशन को घटाया जाता है. NSDP राज्य की आर्थिक गतिविधियों और समृद्धि का एक महत्वपूर्ण संकेतक है. इसे प्रति व्यक्ति आय की गणना के लिए भी उपयोग किया जाता है, जो लोगों के जीवन की गुणवत्ता को दर्शाता है.

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