एक साल में 90% रिटर्न! Muthoot Finance की ताबड़तोड़ रैली की रही ये 4 वजहें; जानें कैसे काम करता है ट्रेंड

Q2FY26 में शानदार नतीजों, रिकॉर्ड गोल्ड लोन AUM और बेहतर एसेट क्वालिटी की वजह से मुथूट फाइनेंस के शेयर शुक्रवार को 10 फीसदी अपर सर्किट में पहुंच गए. सोने की रिकॉर्ड कीमतों और मजबूत बिजनेस ग्रोथ ने कंपनी के शेयर को मिडकैप इंडेक्स में टॉप परफॉर्मर बना दिया है.

Muthoot finance Image Credit: Money9 Live

शुक्रवार को शेयर बाजार में Muthoot Finance सुर्खियों में रहा. कंपनी के Q2FY26 के नतीजे आते ही शेयर 10 फीसदी अपर सर्किट में बंद हो गए. इस तेजी की वजह साफ है, कंपनी के प्रॉफिट में तगड़ी छलांग, रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा लोन AUM और लगातार बेहतर होती बैलेंस शीट. पिछले एक साल में यह शेयर 90 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दे चुका है, और NIFTY Midcap 100 के टॉप परफॉर्मर्स में शुमार है. हालांकि कंपनी अब भी अपने प्रतिद्वंद्वी L&T Finance से थोड़ा पीछे है, जिसने इसी अवधि में 100% से ज्यादा रिटर्न दिया है. लेकिन आखिर मुथूट फाइनेंस में ये तेजी आई क्यों? पेश हैं इसके बड़े कारण.

सोने की कीमतों में उछाल से बढ़ी मांग

2025 में सोने की कीमतों ने सभी एसेट क्लास को पीछे छोड़ दिया और सालभर में 40 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिए. सोने में इस उछाल का सीधा फायदा उन कंपनियों को मिला जो गोल्ड लोन का बिजनेस चलाती हैं, और मुथूट फाइनेंस इस कैटेगरी में देश की सबसे बड़ी कंपनी है. कंपनी का गोल्ड लोन AUM तगड़े उछाल के साथ 1.24 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो 45% YoY की बढ़त है. कर्ज के बदले गिरवी रखे गए सोने का वजन 199 टन से बढ़कर 209 टन तक पहुंच गया.

दिलचस्प बात यह है कि गोल्ड लोन AUM, सिक्योरिटी के तौर पर रखे कुल सोने के मूल्य का सिर्फ 43 फीसदी है, जिससे कंपनी की लिक्विडिटी बेहद मजबूत बनी हुई है.

तेजी से बढ़ता AUM और बेहतर यील्ड

कंपनी का कलेक्शन बेहतर रहा और लोन ग्रोथ भी मजबूत. इसका सीधा असर मुनाफे और मार्जिन पर दिखा. औसत यील्ड 18.4% रही, जबकि औसत ब्याज लागत सिर्फ 7.04% है. इससे कंपनी की नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) तिमाही में बढ़कर 11.45 फीसदी हो गई.

Q2FY26 में NIM और भी सुधरकर 12.66 फीसदी पहुंच गई, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 11.5 फीसदी थी. ये सुधार दिखाता है कि कंपनी पूंजी का इस्तेमाल अधिक कुशलता से कर रही है और ब्याज आमदनी तेजी से बढ़ रही है.

सब्सिडियरी कंपनियों का भी मजबूत प्रदर्शन

एसेट क्वालिटी में जबरदस्त सुधार

तेजी से बढ़ते लोन पोर्टफोलियो के बावजूद कंपनी की एसेट क्वालिटी में लगातार सुधार हुआ है. स्टेज-III एसेट्स Q2FY26 में घटकर 2977 करोड़ रुपये रह गईं, जो पिछले साल 3,880 करोड़ रुपये थीं. इसका अनुपात भी 4.3 फीसदी से घटकर 2.25 फीसदी हो गया. स्टेज-II एसेट्स भी 1,203 करोड़ रुपये से घटकर 534 करोड़ रुपये पहुंच गईं. यह सुधार निवेशकों का भरोसा और मजबूत करता है.

यह भी पढ़ें: ट्रांसफॉर्मर बनाने में दिग्गज हैं ये दो कंपनियां, ₹5472 करोड़ का है ऑर्डर बुक, पांच साल में दिया 6600% तक रिटर्न

बेहतर बिजनेस ग्रोथ, मजबूत मार्जिन, सुधरती एसेट क्वालिटी और सोने की लगातार बढ़ती कीमतों ने मिलकर मुथूट फाइनेंस को इस समय मिडकैप स्पेस का एक चमकता सितारा बना दिया है. शेयर की मौजूदा तेजी इसी मजबूत बुनियाद पर टिकी है, और बाजार फिलहाल इस ग्रोथ को लेकर उत्साहित दिख रहा है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.

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