News9 Global Summit: भारत की ग्रोथ स्टोरी की कायल दुनिया, टैक्स रिफॉर्म गेमचेंजर : डॉ. विरमानी

News9 Global Summit 2025 में नीति आयोग के सदस्य डॉ. अरविंद विरमानी ने कहा कि भारत आज दुनिया की ग्रोथ का इंजन बन चुका है. टैक्स सुधारों से कारोबार आसान हुआ, मध्य वर्ग नई खपत लहर चला रहा है. भारत-ईयू FTA दोनों के लिए फायदेमंद होगा, जबकि जर्मनी भारत की विकास कहानी से प्रभावित है.

डॉ. अरिवंद विरमानी Image Credit: Money9live

News9 Global Summit में भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर वैश्विक स्तर पर बढ़ते भरोसे की झलक जर्मनी में साफ नजर आई. टीवी9 नेटवर्क के News9 Global Summit 2025 के मंच से नीति आयोग के सदस्य और प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. अरविंद विरमानी ने कहा कि भारत आज सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि दुनिया के लिए भी ग्रोथ का इंजन बन चुका है.

उन्होंने भारत की ग्रोथ स्टोरी का जर्मनी में शंखनाद करते हुए कहा कि पूरी दुनिया आज भारत की ग्रोथ स्टोरी की कायल है. भारत की ग्रोथ दुनिया की जरूरत है. खासतौर भारत में बढ़ता मिडिल क्लास खपत की नई लहर चला रहा है, जिसमें हर कोई शामिल होना चाहता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि EU के साथ FTA से भारत और जर्मनी दोनों को फायदा होगा.

भारत-ईयू व्यापार समझौते पर नजर

डॉ. विरमानी ने भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को वैश्विक आर्थिक स्थिरता की दिशा में एक बड़ा कदम बताया. उन्होंने कहा कि यूरोप को अगर अपनी ग्रोथ को स्थिर रखना है, तो उसे भारत जैसे विश्वसनीय और तेजी से बढ़ते बाजारों के साथ गहरे आर्थिक रिश्ते बनाने होंगे. उनके मुताबिक, भारत ने हाल के वर्षों में कई कठिन लेकिन जरूरी सुधार किए हैं, जिन्होंने देश को निवेश और विनिर्माण का नया केंद्र बना दिया है.

टैक्स रिफॉर्म्स से बदला गेम

डॉ. विरमानी ने कहा कि उन्होंने दशकों तक निजी कारोबार को सरकारी लालफीताशाही से निकालने के लिए काम किया, और अब नतीजे सामने हैं. उन्होंने कहा, “इनकम टैक्स और जीएसटी जैसे सुधार अब केवल नीतियों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि जमीन पर असर दिखा रहे हैं.” इन सुधारों ने न केवल Ease of Doing Business को बेहतर किया है, बल्कि सरकार की राजस्व स्थिति को भी स्थिर बनाया है. यही वजह है कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़ रही है.

भारत-जर्मनी के लिए शानदार खबर

समिट में जब News9 की तरफ से पूछा गया नवरात्रि के दौरान भारत में हर छह मिनट में एक मर्सिडीज कार बिक रही है, तो डॉ. विरमानी ने मुस्कुराते हुए कहा, “यह भारत और जर्मनी दोनों के लिए शानदार खबर है.” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह भारत में उभरते मिडल क्लास के बदलते लाइफस्टाइल को दर्शाता है. भारत का मिडिल क्लास अब केवल जरूरतों पर नहीं, बल्कि अपनी महत्वाकांक्षाओं पर भी खर्च कर रहा है. यही उपभोक्ता मांग भारत को एक ऐसा बाजार बना रही है, जिसकी क्षमता को कोई भी वैश्विक कंपनी नजरअंदाज नहीं कर सकती.

भारत क्यों बन रहा ग्लोबल ग्रोथ इंजन

डॉ. विरमानी ने कहा कि जब दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं मंदी, महंगाई और सप्लाई चेन की दिक्कतों से जूझ रही हैं, तब भारत सबसे तेज गति से आगे बढ़ रहा है. इसके पीछे उन्होंने तीन प्रमुख कारण गिनाए. पहला, ढांचागत सुधार. दूसरा, वित्तीय अनुशासन और तीसरा रणनीतिक साझेदारियां. उन्होंने कहा कि भारत और जर्मनी जैसे देश एक दूसरे के लिए इकोनॉमिक कॉम्प्लिमेंट्री बनकर अस्थिर वैश्विक दौर में “स्थिरता के स्तंभ” का काम कर सकते हैं.

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