पाकिस्तान ने अपने पैरों में मारी कुल्हाड़ी! भारत के लिए बंद किया एयरस्पेस; अब खुद को हो रहा करोड़ों का नुकसान

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है. इससे भारतीय एयरलाइनों को उड़ान में समय और लागत बढ़ने की चुनौती तो मिली है, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार असली आर्थिक नुकसान पाकिस्तान को हो रहा है. जानें पूरी स्टोरी.

पाकिस्तान ने क्या किया? Image Credit: @Money9live

Pakistan losses due to Airspace: कुछ दिन पहले हुए जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 भारतीय मारे गए थे. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को लेकर कई कड़े कदम उठाए हैं. इसी के जवाब के तौर पर अब पाकिस्तान ने भी एक कदम उठाया है जो शायद उसी के लिए नुकसानदेह है. दरअसल भारत में आतंकी हमले के बाद भारतीय विमानों के लिए पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है. पाकिस्तान के इस कदम से भारतीय उड़ानों को लंबे रास्तों से जाना पड़ रहा है जिससे उड़ान का समय और लागत बढ़ रही है. लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इससे पाकिस्तान को ही ज्यादा आर्थिक नुकसान होगा क्योंकि वह भारतीय उड़ानों से मिलने वाली ओवरफ्लाइट फीस खो देगा. सबसे पहले समझते हैं कि ये ओवरफ्लाइट फीस क्या होता है.

क्या है ओवरफ्लाइट फीस?

ओवरफ्लाइट फीस वह शुल्क है जो किसी देश की सरकार या उसकी एयरलाइन अथॉरिटी किसी विदेशी विमान से तब वसूलती है जब वह विमान उस देश के हवाई क्षेत्र से होकर गुजरता है. इसमें उस फ्लाइट का वहां ठहरना या रुकना अहम नहीं है. यह फीस उस देश को हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल, हवाई यातायात नियंत्रण (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) और दूसरे सेवाओं के लिए दी जाती है.

वसूली जाने वाली राशि कई बातों पर निर्भर करती है, जैसे विमान का प्रकार, आकार और हवाई क्षेत्र में तय की गई दूरी. इससे इतर उस देश के नियम और शुल्क दरें भी अहम फैक्टर होता है. उदाहरण के लिए, अगर कोई भारतीय विमान यूरोप जा रहा है और पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से गुजरता है, तो उसे पाकिस्तान को ओवरफ्लाइट फीस देनी पड़ती है.

अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारी पाकिस्तान ने?

पहलगाम में हुए हमले के बाद पाकिस्तान का यह कदम उसपर उल्टा साबित होता हुआ दिख रहा है. भारतीय विमान अब पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से बचने के लिए वैकल्पिक रास्ते चुन रहे हैं जिससे पाकिस्तान को हर उड़ान पर मिलने वाली फीस का नुकसान हो रहा है. इसके बारे में एक पाकिस्तानी यूजर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया. वीडियो में भारतीय विमान लंबा रास्ता लेते दिख रहा है. यूजर ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “और लो पंगा.” इसके जवाब में एक भारतीय यूजर नरेन मेनन ने लिखा कि पाकिस्तान दुनिया के तीसरे सबसे बड़े और तेजी से बढ़ते विमानन बाजार से होने वाली कमाई गंवा रहा है.

पाकिस्तान ने पहली बार ऐसा नहीं किया

पाकिस्तान के इस फैसले से उसकी अपनी अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है. हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान ने एयरस्पेस को बंद किया है. 2019 में पुलवामा हमले के बाद भी पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद किया था. उस दौरान अपने इस कदम से उसे करीब 10 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ था. उस समय हर दिन लगभग 400 उड़ानें प्रभावित हुई थीं. इस तर्ज पर पाकिस्तान सिविल एविएशन अथॉरिटी (CAA) और पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था.

कितना देना होता है ओवरफ्लाइट फीस?

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट की मानें तो, 1 बोइंग 737 विमान के लिए ओवरफ्लाइट फीस करीब 580 डॉलर (आज के डॉलर रेट  के हिसाब से तकरीबन 49000 रुपये) थी. वहीं बड़े विमानों के लिए यह फीस और ज्यादा थी. अनुमान था कि उस समय पाकिस्तान को रोजाना 232,000 डॉलर (1.97 करोड़) की ओवरफ्लाइट फीस का नुकसान हुआ था. लैंडिंग और पार्किंग जैसे अन्य शुल्कों को मिलाकर यह नुकसान रोजाना 300,000 डॉलर तक पहुंच गया.

इसके अलावा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) को अंतरराष्ट्रीय मार्गों के सस्पेंशन और घरेलू उड़ानों के लंबे रास्तों की वजह से रोजाना 460,000 डॉलर का नुकसान हुआ. कुल मिलाकर उस समय पाकिस्तान को रोजाना 760,000 डॉलर तक का नुकसान उठाना पड़ा था.

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई से भारत को अब तक ये 4 बड़े नुकसान, इसे लगा सबसे ज्यादा झटका

भारतीय एयरलाइन्स क्या करें?

पहलगाम हमले के बाद फिर से हवाई क्षेत्र बंद होने से पाकिस्तान को ऐसी ही हानि होने की आशंका है. दूसरी ओर, भारतीय एयरलाइंस जैसे एयर इंडिया और इंडिगो ने कहा है कि उनकी कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हो रही हैं. दिल्ली, अमृतसर, जयपुर, लखनऊ और वाराणसी जैसे शहरों से उड़ानें लंबे रास्तों से जा रही हैं. कुछ यूजर्स का कहना है कि पाकिस्तान को विदेशी एयरलाइंस से अभी भी कमाई हो सकती है, लेकिन मेनन ने स्पष्ट किया कि भारत से पश्चिम की ओर जाने वाली ज्यादातर उड़ानें भारतीय एयरलाइंस की ओर से संचालित होती हैं. इससे पाकिस्तान की ओवरफ्लाइट आय का बड़ा हिस्सा प्रभावित होगा. भारतीय एयरलाइंस को भी लंबे रास्तों की वजह से ज्यादा ईंधन लागत और उड़ान समय का सामना करना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ें- सिंधु को लेकर आपस में भिड़ गए पाकिस्तानी, चोलिस्तान बना नासूर; भारत ने दिया 94500 करोड़ का पहला झटका