Bitcoin और Pi कॉइन के बीच निकला ये खास रिश्ता! सोशल मीडिया पर मच गया बवाल, जानें क्या है राज
Pi Network के फाउंडर निकोलस कोकालिस को लेकर एक बड़ा दावा किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि वो बिटकॉइन को बनाने वाले सतोशी नाकामोटो हो सकते हैं. हालांकि, इसकी कोई ठोस पुष्टि नहीं हुई है. तो क्या सच में निकोलस कोकालिस ही सतोशी नाकामोटो हैं?

Pi Network Founder: इन दिनों Pi कॉइन खूब चर्चा में हैं. अब इसे लेकर खबरें फैल रही हैं और सोशल मीडिया पर चर्चा चल रही है कि क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) को बनाने वाले गुमनाम चेहरे के पीछे और कोई नहीं बल्कि Pi Network को बनाने वाले फाउंडर निकोलस कोकालिस ही हैं. माना जाता है कि बिटकॉइन को बनाने वाले के पीछे सतोशी नाकामोटो है और सातोशी असल में कौन हैं इस बात का पता अब तक नहीं चल सका है. ये क्रिप्टो की दुनिया का सबसे बड़ा रहस्य है. अब कई खबरों में ये दावा किया गया है कि निकोलस कोकालिस ही सातोशी नाकामोटो है. लेकिन इसके कोई ठोस सबूत नहीं है और ये महज अफवाह है.
सातोशी ही निकोलस हैं?
हाल ही में सोशल मीडिया और कुछ क्रिप्टो न्यूज वेबसाइट्स पर ये चर्चा शुरू हुई कि शायद निकोलस कोकालिस ही सतोशी हैं. इसके पीछे कई तर्क दिए जाने लगे, जैसे:
- उनका टेक्निकल बैकग्राउंड: कोकालिस का कंप्यूटर साइंस में गहरा ज्ञान है और उन्होंने ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में पीएचडी की है. ये उस तरह की तकनीकी योग्यता है जो सतोशी जैसे किसी व्यक्ति के पास हो सकती है.
- पैसे में कम दिलचस्पी: ऐसा लगता है कि कोकालिस का ध्यान सिर्फ Pi Network बनाने और टोकन को बिना पैसे लिए बांटने पर है जो कुछ हद तक सतोशी के व्यवहार से मेल खाता है.
- क्रिप्टो एक्सचेंज से कनेक्शन: कुछ लोग ये भी कहते हैं कि कोकालिस सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे क्रिप्टो एक्सचेंज को फॉलो करते हैं (जैसे Kraken), जिन्हें सतोशी के आखिरी ट्रांजेक्शन्स से जोड़ा गया है.
हालांकि इस बात की पुष्टि करने के लिए कोई आधिकारिक बयान नहीं है. न तो इस पर अब तक निकोलस ने कुछ कहा है. वहीं जरूरी नहीं है कि सातोशी कोई एक व्यक्ति हो, ये कोई समूह भी हो सकता है.
और ये पहली बार नहीं है जब किसी को सतोशी से जोड़ा गया हो जब भी कोई ऐसा व्यक्ति सामने आता है जो टेक्नोलॉजी में मजबूत हो और क्रिप्टो से जुड़ा कोई बड़ा प्रोजेक्ट चला रहा होतो है तो लोग उसे सतोशी से जोड़ने लगते हैं.
यानी निकोलस को जोड़ना भी महज एक अफवाह है.
यह भी पढ़ें: JioCoin और Pi Coin में क्या है अंतर, जानें कैसे मिलेगा जियो कॉइन, क्या होगी इसकी कीमत और फायदे
Pi Network
दरअसल Pi Network को लेकर भी कई बार सवाल उठाए गए हैं. कुछ एक्सचेंज के सीईओ और विशेषज्ञों ने इसकी पारदर्शिता और वैधता को लेकर चिंता जताई है. ये भी एक कारण हो सकता है कि इसके फाउंडर को लेकर अलग-अलग थ्योरीज सामने आती हैं. वहीं अभी तक Pi को बड़े क्रिप्टोएक्सचेंज पर जगह नहीं मिली है.
Latest Stories

सर्विस सेक्टर में तेजी से अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार, 13 महीने के हाई पर PMI, नौकरियों के भी बने मौके

Unified Data-Tech IPO में दांव लगाने का मौका, GMP पहुंचा ₹128, यहां चेक करें लॉट साइज समेत ये डिटेल

Gold Rate Today: यूएस में एक हफ्ते के हाई पर पहुंचा सोना, MCX पर भी चढ़े दाम, रिटेल में 2400 रुपये महंगा
