PNB में 2434 करोड़ रुपये का फ्रॉड, RBI को किया इत्तला; SREI के पूर्व प्रमोटर्स से जुड़ा है मामला
लेंडर ने एक्सचेंजों को दी गई अपनी फाइलिंग में बताया कि SEFL से जुड़ा बॉरोअर फ्रॉड 1,240.94 करोड़ रुपये था और PSU बैंक ने बकाया राशि के लिए 100 फीसदी प्रोविजन किया है. SREI ग्रुप की वेबसाइट के अनुसार, SREI इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस ने 1989 में इस इंडस्ट्री में कदम रखा था.
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंकों में से एक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने शुक्रवार को कहा कि उसने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को 2,434 करोड़ रुपये के लोन फ्रॉड की रिपोर्ट दी है. इसमें SREI इक्विपमेंट फाइनेंस (SEFL) और SREI इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस (SIFL) के पुराने प्रमोटर शामिल हैं. लेंडर ने एक्सचेंजों को दी गई अपनी फाइलिंग में बताया कि SEFL से जुड़ा बॉरोअर फ्रॉड 1,240.94 करोड़ रुपये था और PSU बैंक ने बकाया राशि के लिए 100 फीसदी प्रोविजन किया है.
एक्सपोजर के लिए प्रोविजन
फाइलिंग में बताया गया है कि SIFL के लिए रकम 1,193.06 करोड़ रुपये थी और PNB ने कंपनी में अपने एक्सपोजर के लिए पूरा प्रोविजन किया है. दोनों कंपनियों का समाधान नेशनल कंपनी अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLT) द्वारा कॉर्पोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस (CIRP) के तहत सफलतापूर्वक किया गया.

PNB ने बताया कि SEFL और SIFL दोनों को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल द्वारा कॉर्पोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस के तहत सफलतापूर्वक सुलझा लिया गया है. यह जानकारी SEBI (लिस्टिंग ऑब्लिगेशन्स एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) रेगुलेशन, 2015 के रेगुलेशन 30 के तहत दी गई है.
शेयर में गिरावट
PNB ने मार्केट बंद होने के बाद इस डेवलपमेंट की घोषणा की और शुक्रवार NSE पर इसके शेयर 0.6 फीसदी की गिरावट के साथ 120.25 रुपये पर बंद हुए.
1989 में इंडस्ट्री में उतरी थी कंपनी
SREI ग्रुप की वेबसाइट के अनुसार, SREI इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस ने 1989 में इस इंडस्ट्री में कदम रखा था. मुख्य रूप से कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट के लिए फाइनेंसर के तौर पर मार्केट में थी. लेकिन आखिरकार अक्टूबर 2021 में उसे इनसॉल्वेंसी की कार्यवाही का सामना करना पड़ा.
RBI ने लिया था एक्शन
भारतीय रिजर्व बैंक ने पहले SREI इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस लिमिटेड (SIFL) और SREI इक्विपमेंट फाइनेंस लिमिटेड (SEFL) के बोर्ड को गवर्नेंस में कमियों और लगभग 28,000 करोड़ रुपये के रीपेमेंट डिफॉल्ट का हवाला देते हुए हटा दिया था. अगस्त 2023 में NCLT द्वारा नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (NARCL) के रेज़ोल्यूशन प्लान को मंजूरी मिलने के बाद, प्रभावित कंपनियों के बोर्ड का पुनर्गठन किया गया था.
PNB का प्रोविजन
पंजाब नेशनल बैंक का सितंबर तिमाही तक प्रोविजन 643 करोड़ रुपये था, जो पिछले साल और पिछली तिमाही दोनों के मुकाबले अधिक है. बैंक ने बेहतर प्रोविजन कवरेज रेश्यो (टेक्निकल राइट-ऑफ सहित) रिपोर्ट किया, जो दूसरी तिमाही में पिछले साल के मुकाबले 24 बेसिस पॉइंट बढ़कर 96.91% हो गया. यह एक ऐसा पैमाना है जिसे एनालिस्ट एसेट क्वालिटी का अंदाजा लगाने के लिए बारीकी से ट्रैक करते हैं.
मेहुल चोकसी, नीरव मोदी का घोटाला
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने 2018 में मुंबई में अपनी ब्रैडी हाउस ब्रांच में एक बड़े फ्रॉड का खुलासा करके देश को चौंका दिया था, जिसका शुरुआती अनुमान 13,500 करोड़ रुपये था और बाद में इसे संशोधित करके लगभग 13,850 करोड़ रुपये कर दिया गया. यह घोटाला मशहूर ज्वैलर नीरव मोदी और उनके चाचा मेहुल चोकसी, जो उस समय गीतांजलि जेम्स के मैनेजिंग डायरेक्टर थे, ने किया था और यह भारत के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में से एक बन गया.
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