रूसी तेल की खरीद पर RIL की वापसी, प्रतिबंध की खबरों से टूटा था शेयर, अब शुक्रवार को रहेगा बाजार की नजर में
ऊर्जा बाजार से जुड़ा एक ताजा घटनाक्रम निवेशकों के लिए संकेत दे रहा है कि आने वाले कारोबारी सत्र में एक बड़े ब्लूचिप स्टॉक पर खास नजर रखनी होगी. कच्चे तेल की वैश्विक चाल, लागत और मार्जिन से जुड़ा यह संकेत कंपनी के शेयरों में हलचल बढ़ा सकता है.
RIL Stock price: भारत की सबसे बड़ी रिफाइनिंग कंपनी Reliance Industries Ltd एक बार फिर रूसी कच्चे तेल के बाजार में लौट आई है. हालिया वक्त में अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते भारतीय रिफाइनर रूस से तेल खरीद को लेकर सतर्क रुख अपनाए हुए थे, लेकिन रिलायंस के इस फैसले से कंपनी के लिए मामला उसके शेयर बाजार के लिहाज से यह एक अहम घटनाक्रम है, क्योंकि अक्टूबर में इसी मुद्दे पर रिलायंस के शेयरों में दबाव देखने को मिला था. अब शुक्रवार के कारोबारी सत्र में कंपनी के शेयर निवेशकों की खास नजर में रह सकते हैं.
रूसी तेल की खरीद दोबारा शुरू
ब्लूमबर्ग ने अपने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट किया है कि, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गैर-प्रतिबंधित रूसी सप्लायर्स से डिस्काउंटेड क्रूड की खरीद फिर शुरू कर दी है. इस तेल को अफ्रामैक्स टैंकरों के जरिए गुजरात स्थित कंपनी की रिफाइनरी तक लाया जा रहा है. यह वही रिफाइनरी है, जिसकी क्षमता करीब 6.6 लाख बैरल प्रतिदिन की है और जो घरेलू बाजार को सप्लाई करती है. इस कदम से भारत के रूसी तेल आयात में आई संभावित बड़ी गिरावट कुछ हद तक थम सकती है.
अक्टूबर में अमेरिका ने रूस की दो बड़ी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए थे, जिसका असर सीधे वैश्विक तेल बाजार और भारतीय रिफाइनर्स पर पड़ा. इसी के बाद रिलायंस ने रूस से तेल खरीद रोक दी थी और एक महीने के भीतर पुराने सौदों को खत्म करने का समय दिया गया था. हालांकि, पहले से कॉन्ट्रैक्ट किए गए कुछ जहाजों को रिसीव करने के लिए कंपनी को अतिरिक्त समय भी मिला था.
शेयर बाजार पर क्या असर?
जब अक्टूबर में रूस से तेल खरीद को लेकर अनिश्चितता बढ़ी थी, तब रिलायंस के शेयरों में गिरावट देखने को मिली थी. बाद में स्थिति साफ होने पर स्टॉक ने रिकवरी दिखाई. 25 दिसंबर को कंपनी का शेयर 1,558 रुपये पर बंद हुआ, जो उस दिन गिरावट के साथ रहा. हालांकि, अगर तीन महीने की बात करें तो निवेशकों को इसमें 12 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिल चुका है.
अब जबकि रिलायंस दोबारा सस्ते रूसी तेल की सप्लाई सुनिश्चित कर रही है, इससे कंपनी की रिफाइनिंग मार्जिन पर सकारात्मक असर पड़ सकता है. यही वजह है कि शुक्रवार के कारोबार में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों पर निवेशकों की खास नजर रहने की उम्मीद है. बाजार इस बात को परखेगा कि यह कदम कंपनी की कमाई और लागत संरचना को कितना मजबूत बनाता है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.