यूट्यूब पर रिलीज होगी ‘सितारे जमीन पर’, देना होगा केवल 99 रुपये, आमिर खान ने निकाला OTT का तोड़
आमिर खान की फिल्म सितारे जमीन पर अब यूट्यूब पर Pay-Per-View के जरिए रिलीज होगी. फिल्म 20 जून को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. आमिर खान ने कहा है कि उनकी फिल्में सिनेमाघरों में छह महीने तक चलेंगी ताकि बॉक्स ऑफिस की कमाई पर असर न पड़े. यूट्यूब पर यह फिल्म अगले महीने की शुरुआत में उपलब्ध हो सकती है.
OTT Release: आमिर खान की फिल्म सितारे जमीन पर अब यूट्यूब पर Pay-Per-View के जरिए रिलीज होगी. यह पहली बार है जब किसी बड़े स्टार की हिंदी फिल्म नेटफ्लिक्स, प्राइम वीडियो या जियोहॉटस्टार जैसे बड़े ओटीटी प्लेटफॉर्म पर नहीं, बल्कि यूट्यूब पर Pay-Per-View के तहत आएगी. फिल्म 20 जून को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. आमिर खान ने कहा है कि उनकी फिल्में सिनेमाघरों में छह महीने तक चलेंगी ताकि बॉक्स ऑफिस की कमाई पर असर न पड़े. यूट्यूब पर यह फिल्म अगले महीने की शुरुआत में उपलब्ध हो सकती है. आमिर खान प्रोडक्शंस और यूट्यूब ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है. फिल्म की कीमत 99 रुपये रखी जा सकती है.
नेटफ्लिक्स और प्राइम वीडियो का दबदबा
सभी की नजर इस बात पर होगी कि फिल्म Pay-Per-View से कितनी कमाई करती है और यह कितने समय तक यूट्यूब पर रहेगी. भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म जैसे नेटफ्लिक्स और प्राइम वीडियो का दबदबा है. मीडिया पार्टनर्स एशिया के अनुसार, फिल्म निर्माताओं की ओटीटी से होने वाली कमाई सिनेमाघरों की कमाई से डेढ़ गुना ज्यादा है. लेकिन FICCI-EY 2025 की रिपोर्ट बताती है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने खर्च कम करने की वजह से 2024 में स्ट्रीमिंग राइट्स की कमाई 3100 करोड़ रुपये रह गई, जो 2022 में 3300 करोड़ और 2023 में 3500 करोड़ थी.
एक्सपर्ट ने क्या कहा?
हालांकि, सभी को नहीं लगता कि यह मॉडल हर फिल्म के लिए काम करेगा. ET के हवाले से अबुंदंतिया एंटरटेनमेंट के सीईओ विक्रम मल्होत्रा ने कहा कि यह मॉडल मध्यम बजट की फिल्मों के लिए बेहतर हो सकता है, लेकिन बड़ी बजट वाली फिल्मों के लिए मुश्किल हो सकता है, क्योंकि उन्हें ओटीटी डील्स से तुरंत पैसा चाहिए होता है. सितारे जमीन पर का बजट 100 करोड़ से कम है और आमिर ने अपनी फीस नहीं ली, जिससे यह मॉडल उनके लिए आसान हो सकता है.
इतनी की कमाई
फिल्म ने भारत में 166.2 करोड़ और दुनिया भर में 263.7 करोड़ रुपये की कमाई की है. विक्रम मल्होत्रा ने यह भी कहा कि Pay-Per-View मॉडल पहले भी आजमाया गया है, लेकिन यह ज्यादा लोकप्रिय नहीं हुआ क्योंकि लोग ओटीटी की बड़ी लाइब्रेरी पसंद करते हैं. फिल्म डिस्ट्रीब्यूशन और मार्केटिंग के जानकार अजय फुटाने ने कहा कि सिनेमाघरों में दर्शकों की संख्या कम होने की वजह से डिजिटल रिलीज और भी जरूरी हो गया है. यूट्यूब का 99 रुपये वाला Pay-Per-View मॉडल सुविधाजनक है, खासकर छोटे शहरों में जहां सिनेमाघर कम हैं. दर्शक अपनी मर्जी से समय और जगह चुनकर फिल्म देख सकते हैं.
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