Tata के लिए नई ‘Titan’ बनी ये कंपनी, उगल रही सोना, रेवेन्यू में निकली आगे, सेमीकंडक्टर स्ट्रैटेजी से मिला बूस्ट
टाटा समूह की कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स रेवेन्यू में ग्रुप की दिग्गज कंपनी टाइटन से भी आगे निकल गई है. इसकी बड़ी वजह सेमीकंडक्टर सेग्मेंट में इसका बड़ा दांव है. इसके अलावा कुछ दूसरे कारणों की वजह से भी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स लगातार आगे बढ़ रही है. तो क्या है वजह और कितना पहुंचा रेवेन्यू, चेक करें पूरी डिटेल.
Tata Electronics beats Titan: टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस वैसे तो कई कंपनियों को ऑपरेट करती है, मगर इनमें ज्वेलरी से लेकर घड़ी बनाने वाली कंपनी Titan काफी खास है. इससे ग्रुप की अच्छी कमाई होती है. मगर अब समूह की एक और कंपनी कमाई के मामले में तेजी से उभरी है. जिसका नाम Tata Electronics है. ग्रुप की इस सब्सिडियरी कंपनी ने न सिर्फ मार्केट में अपनी पकड़ बनाई बल्कि रेवेन्यू के मामले में टाइटन को भी पीछे छोड़ दिया है.
बड़े निवेश ने फूंकी जान
टाटा समूह की होल्डिंग यानी पैरेंट कंपनी Tata Sons लिमिटेड ने अपने iPhone असेंबली बिज़नेस में अब तक 1.3 अरब डॉलर से ज़्यादा की भारी-भरकम पूंजी लगाई. इस निवेश ने Tata Electronics को सिर्फ चार साल में टाइटन जैसी दिग्गज ब्रांड को भी रेवेन्यू में पीछे छोड़ने की ताकत दी है. मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने Tata Sons ने अपनी इस फोन असेंबली और सेमीकंडक्टर यूनिट Tata Electronics Ltd में 1,499 करोड़ रुपए का नया निवेश किया. इससे टाटा संस की कुल हिस्सेदारी अब लगभग 1.3 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है. दिलचस्प बात ये है कि Tata Electronics अब उन चुनिंदा तीन कंपनियों में शामिल हो गई है जिन्हें Tata Sons ने 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा का फंडिंग सपोर्ट दिया है. टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के अलावा Air India Ltd और Tata Digital को भी फंडिंग दी गई है. .
रेवेन्यू में निकली आगे?
टाटा संस की लेटेस्ट एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक Tata Electronics Ltd का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2025 में 66,601 करोड़ रुपये दर्ज किया गया. जबकि Titan का वित्त वर्ष 2025 में रेवेन्यू 57,818 करोड़ रुपये दर्ज किया गया. अगर Titan के दूसरी तिमाही यानी FY26 के नतीजों की बात करें तो इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 16,534 करोड़ रुपये दर्ज किया गया है. इसमें 25% बढ़ोतरी दर्ज किया गया है, जबकि वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में यह 13,215 करोड़ रुपये था.
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इन फैक्टर्स से मिला बूस्ट
सितंबर 2020 में शुरू हुई Tata Electronics ने अब तक ₹6,961 करोड़ अपने iPhone असेंबली ऑपरेशंस में लगाए हैं. पिछले साल कंपनी ने Wistron Corp का प्लांट ₹1,363.52 करोड़ में खरीदा, और ₹1,650 करोड़ में Pegatron की इंडिया यूनिट में 60% हिस्सेदारी ली. इसके अलावा ₹50 करोड़ सेमीकंडक्टर सब्सिडियरी में लगाए गए. कंपनी का दावा है कि Tata Electronics देश की सबसे बड़ी iPhone असेंबलर बन चुकी है. कंपनी आईफोन असेंबल के अलावा चिप मैन्यूफक्चरिंग के लिए सेमीकंडक्टर प्लान पर ज्यादा जोर दे रही है. इसी के चलते कंपनी ने कुछ समय पहले गुजरात और असम में दो सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट्स लगाने का ऐलान किया था.