IT सेक्टर में भूचाल, नौकरियों में 3 साल से जारी है कटौती, जानें TCS, Infosys, Wipro में अब कितने कर्मचारी

अंतरराष्ट्रीय मंदी और AI के असर से IT सेक्टर में छंटनी का दौर जारी है. TCS ने अपने वर्कफोर्स में 2 फीसदी कटौती का ऐलान किया है. भारत में IT सेक्टर रोजगार, विदेशी करेंसी और ग्लोबल पहचान में अहम भूमिका निभाता है. TCS, Infosys, HCL जैसी कंपनियां लाखों लोगों को रोजगार देती हैं.

TCS, Infosys, HCL जैसी कंपनियां लाखों लोगों को रोजगार देती हैं. Image Credit: CANVA

IT Sector TCS Layoffs: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर IT सेक्टर में मंदी के संकेत और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते प्रभाव के चलते कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं. इसका असर भारत पर भी पड़ा है, जहां कई IT कंपनियां अपने वर्कफोर्स में कटौती कर रही हैं. इसी कड़ी में टाटा ग्रुप की TCS ने भी घोषणा की है कि वह अपने कुल कर्मचारियों की संख्या में 2 फीसदी यानी 12000 की छंटनी करेगी. कंपनी के इस फैसले से IT सेक्टर में हड़कंप मच गया है, खासकर मिड और सीनियर लेवल के कर्मचारियों पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ेगा. इस घटनाक्रम ने देश की IT कंपनियों को एक बार फिर चर्चा के केंद्र में ला दिया है. ऐसे में आइए जानते हैं देश की पांच सबसे ज्यादा रोजगार देने वाली IT कंपनियों के बारे में. और कैसे पिछले 5 साल से कर्मचारियों के नेट एडिशन में लगातार कमी आती गई है.

TCS vs Infosys vs Wipro vs HCL vs Tech Mahindra में किसके पास कितने कर्मचारी

भारत में सबसे ज्यादा कर्मचारियों वाली IT कंपनी TCS है, जिसके पास 6.10 लाख कर्मचारी हैं. इसके बाद Infosys में 3.43 लाख, Tech Mahindra में 2.60 लाख, Wipro में 2.34 लाख और HCL Tech में 2.27 लाख कर्मचारी हैं. ये कंपनियां न केवल तकनीकी सेवाएं दे रही हैं, बल्कि बड़े स्तर पर रोजगार भी प्रदान कर रही हैं.

सबसे ज्यादा कर्मचारियों वाली कंपनियां

कंपनी का नामकुल कर्मचारी (Employees)
TCS6,10,000
Infosys3,43,234
Tech Mahindra2,60,000
Wipro2,34,054
HCL Tech2,27,000

पांच साल में नेट एडिशन का ट्रेंड हुआ निगेटिव

भारत की प्रमुख आईटी कंपनियों TCS, Infosys, Wipro, HCLTech और Tech Mahindra में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने का ट्रेंड पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बदला है. FY22 में सबसे अधिक हायरिंग देखी गई थी, जैसे TCS ने 1.03 लाख से ज्यादा लोगों का नेट एडिशन किया है, जबकि Infosys और Wipro ने क्रमशः 54,396 और 45,416 लोगों का नेट एडिशन किया . लेकिन FY24 और FY25 में इन कंपनियों में भारी गिरावट आई है और यह पॉजिटिव से नेगेटिव हो गया.

कंपनीFY20FY21FY22FY23FY24FY25
TCS24,17940,1851,03,54622,600-13,249-6,333
Infosys21,16817,24854,39629,2192,947-25,994
Wipro14,6509,25345,41617,074-3,013-5,836
HCLTech15,53615,78739,90017,0671,537-1,467
TechM4,0544,18222,9449,6451,227-13,276
सोर्स- कंपनियां

गिरती कमाई में छुपा है छंटनी का एक्शन

भारत की प्रमुख IT कंपनियों में पिछले 5 साल के CAGR के आधार पर LTIMindtree ने सबसे तेज ग्रोथ दिखाई है. कंपनी की कमाई हर साल औसतन 28 फीसदी और मुनाफा 25 फीसदी बढ़ा, जबकि शेयर में 16 फीसदी की तेजी आई. HCL Tech ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, इसके शेयर में 17 फीसदी की बढ़त हुई. Infosys की कमाई और मुनाफा दोनों 10 फीसदी से ज्यादा बढ़े. वहीं, TCS की कमाई 10 फीसदी, मुनाफा 8 फीसदी और शेयर में 7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. Wipro ने 8 फीसदी की कमाई और 6 फीसदी मुनाफे के साथ 13 फीसदी शेयर ग्रोथ दी.

पिछले 5 सालों की ग्रोथ (5Y CAGR)

कंपनी का नामरेवेन्यू ग्रोथमुनाफा (PAT) ग्रोथशेयर रिटर्न
TCS10%8%7%
Infosys12%10%10%
HCL Tech11%10%17%
Wipro8%6%13%
LTIMindtree28%25%16%

ये भी पढ़ें- TCS से 12000 की छंटनी IT सेक्टर में बढ़ाएगी संकट! दिग्गज को शोले मूवी आ रही है याद, क्या यही है नया ट्रेंड?

3 सालों में HCL Tech ने की ज्यादा कमाई

अगर सिर्फ पिछले 3 सालों की बात करें तो HCL Tech ने 9 फीसदी और TCS ने 8 फीसदी मुनाफे की बढ़ोतरी दर्ज की. Infosys का मुनाफा 6 फीसदी बढ़ा, जबकि Wipro सिर्फ 2 फीसदी की बढ़त दर्ज कर सका. Tech Mahindra को इस दौरान नुकसान झेलना पड़ा और इसका मुनाफा 11 फीसदी घटा है. यह आंकड़े दिखाते हैं कि हाल के सालों में कुछ कंपनियों का मुनाफा धीमा पड़ा है.

पिछले 3 सालों में मुनाफे की रफ्तार (3Y PAT CAGR)

कंपनी का नाममुनाफे की ग्रोथ (PAT CAGR)
TCS+8%
Infosys+6%
HCL Tech+9%
Wipro+2%
Tech Mahindra-11%

क्यों महत्वपूर्ण है आइटी सेक्टर

भारत का IT सेक्टर देश की अर्थव्यवस्था, रोजगार और वैश्विक पहचान के लिए बेहद अहम भूमिका निभाता है. IT सेक्टर लाखों लोगों को सीधी से नौकरी देता है. TCS, Infosys, Wipro जैसी कंपनियों में लाखों कर्मचारी काम करते हैं. इसके अलावा भारत की IT कंपनियां अमेरिका, यूरोप और अन्य देशों को सर्विस देती हैं, जिससे हर साल अरबों डॉलर की विदेशी करेंसी देश में आती है. इससे भारत का व्यापार घाटा कम होता है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.

दुनियाभर में भारतीयों का धाक

IT सेक्टर ने भारत में हजारों स्टार्टअप को जन्म दिया है, जैसे – Zomato, Swiggy, Flipkart, Paytm आदि. इससे इनोवेशन, डिजिटलीकरण और डिजिटल इंडिया जैसी सरकारी पहल को मजबूती मिली है. इसके अलावा भारतीय IT प्रोफेशनल्स की स्किल को दुनियाभर में माना जाता है. कई भारतीय CEO आज गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, IBM जैसी ग्लोबल कंपनियों का नेतृत्व कर रहे हैं. इससे भारत की साख और प्रतिष्ठा लेवल पर बढ़ी है.