वर्कफोर्स रीस्ट्रक्चरिंग के तहत 2 साल का सेवरेंस पैकेज दे रही TCS, क्या है मतलब और किसे होगा फायदा?

TCS ने वर्कफोर्स रीस्ट्रक्चरिंग के तहत 12,000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी की है. वहीं, सोशल मीडिया पर कई पूर्व कर्मचारियों ने दावा किया है कि वास्तविक संख्या इससे कहीं ज्यादा है. वहीं, इस सबके बीच TCS ने बताया है कि छंटनी की चपेट में आए कर्मचारियों को किस तरह से राहत दी गई है.

टीसीएन ने की छंटनी Image Credit: @AI/Money9live

IT दिग्गज Tata Consultancy Services (TCS) इन दिनों छंटनी और स्टॉक प्राइस में लगातार गिरावट को लेकर चर्चा में है. खासतौर पर TCS पर अमेरिकी H1B वीजा नियमों का असर होने की भी आशंका है. बहरहाल, FY26 Q2 नतीजों से पहले कंपनी ने बताया है कि कैसे छंटनी की चपेट में आए कर्मचारियों को राहत दी जा रही है.

TCS की तरफ से छंटनी के दायरे में आए कर्मचारियों को सेवरेंस पैकेज देने का ऐलान किया है. मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी की तरफ से उन मिड-सीनियर लेवल के कर्मचारियों को दो साल तक का सेवरेंस पैकेज देने की घोषणा की है, जिनकी स्किल्स बदलती क्लाइंट डिमांड के अनुसार अब अप्रासंगिक हो गई हैं.

जुलाई में TCS ने अपनी वर्कफोर्स का 2% यानी 12,000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का ऐलान किया, ताकि कंपनी को फ्यूचर-रेडी और चुस्त बनाया जा सके. एक्सपर्ट्स के मुताबिक TCS को ट्रंप की बदलती नीतियों के चलते अपने US बिजनेस और AI के चलते पूरे सेक्टर में आ रहे बदलावों क लिहाज से तैयार रहने के लिए अपनी वर्कफोर्स को रीस्ट्रक्चर करना पड़ रहा है.

क्या है TCS का रीस्ट्रक्चरिंग प्लान?

TCS के रीस्ट्रक्चरिंग प्लान के तहत तीन तरह के कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है. पहले स्तर पर वे कर्मचारी हैं, जिन्हें कंपनी की बेंच पॉलिसी के तहत भर्ती किया गया, लेकिन पिछले 8-9 महीने के दौरान किसी भी प्रोजेक्ट में उनका इस्तेमाल नहीं हो पाया है. वहीं, दूसरी कैटेगरी में वे कर्मचारी हैं, जो जरूरी स्किलसेट के मोर्चे पर मात खा रहे हैं. वहीं, तीसरा ग्रुप ऐसे कर्मचारियों का है, जो अर्ली रिटायरमेंट के दायरे में हैं.

क्या होता है सेवरेंस पैकेज?

सेवरेंस पैकेज असल में कंपनी की तरफ से नौकरी से निकाले जाने वाले कर्मचारियों को दी जाने वाली आर्थिक राहत होती है. आमतौर पर सेवरेंस पैकेज के तौर पर मासिक सैलरी को एक साथ जारी कर दिया जाता है. अगर किसी को 6 महीने का पैकेज दिया जाता है, तो उसे 6 महीने की सैलरी एक साथ जारी कर दी जाती है. TCS की तरफ से छंटनी की चपेट में आने वाले कर्मचारियों को अलग-अलग सेवरेंस पैकेज दिए जा रहे हैं. इनमें ज्यादातर कर्मचारियों तीन महीने की एडवांस सैलरी दी जा रही है. वहीं, कुछ कर्मचारी ऐसे हैं, जिन्हें 3 महीने की एडवांस सैलरी के साथ ही 6 महीने से लेकर 2 साल तक का सेवरेंस पैकेज दे रही है. इसके अलावा कुछ कर्मचारियों को आउटप्लेसमेंट व मेंटल हेल्थ के लिए अतिरिक्त सपोर्ट किया जा रहा है.

किसे कितना लाभ?

ऐसे कर्मचारी जिन्हें बेंच पर रखा गया. यानी पिछले 8 महीने में कोई भी प्रोजेक्ट नहीं मिला है. उन्हें सिर्फ 3 महीने की एडवांस सैलरी दी गई है. ये ज्यादातर जूनियर लेवल के कर्मचारी हैं. वहीं, दूसरी कैटेगरी ऐसे कर्मचारियों की है, जो समय के साथ खुद को अपस्किल नहीं कर पाए हैं और जिनका एक्सपीरिएंस 10 से 15 साल का है. ऐसे कर्मचारियों को 3 महीने की एडवांस सैलरी के साथ 6 से 1.5 साल तक का सेवरेंस पैकेज दिया गया है. वहीं, 15 साल से ज्यादा अनुभव रखने वाले कर्मचारी जो अर्ली रिटायरमेंट के दायरे में आते हैं, उन्हें 2 साल तक का सेवरेंस पैकेज दिया जा रहा है.

क्या है कंपनी प्रबंधन की राय

TCS CEO K Krithivasan ने इसे सबसे कठिन फैसलों में से एक बताते हुए कहा कि इससे मुख्य रूप से मिड और सीनियर लेवल के कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं.