दीपोत्सव पर 25 लाख दीयों से जगमग हुई अयोध्या नगरी, बन गए कई गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

अयोध्या में बुधवार को धूमधाम से 'दीपोत्सव-2024' मनाया गया. इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए हजारों की तादाद में लोग सरयू नदी के तट पर जमा हुए थे. इस दौरान दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बने.

दीपोत्सव-2024 Image Credit: Internet

अयोध्या की पावन धरती पर बीते दिनों कई गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बने.  ‘दीपोत्सव-2024’ का यह आयोजन जनवरी में राम मंदिर के अभिषेक के बाद पहला दीपोत्सव था. ऐसे में इस अवसर को भव्य बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई. अयोध्या में बुधवार को धूमधाम से ‘दीपोत्सव-2024’ मनाया गया. इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए हजारों की तादाद में लोग सरयू नदी के तट पर जमा हुए थे.  

इस दौरान दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बने. पहला रिकॉर्ड एक साथ सबसे ज्यादा लोगों द्वारा दीया जलाने का था. वहीं दूसरा रिकॉर्ड 2,512,585 तेल के दीये जलाने का था. दरअसल ‘दीपोत्सव-2024’ में सरयू नदी के तट को 25 लाख दीयों से सजाया गया था. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम, सीता और लक्ष्मण को दर्शाने वाले कलाकारों के रथ को खींचकर इस उत्सव की शुरुआत की.

काशी और मथुरा भी चमकना चाहिए

रथ को खींचने के दौरान कलाकारों ने पुष्प वर्षा की गई. इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य समेत कई अन्य नेता भी उत्सव में शामिल हुए. दीपोत्सव का यह आठवां संस्करण था. सीएम योगी ने कहा कि 2047 तक, जब देश अपनी आजादी के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा तब काशी और मथुरा को भी अयोध्या की तरह चमकना चाहिए.

मुख्यमंत्री योगी ने क्या कहा?

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि विपक्ष को माफियाओं की तरह विकास कार्य में बाधा बनने पर समाप्त कर दिया जाएगा. वहीं समाजवादी पार्टी के नेता और फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद ने बुधवार को कहा कि अयोध्या प्रशासन उन्हें दीपोत्सव कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया. इसके अलावा भाजपा सरकार पर ‘त्योहारों का राजनीतिकरण’ करने का आरोप लगाया. उन्होंने मीडिया से कहा, “मैं अयोध्या के सभी निवासियों को दिवाली के अवसर पर शुभकामनाएं देता हूं. भाजपा हमारे त्योहारों का भी राजनीतिकरण कर रही है. लोगों को बांट रही है.”