मैरी ब्रंकॉ, फ्रेड रैम्सडेल और शिमोन को मेडिसिन का नोबेल, खोजा इम्यून सिस्टम को कंट्रोल करने का तरीका

मैरी ई ब्रूनको, फ्रेड रैम्सडेल और शिमॉन साकागुची को ‘पेरिफेरल इम्यून टॉलरेंस’ पर उनके काम के लिए इस साल के चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार मिला है. यह खोज हमारे शरीर की इम्यूनिटी सिस्टम को समझने में नई क्रांति लाई है, जो ऑटोइम्यून बीमारियों जैसे की रुमेटॉइड आर्थराइटिस, टाइप1 डायबिटीज और ल्यूपस जैसे रोगों के इलाज का रास्ता साफ करेगा.

नोबल प्राइज

साल 2025 के नोबेल पुरस्कार की घोषणा हो गई है. इस बार मेडिसिन का नोबेल तीन वैज्ञानिकों को मिला है. उनके नाम मैरी ई. ब्रंकॉ, फ्रेड राम्सडेल और शिमोन साकागुची हैं. उन्हें यह पुरस्कार पेरीफेरल इम्यून टॉलरेंस पर किए गए रिसर्च के लिए मिला है. पेरिफेरल इम्यून टॉलरेंस (शरीर के बाहरी हिस्सों में इम्यून सिस्टम की सहनशीलता) से जुड़ी है. मैरी ई. ब्रंकॉ और फ्रेड राम्सडेल अमेरिका के जबकि शिमोन साकागुची जापान के हैं. भौतिकी, साहित्य और शांति सहित कई क्षेत्रों में दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कारों की घोषणा 6 अक्टूबर से शुरू हुई और 13 अक्टूबर तक चलेगी.

यह खोज हमारे शरीर की इम्यूनिटी सिस्टम को समझने में नई क्रांति लाई है, जो ऑटोइम्यून बीमारियों जैसे की रुमेटॉइड आर्थराइटिस, टाइप1 डायबिटीज और ल्यूपस जैसे रोगों के इलाज का रास्ता साफ करेगा.

कौन हैं ये तीन वैज्ञानिक?

  • मैरी ब्रंकॉ (जन्म 1961) ने अमेरिका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से पीएचडी की है. वह अभी सीएटल के इंस्टीट्यूट फॉर सिस्टम्स बायोलॉजी में सीनियर प्रोग्राम मैनेजर हैं.
  • फ्रेड रैम्सडेल (जन्म 1960) ने 1987 में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी (UCLA) से पीएचडी की और अब सैन फ्रांसिस्को की सोनोमा बायोथेराप्यूटिक्स कंपनी में साइंटिफिक एडवाइजर हैं.
  • शिमोन सकागुची (जन्म 1951) जापान के क्योटो यूनिवर्सिटी से डॉक्टर और पीएचडी हैं. वह अभी ओसाका यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं.

क्या है इनकी खोज?

हर दिन हमारा इम्यून सिस्टम हमें हजारों बैक्टीरिया और वायरस से बचाता है. लेकिन कई बार शरीर की यह सुरक्षा प्रणाली गलती से अपने ही अंगों पर हमला कर देती है, जिससे ऑटोइम्यून बीमारियां होती हैं. इन वैज्ञानिकों ने बताया कि शरीर में कुछ खास रेग्युलेटरी टी सेल्स (Regulatory T Cells) होती हैं जो इस गलती को रोकती हैं और शरीर को खुद से बचाती हैं.

इसे भी पढ़ें- अब बिना रेयर-अर्थ मैग्नेट के दौड़ेगी ओला की EV, मिला सरकारी सर्टिफिकेशन; घटेगी लागत बढ़ेगी परफॉर्मेंस