अब ऑपरेशन शील्ड की तैयारी, 31 मई को मोदी सरकार का मेगा प्लान, फिर डरेगा पाकिस्तान
गृह मंत्रालय 31 मई 2025 को ‘Operation Shield’ के तहत दूसरी Civil Defence Exercise आयोजित करने जा रहा है. इसमें एयर रेड सिमुलेशन, साइलेंट कॉल, और हॉटलाइन एक्टिवेशन जैसी एक्टिविटी शामिल होंगी. इससे पहले 7 मई को पहला अभ्यास किया गया था जिसमें कई कमियां उजागर हुई थीं. अब सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए यह दूसरी ड्रिल पश्चिमी सीमा से सटे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में होगी.

Operation Shield: गृह मंत्रालय ने देश की पश्चिमी सीमा से सटे राज्यों (गुजरात, पंजाब, राजस्थान, जम्मू कश्मीर ) और केंद्रशासित प्रदेशों में 31 मई 2025 को ऑपरेशन शील्ड के तहत दूसरी सिविल डिफेंस एक्सरसाइज आयोजित करने का निर्णय लिया है. यह जानकारी डायरेक्टर जनरल फायर सर्विस, सिविल डिफेंस एंड होमगार्ड द्वारा जारी पत्र के माध्यम से दी गई है. पहले यह 29 मई के लिए निर्धारित थी, लेकिन प्रशासनिक कारणों से इसे स्थगित करना पड़ा. अब यह 31 मई को आयोजित की जाएगी.
क्यों किया जा रहा है मॉक ड्रिल
पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के बीच आपातकालीन तैयारियों को मजबूत करने के उद्देश्य से इस मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. इस अभ्यास का उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में सिविल डिफेंस की तैयारियों को परखना और किसी भी शत्रुतापूर्ण स्थिति से निपटने की क्षमता को बेहतर बनाना है.
तीन प्रमुख एक्टिविटी होंगी शामिल
दूसरे चरण की मॉक ड्रिल के दौरान निम्नलिखित प्रमुख एक्टिविटी आयोजित की जाएंगी:
- General / Silent Recall – Civil Defence वार्डनों, स्वयंसेवकों, NCC, NSS, NYKS, और Bharat Scouts & Guides को विभिन्न सर्विस के संचालन और प्रशासनिक सहायता के लिए तैनात किया जाएगा.
- Air Raid Simulation – दुश्मन के विमानों, ड्रोन और मिसाइल हमलों की स्थिति में प्रतिक्रिया की तैयारी का अभ्यास किया जाएगा.
- Hotline और Air Raid Siren Testing – वायुसेना और Civil Defence कंट्रोल रूम्स (RCDCC/SDCDC/TCDCCs) के बीच हॉटलाइन एक्टिव की जाएंगी. साथ ही केंद्र द्वारा संचालित एयर रेड साइरनों का भी परीक्षण किया जाएगा.
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7 मई को हुआ था पहला आयोजन
7 मई को पहली बार राष्ट्रव्यापी सिविल डिफेंस एक्सरसाइज आयोजित की गई थी, जिसमें तैयारियों में कई खामियां सामने आईं. इसके बाद आपातकालीन शक्तियां लागू की गईं और SDRF के जरिए फंडिंग की गई. यह अभ्यास Operation Sindoor से ठीक पहले हुआ था, जो 22 अप्रैल को पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले (26 मौतें) के जवाब में शुरू किया गया था. 7 मई को ड्रिल शुरू हुई थी उसी दिन रात को भारत ने पाकिस्तान पर अटैक किया था.
भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया. इसके बाद 7 से 10 मई तक चार दिन तक संघर्ष चला, जिसमें भारत ने पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया. जवाब में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में सीमा और LoC पर गोलीबारी की, साथ ही पश्चिमी सेक्टर में ड्रोन और मिसाइल हमले भी किए.
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