Roti Rice Plate: थाली में महंगाई का तड़का! आलू-टमाटर के बढ़ते दाम ने तोड़ी कमर

चाहे शाकाहारी हो या गैर-शाकाहारी थाली, महंगाई ने खाने के खर्च को प्रभावित किया है. किचन खर्च में हुआ ये बदलाव लोगों को अपने बजट के हिसाब से योजना बनाने की चुनौती दे रहा है.

शाकाहारी थाली का बिगड़ा बजट Image Credit: RUSS ROHDE/Connect Images/Getty Images

देश की महंगाई बढ़ती है तो सबसे पहला असर घर के किचन पर होता है. कमरतोड़ महंगाई के दौर में यह खबर आपको चिंता में डाल सकती है. नवंबर 2024 में घर की सब्जी थाली की कीमतें सालाना आधार पर 7 फीसदी महंगी हो गई. हालांकि, महीने भर के हिसाब से देखें तो इसमें 2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. Crisil Roti Rice Plate रिपोर्ट के अनुसार, इस बढ़त की मुख्य वजह टमाटर और आलू की बढ़ती कीमतें हैं.

टमाटर और आलू ने बढ़ाई परेशानी

टमाटर की कीमतें नवंबर 2024 में 35 फीसदी बढ़कर 53 रुपये प्रति किलो हो गईं, जो पिछले साल इसी समय 40 रुपये थी. आलू के दाम में 50% का इजाफा हुआ. आलू 25 रुपये से बढ़कर 37 रुपये प्रति किलो हो गए. रिपोर्ट में सब्जियों की बढ़ती कीमत की वजह उत्पादन में कमी और पंजाब, उत्तर प्रदेश, गुजरात जैसे राज्यों में फसल पर लेट ब्लाइट रोग का असर बताया गया.

नवंबर में शाकाहारी थाली की कीमतों में महीने भर में 2% की गिरावट दर्ज हुई. यह मुख्यतः मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात से टमाटर की नई फसल आने के कारण हुआ. इन राज्यों में हुए प्रोडक्शन से नवंबर में टमाटर की कीमत 17% गिरी. हालांकि, आलू, प्याज और तेल की कीमतें बढ़ने से यह गिरावट पूरी तरह महसूस नहीं हुई.

यह भी पढ़ें: प्याज-टमाटर-लहसुन बने खलनायक, इसलिए नहीं घटी EMI,अब 2025 का करिए इंतजार

थाली की कीमतों पर दबाव डालने वाले अन्य कारणों में दाल और खाद्य तेल की कीमतें भी शामिल हैं. दाल की कीमत में 10 फीसदी और खाद्य तेल में 13 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

गैर-शाकाहारी थाली पर मामूली असर

वहीं, गैर-शाकाहारी थाली की कीमतें सालाना आधार पर सिर्फ 2 फीसदी बढ़ीं. इसके पीछे चिकन की कीमतों में 3% गिरावट एक राहत भरी बात रही. हालांकि, तेल और मसालों की बढ़ती कीमतों ने गैर-शाकाहारी खाने की लागत में थोड़ा इजाफा किया है.