किस चीज से बना होता है चश्मा साफ करने वाला कपड़ा, जो बिना स्क्रैच के क्लीयर कर देता है गंदगी, जानें सीक्रेट

आजकल चश्मा हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. चाहे हम ऑफिस में कंप्यूटर पर काम कर रहे हों या मोबाइल चला रहे हों, साफ और धब्बा-रहित लेंस हमारी आँखों की सेहत और स्पष्ट दिखाई देने के लिए बेहद जरूरी हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चश्मा साफ करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला कपड़ा किस चीज का बना होता है? आमतौर पर हम अपने चश्मे को साधारण कपड़े या फिर रूमाल से पोंछ लेते हैं, लेकिन इससे हमारे चश्मे पर खरोंच आ सकती है.

कौन से कपड़े का बना होता है चश्मा साफ करने वाला कपड़ा

Eyeglass Cleaning Cloth: क्या आप जानते हैं कि चश्मा साधारण कपड़े या रूमाल से साफ करने पर लेंस पर स्क्रैच आ सकती है? यही वजह है कि चश्मा साफ करने के लिए एक स्पेशल कपड़े का इस्तेमाल किया जाता है. यह साधारण कपड़ा नहीं होता बल्कि खास माइक्रोफाइबर क्लॉथ से बनाया जाता है. इस कपड़े की खासियत है कि यह लेंस की कोटिंग को नुकसान पहुंचाए बिना धूल, तेल और उंगलियों के निशान को आसानी से हटा देता है.

माइक्रोफाइबर कपड़ा क्या है?

यह कपड़ा बेहद बारीक सिंथेटिक फाइबर से बना होता है. आमतौर पर इसमें पॉलिएस्टर और पॉलीएमाइड यानी नायलॉन का मिश्रण होता है. इन फाइबर की मोटाई इंसान के बाल से लगभग 100 गुना पतली होती है. इतनी बारीकी की वजह से यह धूल और गंदगी को आसानी से पकड़ लेता है.

इसकी सतह क्यों होती है खास?

माइक्रोफाइबर कपड़े की सतह बेहद मुलायम और बिना खुरदराहट वाली होती है. इस कारण यह चश्मे की नाज़ुक कोटिंग (जैसे एंटी-रिफ्लेक्टिव, ब्लू लाइट फिल्टर या फोटोक्रोमिक कोटिंग) को नुकसान नहीं पहुंचाता. साधारण कपड़े, रूमाल, टिश्यू पेपर या तौलिया में मौजूद खुरदरे धागे लेंस पर स्क्रैच बना सकते हैं.

कैसे करता है काम?

माइक्रोफाइबर कपड़े में स्टैटिक इलेक्ट्रिसिटी पैदा होती है, जो धूल के महीन कणों को अपनी तरफ खींच लेती है.
यह उंगलियों के तेल और ग्रीस को भी अपनी सतह पर सोख लेता है. यही वजह है कि चश्मा इससे पोंछने पर एकदम साफ और चमकदार दिखने लगता है.

इसके अलावा, आजकल चश्मा हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. चाहे हम ऑफिस में कंप्यूटर पर काम कर रहे हों, मोबाइल चला रहे हों या तेज धूप में बाहर निकल रहे हों, साफ और धब्बा-रहित लेंस हमारी आंखों की सेहत और स्पष्ट दिखाई देने के लिए बेहद जरूरी है. गंदे और धुंधले लेंस न केवल देखने में दिक्कत पैदा करते हैं बल्कि हमारी आंखों पर भी दबाव डालते हैं. ऐसे में मार्केट में चश्मा साफ करने वाले स्प्रे आसानी से हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं चश्मा साफ करने वाले स्प्रे में क्या होता है साथ ही घर पर इसे कैसे आसानी से बना सकते हैं. चलिए जानते हैं.

चश्मा साफ करने वाले स्प्रे में क्या-क्या होता है?

एक बेसिक चश्मा क्लीनिंग स्प्रे में तीन मुख्य चीजें जिनमें आइसोप्रोपाइल अल्कोहल, डिस्टिल्ड वॉटर और लोशन-फ्री डिश सोप होती हैं. आइए जानते हैं कि चश्में को साफ करने में इनका क्या योगदान होता है.

  • आइसोप्रोपाइल अल्कोहल (Isopropyl Alcohol): यह गंदगी, तेल और फिंगरप्रिंट को हटाने में मदद करता है. यह जल्दी सूख जाता है और लेंस पर धब्बे नहीं छोड़ता है. आमतौर पर 70 फीसदी आइसोप्रोपाइल अल्कोहल सबसे बेहतर माना जाता है.
  • डिस्टिल्ड वॉटर (Distilled Water): इसमें मिनरल्स नहीं होते, जिससे लेंस पर सफेद धब्बे या जमाव नहीं बनता. नल का पानी लेंस को धुंधला कर सकता है, इसलिए डिस्टिल्ड वॉटर का इस्तेमाल जरूरी है.
  • लोशन-फ्री डिश सोप (Dish Soap): यह हल्का डिटर्जेंट होता है, जो चश्मे पर जमी चिकनाई और गंदगी को आसानी से हटाता है. इसमें खुशबू या डाई नहीं होनी चाहिए ताकि लेंस पर दाग न पड़े.
  • इसके अलावा किसी किसी में सफेद सिरका या एसेंशियल ऑयल की बूंदें भी मिक्स की जाती हैं, लेकिन यह ऑप्शनल है.

घर पर कैसे बनाएं चश्मा साफ करने वाला स्प्रे

घर पर भी हम चश्मा साफ करने वाला स्प्रे बना सकते हैं. इसे बनाना बेहद आसान है. इसके लिए बस चार चीजों की जरूरत होगी.

कौन सी चीजों की होगी जरूरत?

  • 30 ml ठंडा या हल्का गुनगुना पानी.
  • 30 ml 70 फीसदी आइसोप्रोपाइल अल्कोहल.
  • 2 बूंद लोशन-फ्री डिश सोप.
  • 60 ml की एक साफ स्प्रे बोतल.

क्या है बनाने का तरीका?

  • सबसे पहले स्प्रे बोतल को अच्छे से धोकर सुखा लें.
  • फिर इसमें 30 ml पानी डालें.
  • अब 30 ml आइसोप्रोपाइल अल्कोहल डालें.
  • फिर 2 बूंद डिश सोप डालें.
  • बोतल को बंद करके हल्के हाथ से हिलाकर या घुमाकर अच्छे से मिला लें.
  • अब आपका होममेड चश्मा क्लीनर तैयार है. इस्तेमाल के लिए लेंस पर हल्का स्प्रे करें और माइक्रोफाइबर कपड़े से धीरे-धीरे पोंछ लें.

चश्मे की देखभाल के जरूरी टिप्स

  • चश्मा हमेशा हल्के हाथ से साफ करें.
  • इस्तेमाल न करने पर इसे पेडेड केस में रखें.
  • कभी भी कपड़े, पेपर टॉवल या टिश्यू से लेंस साफ न करें क्योंकि इससे खरोंच पड़ सकती है.
  • ऐसे साबुन का इस्तेमाल न करें जिसमें लोशन, माइक्रोबीड्स या कठोर केमिकल हों.
  • रोजाना हल्के पानी और माइक्रोफाइबर कपड़े से लेंस पोंछना सबसे सुरक्षित तरीका है.

किस लेंस के लिए कौन सी रेसिपी चुनें

यदि आपके लेंस पर कोई स्पेशल कोटिंग नहीं है और आपको डिसइंफेक्ट भी चाहिए तो 3:1 आइसोप्रोपिल और वॉटर रेसिपी ठीक रहती है. अगर आपके लेंस पर एंटी-रिफ्लेक्टिव, एंटी-स्क्रैच, हाइड्रोफोबिक या दूसरी कोई कोटिंग है तो सबसे सुरक्षित रास्ता हल्का साबुन और पानी का इस्तेमाल करें. कोटेड लेंस पर बार-बार हार्ड अल्कोहल या तेज केमिकल इस्तेमाल करने से कोटिंग धीरे-धीरे खराब हो सकती है.

फ्रेम और नोज-पैड की सफाई कैसे करें

फ्रेम, नोज-पैड और कान पर बैठने वाले हिस्से अक्सर तेल और पसीने से गंदे होते हैं. इन हिस्सों को साबुन और पानी से धोना सबसे अच्छा रहता है. छोटे ब्रश या कॉटन स्वाब में थोड़ी क्लीनर लगाकर नोज-पैड व टाइट जोड़ वाले हिस्सों को साफ किया जा सकता है. उसके बाद फ्रेम को सूखा कर रखें. मेटल और प्लास्टिक फ्रेम के लिये अधिक गरम पानी या कठोर रसायन उपयोग न करें.

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