हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर हैं कन्फ्यूज, जानें 20,40 और 60 की उम्र में लेना चाहिए कौन सा प्लान और कितना आएगा प्रीमियम

भारत में बढ़ते इलाज खर्च के कारण हेल्थ इंश्योरेंस लेना जरूरी हो गया है. कोविड-19 के बाद जागरूकता बढ़ी लेकिन लोग अब भी सही प्लान और कवरेज को लेकर उलझन में हैं. विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि उम्र और जरूरत के अनुसार समय-समय पर हेल्थ पॉलिसी की समीक्षा करनी चाहिए. आइये जानते हैं कि किस उम्र में कौन सा प्लान लेना चाहिए.

हेल्थ इंश्योरेंस Image Credit: canva

भारत में बढ़ते मेडिकल खर्च को देखते हुए हेल्थ इंश्योरेंस अब जरूरत बन चुका है. कोविड-19 महामारी के बाद लोगों में हेल्थ बीमा को लेकर जागरूकता तो बढ़ी है लेकिन अब भी अधिकांश लोग नहीं जानते कि कब, कितना और किस तरह का हेल्थ कवर उन्हें लेना चाहिए. विशेषज्ञों का मानना है कि उम्र और जीवन के हर चरण में स्वास्थ्य बीमा की जरूरतें बदलती रहती हैं इसलिए समय-समय पर इसकी समीक्षा जरूरी है. अगर आप भी हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर कन्फ्यूज हैं तो आइये जानते हैं कि कौन सा प्लान आपके लिए सही और किस उम्र में कौन सी पॉलिसी लेनी चाहिए.

20 की उम्र में लें शुरुआती सुरक्षा

20 की उम्र में लोग आमतौर पर स्वस्थ होते हैं इसलिए इस उम्र में हेल्थ इंश्योरेंस का उद्देश्य किसी आकस्मिक हादसे या पारिवारिक बीमारी से बचाव होना चाहिए. इस उम्र में बीमा प्रीमियम काफी कम होता है जिससे लंबी अवधि में बड़ा फायदा मिलता है. शुरुआती उम्र में ही पॉलिसी लेकर वेटिंग पीरियड पूरा कर लेना बेहतर होता है.

हेल्थ कवर का प्रकारकवर राशिअनुमानित एनुअल प्रीमियम
बेसिक हेल्थ प्लान₹10 लाख₹12,000–₹13,000
एक्सीडेंटल डिसएबिलिटी प्लान₹25–30 लाख

30 की उम्र में फैमिली कवर

इस उम्र में शादी और बच्चों होने के कारण परिवार की जिम्मेदारी बढ़ जाती है इसलिए एक फैमिली फ्लोटर प्लान सबसे उपयुक्त रहता है. बेसिक पॉलिसी के साथ एक बड़ा टॉप-अप या सुपर टॉप-अप प्लान लेना अधिक किफायती विकल्प है. भले ही आपकी कंपनी की ओर से ग्रुप हेल्थ कवर मिलता हो लेकिन एक इंडिपिंडेंट पॉलिसी अवश्य लेनी चाहिए.

हेल्थ कवर का प्रकारकवर राशिअनुमानित एनुअल प्रीमियम
फैमिली फ्लोटर प्लान₹10 लाख₹18000-19000
टॉप-अप प्लान₹20 लाख (₹10 लाख डिडक्टिबल के साथ)₹5,000-6000
एक्सीडेंटल डिसएबिलिटी प्लान₹35–40 लाख

40 की उम्र में गंभीर बीमारियों का खतरा

40 की उम्र में डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और हार्ट की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए मौजूदा पॉलिसी के साथ एक क्रिटिकल इलनेस प्लान लेना जरूरी है. लंबे समय से चल रही पॉलिसी का फायदा यह होता है कि अब तक का वेटिंग पीरियड पूरा हो चुका होता है.

हेल्थ कवर का प्रकारकवर राशिअनुमानित एनुअल प्रीमियम
फैमिली फ्लोटर प्लान (मौजूदा प्लान जारी रखें, प्रीमियम बढ़ने के लिए तैयार रहें)₹10 लाख₹24000-26000
टॉप-अप प्लान (बीमित राशि बढ़ाने के साथ)₹30 लाख (₹10 लाख डिडक्टिबल के साथ)₹9000-10000
क्रिटिकल इलनेस फैमिली फ्लोटर प्लान₹40–50 लाख₹28000-30000 (₹50 लाख के लिए)
एक्सीडेंटल डिसएबिलिटी प्लान₹35–40 लाख

50 की उम्र में अधिकतम कवरेज

इस उम्र तक आपके बच्चे आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो जाते हैं. इसलिए उन्हें फैमिली फ्लोटर से अलग कर देना चाहिए. यह प्री-रिटायरमेंट का सबसे जोखिम भरा दौर होता है इसलिए कम से कम 50 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का कवरेज रखना उचित है.

हेल्थ कवर का प्रकारकवर राशिअनुमानित वार्षिक प्रीमियम
फैमिली फ्लोटर प्लान: बच्चों को हटा दें₹10 लाख₹31000-32000
टॉप-अप या सुपर टॉप-अप प्लान: मौजूदा प्लान जारी रखें या सुपर टॉप-अप प्लान में बदलें₹40 लाख (₹10 लाख डिडक्टिबल के साथ)₹13000-14000
क्रिटिकल इलनेस फैमिली फ्लोटर प्लान: मौजूदा प्लान को जारी रखें₹40–50 लाख₹49000-51000

60 के बाद रिटायरमेंट की सुरक्षा वाला प्लान

रिटायरमेंट के समय नियोक्ता की पॉलिसी को अपने नाम पर पोर्ट कर लें. यदि पहले से कोई प्लान है तो उसे जारी रखें क्योंकि इस उम्र में नया प्लान लेना मुश्किल हो सकता है. इसलिए बच्चों की कंपनी के ग्रुप कवर में शामिल होने का प्रयास करें. साथ ही जेब से होने वाले मेडिकल खर्च के लिए एक इमरजेंसी फंड बनाना न भूलें.

हेल्थ कवर का प्रकारकवर राशिअनुमानित एनुअल प्रीमियम
फैमिली फ्लोटर प्लान: मौजूदा प्लान जारी रखें₹10 लाख₹55000-58000
सुपर टॉप-अप प्लान: अस्पताल जाने की आवृत्ति बढ़ने पर चयनित विकल्प₹90 लाख (₹10 लाख डिडक्टिबल के साथ)₹28000-30000
क्रिटिकल इलनेस फैमिली फ्लोटर प्लान: मौजूदा प्लान जारी रखें₹40–50 लाख₹85000 (₹50 लाख के लिए)

डिस्क्लेमर- ये अनुमानित प्रीमियम policybazaar.com से लिए गये हैं. वास्तविक प्रीमियम अलग हो सकते हैं.