3 दिन से GMP फ्लैट, फिर भी करा सकता है ₹116000 तक का मुनाफा; 113 गुना पहुंचा इस SME IPO का सब्सक्रिप्शन

E to E Transportation Infrastructure Ltd का आईपीओ 26 दिसंबर को खुला था और 30 दिसंबर को बंद हो रहा है. यह SME आईपीओ पहले ही दिन पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया था. दूसरे दिन के अंत तक इस आईपीओ को 112 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिल चुका था.

E to E Transportation Infrastructure IPO Image Credit: Canva, Company Website

E to E Transportation IPO GMP: शेयर बाजार में इन दिनों SME आईपीओ का क्रेज साफ दिखाई दे रहा है. इसी कड़ी में E to E Transportation Infrastructure Ltd. का आईपीओ निवेशकों के बीच चर्चा का बड़ा विषय बन गया है. रेलवे सेक्टर से जुड़ी इस कंपनी के आईपीओ को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है. पहले ही दिन यह इश्यू पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया था और अब सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन तक इसकी मांग कई गुना बढ़ चुकी है.

निवेशकों की दिलचस्पी की सबसे बड़ी वजह इसका मजबूत सब्सक्रिप्शन और ग्रे मार्केट प्रीमियम यानी GMP है. GMP लगातार बढ़ रहा है, जिससे लिस्टिंग गेन की उम्मीद भी मजबूत होती जा रही है. SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होने वाला यह आईपीओ उन निवेशकों के लिए खास माना जा रहा है, जो छोटे इश्यू में बेहतर रिटर्न की तलाश में रहते हैं.

सब्सक्रिप्शन का हाल

E to E Transportation Infrastructure Ltd का आईपीओ 26 दिसंबर को खुला था और 30 दिसंबर को बंद हो रहा है. यह SME आईपीओ पहले ही दिन पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया था. दूसरे दिन के अंत तक इस आईपीओ को 112 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिल चुका था. निवेशकों ने करीब 34.62 लाख शेयरों के मुकाबले लगभग 38.88 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई. मंगलवार को तीसरे दिन तक यह सब्सक्रिप्शन बढ़कर करीब 213 गुना तक पहुंच गया. यह आंकड़े साफ दिखाते हैं कि निवेशकों का भरोसा इस कंपनी और इसके बिजनेस मॉडल पर काफी मजबूत है.

GMP क्यों बना चर्चा का विषय

सब्सक्रिप्शन के साथ-साथ E to E Transportation IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम भी फोकस में है. 30 दिसंबर को इसका GMP करीब 143 रुपये प्रति शेयर दर्ज किया गया. आईपीओ का अपर प्राइस बैंड 174 रुपये है. इस हिसाब से संभावित लिस्टिंग कीमत करीब 317 रुपये हो सकती है. यानी इश्यू प्राइस के मुकाबले लगभग 82 फीसदी का प्रीमियम. हालांकि यह साफ करना जरूरी है कि GMP कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं होता. यह केवल बाजार की धारणा और अनुमान पर आधारित होता है. फिर भी निवेशक इसे लिस्टिंग गेन का एक संकेत मानते हैं.

तारीखIPO कीमत (₹)GMP (₹)सब्सक्रिप्शनअनुमानित लिस्टिंग कीमत (₹)अनुमानित मुनाफा
30-12-2025174.00₹145 ↑213.81 गुना₹319 (83.33%)₹1,16,000
29-12-2025174.00₹143 ↓125.58 गुना₹317 (82.18%)₹1,14,400
28-12-2025174.00₹145 →7.42 गुना₹319 (83.33%)₹1,16,000

E to E Transportation IPO

यह एक बुक बिल्ट इश्यू है, जिसका कुल साइज 84.22 करोड़ रुपये का है. आईपीओ पूरी तरह फ्रेश इश्यू है, जिसमें 48 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं. इसमें ऑफर फॉर सेल का कोई हिस्सा नहीं है. इस आईपीओ का प्राइस बैंड 164 रुपये से 174 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. एक लॉट में 800 शेयर हैं. रिटेल निवेशकों को कम से कम 2 लॉट यानी 1,600 शेयर के लिए आवेदन करना होगा. अपर प्राइस बैंड पर यह निवेश करीब 2.78 लाख रुपये का बनता है. HNI निवेशकों के लिए न्यूनतम आवेदन 3 लॉट यानी 2,400 शेयर का है, जिसकी रकम करीब 4.17 लाख रुपये होती है.

अलॉटमेंट और लिस्टिंग डेट

E to E Transportation IPO का अलॉटमेंट 31 दिसंबर को फाइनल होने की उम्मीद है. जिन निवेशकों को शेयर नहीं मिलेंगे, उन्हें 1 जनवरी 2026 को रिफंड मिल सकता है. इसी दिन जिन निवेशकों को अलॉटमेंट मिलेगा, उनके डिमैट अकाउंट में शेयर ट्रांसफर कर दिए जाएंगे. इस आईपीओ की लिस्टिंग 2 जनवरी 2026 को NSE SME प्लेटफॉर्म पर होने की संभावना है.

अलॉटमेंट स्टेटस कहां देखें

आईपीओ में आवेदन करने वाले निवेशक NSE की वेबसाइट और MUFG Intime India की वेबसाइट पर जाकर अपना अलॉटमेंट स्टेटस चेक कर सकते हैं.कंपनी ने बताया है कि आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल मुख्य रूप से वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और सामान्य कॉरपोरेट खर्चों के लिए किया जाएगा.

कंपनी का बिजनेस और वित्तीय स्थिति

E to E Transportation Infrastructure Ltd. की स्थापना साल 2010 में हुई थी. यह कंपनी रेलवे सेक्टर के लिए इंजीनियरिंग और सिस्टम इंटीग्रेशन सॉल्यूशन देती है. कंपनी सिग्नलिंग, टेलीकम्युनिकेशन, ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन और ट्रैक प्रोजेक्ट्स में काम करती है. डिजाइन से लेकर इंस्टॉलेशन और टेस्टिंग तक पूरी सेवा देती है. वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी की कुल आय बढ़कर 253.82 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल 172.5 करोड़ रुपये थी. मुनाफा भी बढ़कर करीब 14 करोड़ रुपये पहुंच गया.

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डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.