4.5 गुना सब्सक्राइब हुआ इस IT कंपनी का IPO, GMP दे रहा 12% प्रीमियम का संकेत, 1 लॉट पर ₹1800 का मुनाफा
एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज का 500 करोड़ रुपये का IPO 19 नवंबर को खुल चुका है और 21 नवंबर तक निवेश के लिए उपलब्ध है. 114–120 रुपये के प्राइस बैंड और 125 शेयरों के लॉट साइज के साथ यह इश्यू निवेशकों का ध्यान खींच रहा है. वहीं जीएमपी 14.5 रुपये चल रहा है, जो संभावित मजबूत लिस्टिंग का संकेत देता है.
Excelsoft Technologies IPO: IT सेक्टर की कंपनी एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज (Excelsoft Technologies) का IPO 19 नवंबर को खुल चुका है. आज निवेश के लिए दूसरा दिन है. इस इश्यू के जरिए कंपनी बाजार से 500 करोड़ रुपये जुटा रही है. यह फ्रेश इश्यू और OFS का मिश्रण है. यानी इश्यू के जरिए जुटाई जाने वाली पूरी राशि कंपनी के पास नहीं जाएगी. निवेशक 21 नवंबर तक इसमें निवेश कर सकेंगे. अब तक इस इश्यू को 4.5 गुना बोली मिली है. इस इश्यू में रिटेल निवेशक जमकर निवेश कर रहे हैं.
Excelsoft Technologies डिटेल्स
इस इश्यू का प्राइस बैंड 114 से 120 प्रति शेयर रखा गया है. 125 शेयरों का एक लॉट बनाया गया है. रिटेल निवेशक को कम से कम 1 लॉट में निवेश करने होंगे, जिसके लिए उन्हें 15000 रुपये का निवेश करना होगा.
क्या है GMP का हाल?
20 नवंबर की दोपहर 1 बजकर 2 मिनट पर इस इश्यू का ग्रे मार्केट प्रीमियम 14.5 रुपये है जो पिछले दिन से एक रुपया कम है. मौजूदा जीएमपी के आधार पर यह 134.5 रुपये पर बाजार में लिस्ट हो सकता है जो 12 फीसदी से अधिक के प्रीमियम को दर्शाता है.
कितना हुआ सब्सक्रिप्शन?
20 नवंबर को 2 बजकर 43 मिनट तक इसे 4.56 गुना बोली मिली है. रिटेल निवेशक जमकर दांव लगा रहे हैं. अब तक इस कैटेगरी में आईपीओ 4.52 गुना सब्सक्राइब हुआ तो, वहीं NII कैटेगरी में 10.66 गुना बोली लगी है. सबसे कम बोली 0.05 गुना बोली आई है.
इन पैसों का क्या करेगी कंपनी?
| कहां खर्च होगी राशि | राशि करोड़ रुपये में |
|---|---|
| मैसूर में जमीन खरीदने और इमारत बनाने के लिए | 72 |
| मैसूर में मौजूदा फैसिलिटी को सपोर्ट करने के लिए | 39.5 |
| IT इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए | 54.6 |
| सामान्य कामों के लिए | 334.5 |
क्या करती है कंपनी?
एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज एक ग्लोबल SasS (Software as a Service) कंपनी है, जो लर्निंग और असेसमेंट मार्केट पर फोकस करती है. यह शिक्षा और परीक्षा से जुड़े सॉफ्टवेयर बनाती है. परीक्षा और सर्टिफिकेशन देने वाली संस्थाएं, एडमिशन टेस्ट काउंसिल, सरकारी विभाग और कंपनियां कंपनी के सरस ई-असेसमेंट प्लेटफॉर्म और ईजीप्रॉक्टर रिमोट प्रॉक्टरिंग प्रोडक्ट का इस्तेमाल करती हैं.
ये परीक्षाएं कराने में मदद करते हैं. कंपनी पब्लिशर्स को डिजिटल लर्निंग सॉल्यूशन देने में मदद करती है. इसमें डिजिटल एसेट मैनेजमेंट, सब्सक्रिप्शन मैनेजमेंट और एनालिटिक्स शामिल हैं. अगस्त 2025 तक कंपनी 19 देशों में 76 क्लाइंट्स को सर्विस दे रही है. इसका कारोबार भारत, मलेशिया, सिंगापुर, यूके और अमेरिका तक फैला हुआ है.
डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.