2 साल में 15% रिटर्न! Helios Flexi Cap Fund ने कैटेगरी एवरेज और BSE 500 TRI बेंचमार्क दोनों को छोड़ा पीछे
हेलियस फ्लेक्सी कैप फंड ने दो साल में कैटेगरी और बेंचमार्क दोनों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है. वैल्यू रिसर्च के अनुसार, फंड की मिड-स्मॉल कैप झुकाव और लो-टर्नओवर पोर्टफोलियो ने इसके रिटर्न को मजबूत बनाया. हालांकि विशेषज्ञ कहते हैं कि फंड अभी नया है और इसे लंबी अवधि में ही परखा जा सकता है.
Helios Flexi Cap Fund ने लॉन्च के सिर्फ दो साल में ही खुद को एक मजबूत परफॉर्मर के तौर पर स्थापित कर लिया है. वैल्यू रिसर्च की ताजा रिपोर्ट बताती है कि फंड ने ऐसे समय में शानदार रिटर्न दिए हैं, जब कई फ्लेक्सी-कैप फंड मार्केट की चाल के साथ तालमेल नहीं बैठा पा रहे थे. छोटे और मझोले शेयरों पर ज्यादा भरोसा और लो-टर्नओवर पोर्टफोलियो इस फंड की खासियत बनकर सामने आए हैं.
दूसरे साल में 15.2% रिटर्न, कैटेगरी से कई गुणा बेहतर
वैल्यू रिसर्च के मुताबिक, फंड ने अपने दूसरे साल में 15.2 फीसदी का रिटर्न दिया, जबकि फ्लेक्सी-कैप कैटेगरी का औसत रिटर्न सिर्फ 4.7% रहा. दो साल की अवधि में फंड के डायरेक्ट प्लान ने 24.2 फीसदी का वार्षिक रिटर्न दिया. यह न सिर्फ कैटेगरी एवरेज (14.8%) बल्कि इसके बेंचमार्क BSE 500 TRI (17.5%) से भी आगे रहा.
पोर्टफोलियो पोजिशनिंग बनी बढ़त की सबसे बड़ी वजह
वैल्यू रिसर्च का कहना है कि फंड की आउटपरफॉर्मेंस का सबसे बड़ा कारण इसका पोर्टफोलियो स्ट्रक्चर है. जहां आमतौर पर फ्लेक्सी-कैप फंड्स 60% से ज्यादा पैसा लार्ज कैप में लगाते हैं, वहीं हेलियस फ्लेक्सी कैप फंड सिर्फ लगभग 50% ही लार्ज कैप में निवेश करता है. बाकी हिस्सा मिड और स्मॉल कैप शेयरों में लगाया जाता है, जिन्होंने हाल के समय में बेहतर रिटर्न दिए हैं.
लो कैश लेवल और हाई-कन्विक्शन स्टॉक्स
रिपोर्ट बताती है कि फंड औसतन सिर्फ 0.7% कैश रखता है. इससे रिटर्न पर कैश ड्रैग का असर कम होता है. इसके अलावा, फंड के पोर्टफोलियो में कई ऐसी यूनिक और हाई-कन्विक्शन कंपनियां शामिल हैं, जो आमतौर पर दूसरे फंड्स में देखने को नहीं मिलतीं. फंड का टर्नओवर काफी कम है- 67 में से 33 स्टॉक्स पिछले 12 महीनों से बिना बदले हुए हैं.
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हालांकि परफॉर्मेंस मजबूत दिखता है, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि दो साल का समय किसी फंड को पूरी तरह परखने के लिए काफी नहीं होता. आमतौर पर तीन साल का ट्रैक रिकॉर्ड जरूरी माना जाता है. साथ ही, फंड का ज्यादा मिड-स्मॉल कैप एक्सपोजर इसे ज्यादा उतार-चढ़ाव वाला भी बनाता है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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