450 करोड़ का IPO, खुलने से पहले ₹112 पर GMP; SBI Securities ने कहा- सब्सक्राइब करें, जानें इश्यू की पूरी कुंडली
ऑनलाइन एजुकेशन सेक्टर की कंपनी का 450 करोड़ रुपये का IPO 23 से 25 सितंबर तक खुलेगा. इसके लिए कंपनी ने प्राइस बैंड तय कर दिया है और ग्रे मार्केट में GMP पहले ही 112 रुपये तक पहुंच चुका है. अब इस पर एसबीआई सिक्योरिटीज ने आईपीओ नोट जारी किया है. आइए बताते हैं सभी जानकारी.

Jaro IPO SBI Securities Note GMP: ऑनलाइन एजुकेशन सेक्टर की कंपनी Jaro Institute of Technology Management & Research Ltd ने अपने IPO को लाने की पूरी तैयारी कर ली है. यह IPO 23 सितंबर से 25 सितंबर तक खुला रहेगा. कुल IPO का आकार 450 करोड़ रुपये है, जिसमें से 170 करोड़ रुपये नया इश्यू और 280 करोड़ रुपये ऑफर फॉर सेल के जरिए प्रमोटर्स की हिस्सेदारी पब्लिक में आएगी. प्राइस बैंड 846 रुपये से 890 रुपये रखा गया है और ग्रे मार्केट में इसके प्रीमियम ने पहले ही 112 रुपये तक छू लिया है, जो निवेशकों में उत्साह बढ़ा रहा है. अब इसी इश्यू को लेकर ब्रोकरेज फर्म SBI Securities ने आईपीओ नोट जारी किया है. आइए समझते हैं कि एसबीआई सिक्योरिटीज का इश्यू को लेकर क्या आउटलुक है.
IPO का इस्तेमाल
IPO से जुटाए गए फंड का इस्तेमाल तीन मुख्य क्षेत्रों में किया जाएगा. सबसे बड़ा हिस्सा मार्केटिंग और ब्रांड बिल्डिंग में 81 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा. इसके अलावा कंपनी अपने कर्ज की चुकौती के लिए 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल करेगी और बची हुई राशि जनरल कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए रखी जाएगी. इश्यू के एक लॉट में 16 शेयर होंगे.
क्या है GMP के इशारे?
इश्यू खुलने से पहले ही जारो इंस्टीट्यूट आईपीओ ग्रे मार्केट पर अच्छी लिस्टिंग के संकेत दे रहा है. मौजूदा समय में कंपनी का आईपीओ 112 रुपये के लिस्टिंग गेन की ओर इशारा कर रहा है. यानी 12.58 फीसदी का फायदा प्रति शेयर और 1792 रुपये का लाभ प्रति लाट. बता दें कि इसमें लगातार तेजी आ रही है. 18 सितंबर को इश्यू का जीएमपी 100 रुपये पर था, 19 को बढ़कर 104 हुआ.
ये हैं हाइलाइट्स
एसबीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक, Jaro Institute ने लर्नर्स के लिए लचीले और आसानी से उपलब्ध शिक्षा समाधान प्रदान किए हैं. इसके पास मजबूत LMS और इमर्सिव स्टूडियोज हैं. कंपनी सिर्फ कोर्स ही नहीं देती, बल्कि मार्केटिंग, ब्रांड बिल्डिंग और कस्टमाइज्ड सपोर्ट भी प्रदान करती है, जिससे विश्वविद्यालय इसे अपनी ऑनलाइन और हाइब्रिड डिग्री प्रोग्राम्स के लिए पसंद करते हैं. FY22 से FY25 के बीच, कंपनी ने अपने पार्टनर नेटवर्क को 22 से 36 तक बढ़ाया. कस्टमाइज्ड कंटेंट और काउंसलिंग-आधारित एप्रोच के चलते लर्नर संतुष्टि और लॉन्ग-टर्म रिलेशनशिप मजबूत हुई है. Jaro के पास 268 कोर्स हैं, जिनकी अवधि 6 महीने से 36 महीने तक है. इसके कारण डिग्री प्रोग्राम्स का कंप्लीशन रेट 85 फीसदी और सर्टिफिकेशन कोर्स का 94.9 फीसदी है.
कैसी है वित्तीय स्थिति?
कंपनी ने FY23-FY25 में शानदार ग्रोथ दिखाई है. FY23 में कंपनी का रेवेन्यू 122 करोड़ रुपये था, जो FY24 में 199 करोड़ और FY25 में 252 करोड़ रुपये तक बढ़ गया. EBITDA और PAT भी इसी दौरान क्रमशः 23 करोड़ से 82 करोड़ और 11 करोड़ से 52 करोड़ रुपये तक बढ़े. इस दौरान कंपनी का Revenue/EBITDA/PAT CAGR 44 फीसदी / 88 फीसदी / 113 फीसदी रहा. IPO के बाद कंपनी का P/E रेशियो 38.2x रहेगा, जो इसके ग्रोथ प्रॉस्पेक्ट्स को दर्शाता है.
Particulars | FY23 (₹ Cr) | FY24 (₹ Cr) | FY25 (₹ Cr) |
---|---|---|---|
Revenue | 122 | 199 | 252 |
EBITDA | 23 | 62 | 82 |
Adjusted PAT | 11 | 40 | 52 |
EBITDA Margin | 18.9% | 31.3% | 32.4% |
PAT Margin | 9.3% | 20.3% | 20.5% |
क्या हैं रिस्क फैक्टर?
कंपनी के व्यवसाय में कुछ रिस्क भी हैं. Jaro खुद कोई कंटेंट नहीं बनाती, इसलिए पूरी तरह से पार्टनर संस्थाओं पर निर्भर है. FY25 में कंपनी का 81.4 फीसदी रेवेन्यू टॉप 10 पार्टनर्स से आया, जिससे रेवेन्यू का केंद्रीकरण एक जोखिम बनता है. इसके अलावा अधिकांश राजस्व पश्चिमी भारत (महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश) से आता है, इसलिए भौगोलिक केंद्रीकरण भी जोखिम पैदा करता है. व्यवसाय शैक्षणिक चक्र पर निर्भर होने के कारण सीजनल उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकते हैं.
ग्रोथ स्ट्रेटेजी?
कंपनी अपनी मार्केट शेयर बढ़ाने के लिए अधिक पार्टनर और कोर्स पेश करेगी. डिजिटल प्लेटफॉर्म और लर्नर अनुभव को बेहतर बनाने पर जोर दिया जाएगा. कंपनी भारत के अन्य राज्यों में और ऑफिस, लर्निंग सेंटर और इमर्सिव स्टूडियोज खोलने की योजना बना रही है. इसके साथ ही प्रीमियम ऑफर और काउंसलिंग टूल्स के जरिए लीड जनरेशन बढ़ाया जाएगा.
क्या है ब्रोकरेज की राय?
SBI Securities ने इस IPO को लंबी अवधि के निवेश के लिए “SUBSCRIBE” की रेटिंग दी है. ग्रे मार्केट में 112 रुपये का प्रीमियम और मजबूत वित्तीय प्रदर्शन इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाते हैं. अगर आप ऑनलाइन एजुकेशन और अपस्किलिंग सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं, तो Jaro Institute का यह IPO लॉन्ग-टर्म के लिए अच्छा अवसर साबित हो सकता है.
कंपनी की जानकारी
Jaro Institute एक ऑनलाइन हाई एजुकेशन और अपस्किलिंग प्लेटफॉर्म है, जो अलग-अलग डिग्री और सर्टिफिकेशन कोर्स प्रदान करता है जैसे MBA, DBA, M.Com, PGDM, MCA, BCA और कई क्रॉस-डिसिप्लिनरी कोर्स. कंपनी ने अब तक 36 पार्टनर संस्थाओं के साथ साझेदारी की है, जिसमें 16 टियर I विश्वविद्यालय (7 IIMs और 7 IITs) और 15 टियर II संस्थान शामिल हैं. अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों में Swiss School of Management और Rotman School of Management, Canada शामिल हैं. Jaro का पैन-इंडिया प्रेजेंस है, जिसमें 22 ऑफिस/लर्निंग सेंटर और 17 इमर्सिव स्टूडियो हैं.
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डिसक्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.
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