इस दिवाली करें मल्टी-एसेट फंड में निवेश, बढ़ाएं अपने पोर्टफोलियो की चमक
जिस तरह पूजा की थाली की हर वस्तु का अनुष्ठान पूरा करने में एक अलग उद्देश्य होता है, उसी तरह मल्टी-एसेट फंड में अलग अलग एसेट क्लास एक साथ मिलकर निवेश के लिए एक मजबूत पोर्टफोलियो बनाते हैं.

सुरेश सोनी
दिवाली को रोशनी का त्योहार कहते हैं. भारतीयों में इसका सबसे ज्यादा क्रेज है. यह एक ऐसा समय है, जब पूरा परिवार एकजुट होता है और साथ मिलकर खुशियां मनाता है. यह समय अपने उन रिश्तेदारों से मिलने का है, जिनसे लंबे समय से आप नहीं मिल पाए हैं, साथ ही यह समय दोस्तों के साथ पार्टी मनाने का या सेलिब्रेट करने का भी है. दिवाली के उत्सव का केंद्र लक्ष्मी पूजा है, जहां हम घर में धन और संपन्नता लाने के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं. हम उम्मीद करते हैं कि धन की देवी मां लक्ष्मी हमारे भी निवेश को गति देंगी, लेकिन इसके लिए समझदारी से निवेश जरूरी है.
जब भी हम अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो की योजना बनाते है, उस समय देवी लक्ष्मी की पूजा थाली से प्रेरणा ले सकते हैं. पूजा थाली में कई तरह की वस्तुएं होती हैं, जिनमें से हर एक पूजा की पूरी प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. जिस तरह पूजा की थाली की हर वस्तु का अनुष्ठान पूरा करने में एक अलग उद्देश्य होता है, उसी तरह मल्टी-एसेट फंड में अलग अलग एसेट क्लास एक साथ मिलकर निवेश के लिए एक मजबूत पोर्टफोलियो बनाते हैं. पूजा की थाली के अलग अलग वस्तुओं की तरह, मल्टी-एसेट फंड में भी कैश के साथ-साथ इक्विटी, डेट, गोल्ड जैसे अलग अलग एसेट क्लास को शामिल करना चाहिए.
दीया (दीपक): पोर्टफोलियो में दीपक की तरह है इक्विटी
पूजा की थाली का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कंपोनेंट दीपक है। एक दीपक अंधेरे को दूर करने का प्रतीक है और यह किसी के जीवन में उम्मीद और स्पष्टता लाता है। यह रास्ता दिखाने वाला प्रकाश है, जो पूरे अनुष्ठान को प्रकाशित करता है। मल्टी-एसेट फंड के संदर्भ में, इक्विटी भी दीपक की तरह अपनी भूमिका निभाते हैं। इक्विटी आम तौर पर पोर्टफोलियो का ग्रोथ इंजन होती है, जो लॉन्ग टर्म में हाई रिर्न देने के लिए जानी जाती है।
जैसे दीपक कमरे को रोशन करता है, वैसे ही इक्विटी लंबी अवधि में हाई रिटर्न की पेशकश कर ग्रोथ के रास्ते को रोशन करने में मदद करता है। हालांकि बाजार की अस्थिरता के कारण उनमें एक निश्चित स्तर का जोखिम होता है, लेकिन वेल्थ क्रिएशन की उनकी क्षमता उन्हें एक अच्छी तरह से बैलेंस पोर्टफोलियो के लिए जरूरी बनाती है। कई रिसर्च से पता चला है कि लंबी अवधि के दौरान इक्विटी ने हमेशा निवेशकों को पॉजिटिव रिटर्न के साथ बेहतर अनुभव दिया है। इक्विटी हाइएस्ट लॉन्ग टर्म रिटर्न वाला एसेट क्लास है।
फूल: खुशबू की तरह है डेट एसेट क्लास
फूल देवी लक्ष्मी की पूजा थाली का एक अन्य महत्वपूर्ण कंपोनेंट हैं, जो इसकी सुंदरता बढ़ाते हैं और पवित्रता का प्रतीक हैं। वे पूजा में खुशबू और रंग जोड़ते हैं। वहीं पूजा की प्रक्रिया में मन की शांति बढ़ाते हैं और इसे और अधिक आध्यात्मिक बनाने में मदद करते हैं। मल्टी-एसेट फंड में, डेट विकल्प -जैसे बॉन्ड, डिबेंचर और गवर्नमेंट सिक्योरिटीज, एक समान भूमिका निभाते हैं।
मल्टी-एसेट फंड में डेट के विकल्प स्थिरता के साथ रेगुलर इनकम प्रदान करते हैं, जैसे फूल की भूमिका पूजा पाठ में खूबसूरती और शांति जोड़ना होता है। जबकि इक्विटी में उतार-चढ़ाव होता है, डेट विकल्प एक बफर के रूप में काम करते हैं। डेट फंड या ऐसे विकल्प यह सुनिश्चित करते हैं कि पोर्टफोलियो में बैलेंस बना रहे और बाजार के बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव से सुरक्षा मिले। वे पोर्टफोलियो को सुरक्षा देते हैं, जिसके चलते निवेशकों को रेगुलर इनकम के साथ ही बाजार की अनिश्चितताओं से निपटने का भरोसा हासिल होता है, जो कैश फ्लो की जरूरतों का ध्यान रखने में भी मदद करती है।
रोली/तिलक: गोल्ड, सुरक्षा कवच
रोली या तिलक, पूजा के दौरान शुभ और सुरक्षा के प्रतीक के रूप में माथे पर लगाया जाता है। यह पवित्र चिन्ह भक्तों को निगेटिव एनर्जी से बचाता है। मल्टी-एसेट फंड में, गोल्ड इस तरह से सुरक्षा ढाल के रूप में काम करता है।
गोल्ड को अक्सर महंगाई और बाजार की मंदी के खिलाफ सुरक्षा या बचाव के रूप में माना जाता है। तिलक, जो रक्षा करने के साथ ही आशीर्वाद देता है, उसी तरह गोल्ड आर्थिक उथल-पुथल के समय एक सुरक्षित एसेट क्लास के रूप में काम करके आपके पोर्टफोलियो को भी सेफ करता है। वैल्यू को संरक्षित करने की इसकी क्षमता, इसे अपने निवेश की सुरक्षा चाहने वाले निवेशकों के लिए एक जरूरी एसेट क्लास बनाती है। हाल के दिनों में देखा गया है कि गोल्ड ने हाई रिटर्न दिया है। गोल्ड की कीमतों में तेजी का एक कारण यह है कि इस कीमती मेटल के कई उपयोग हैं और दुनिया में गोल्ड के सबसे बड़े कंज्यूमर्स भारत और चीन में प्रति व्यक्ति आय बढ़ने के साथ, इसकी मांग भी बढ़ रही है।
क्वॉइंस/मनी: कैश इक्विवेलेंट्स
अंत में, धन, संपन्नता और वित्तीय रूप से पर्याप्त संसाधन होने के प्रतीक के रूप में पूजा की थाली पर सिक्के या धन रखे जाते हैं। वे फाइनेंशियल ग्रोथ और स्थिरता के लिए देवी लक्ष्मी से आशीर्वाद मांगने के लिए हैं। निवेश की दुनिया में, कैश या कैश इक्विवेलेंट्स, जैसे TREPS (ट्रीजरी बिल रीपरचेज एग्रीमेंट्स) और ट्रीजरी बिल, इन सिक्कों के समान हैं।
कैश पोर्टफोलियो के भीतर एक सुरक्षा का जाल बनाते हैं, जो बाजार की अस्थिरता के दौरान पोर्टफोलियो को स्थिरता और फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करते हैं।
रिजल्ट: बेहतर संतुलन
जिस प्रकार पूजा की थाली इन सभी वस्तुओं के बिना अधूरी है, उसी तरह एक पोर्टफोलियो को संतुलित करने और लंबी अवधि में हाई रिटर्न हासिल करने के लिए एसेट क्लास के मिश्रण की जरूरत होती है। मल्टी-एसेट फंड, इक्विटी, डेट, गोल्ड और कैश के संयोजन के साथ निवेशकों को वेल्थ क्रिएशन के लिए एक डाइवर्सिफिकेशन प्रदान करते हैं, जिससे आपका म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो मजबूत होता है।
Disclaimer: (लेखक बड़ौदा बीएनपी पारिबा एएमसी के सीईओ हैं. प्रकाशित विचार उनके निजी हैं. निवेश से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्य ले लें)
Latest Stories

Hybrid Balance Advantage Fund: करेक्शन से पैसा बनाने का जरिया या कुछ और, जानें क्या करें निवेशक?

ऑपरेशन सिंदूर का जोर! डिफेंस स्टॉक्स और म्यूचुअल फंड्स ने दिया धमाकेदार रिटर्न, 18 फीसदी से ज्यादा का मुनाफा

LIC Mutual Fund: निवेशकों को फिर मिलेगा मौका, पांच फ्लैगशिप योजनाओं को किया रिलॉन्च
