वेल्थ क्रिएशन के तगड़े हैक हैं ये पर्सनल फाइनेंस के 7 नियम, अगर कर लिया फॉलो, तो अमीर बनना तय
फाइनेंशियल प्लानिंग का सबसे अहम पहलू है यह समझना होता है कि आपके गोल क्या हैं? इसके बाद शुरू होता है प्लानिंग का चरण, जहां आपको तय करना होता है कि आपने जो गोल सेट किए हैं उन्हें हासिल करने के लिए अपनी सेविंग्स का इस्तेमाल कैसे करना है? प्रोफेशनल फाइनेंशियल प्लानर्स कई जटिल तरीके […]

फाइनेंशियल प्लानिंग का सबसे अहम पहलू है यह समझना होता है कि आपके गोल क्या हैं? इसके बाद शुरू होता है प्लानिंग का चरण, जहां आपको तय करना होता है कि आपने जो गोल सेट किए हैं उन्हें हासिल करने के लिए अपनी सेविंग्स का इस्तेमाल कैसे करना है? प्रोफेशनल फाइनेंशियल प्लानर्स कई जटिल तरीके अपनाते हैं, लेकिन यहां कुछ आसान नियम भी हैं जिनका पालन करते हुए आप करीब-करीब वही नतीजे पा सकते हैं, जो किसी प्रोफेशनल फाइनेंशियल प्लानर की मदद से हासिल कर पाएंगे.
रूल ऑफ 72
फाइनेंशियल प्लानिंग में यह जानना जरूरी होता है कि आपका निवेश कितने समय में कितना बढ़ेगा. रूल ऑफ 72 बताता है कि आपकी निवेश की गई राशि कितने साल में दोगुनी होगी. इसे जानने के लिए 72 को वार्षिक रिटर्न से डिवाइड करें. मसलन, अगर रिटर्न 8% है तो पैसे 9 साल में डबल होंगे. इसी से आप अपने निवेश पर महंगाई के असर को भी समझ सकते हैं. इसके हिसाब से आप तय कर सकते हैं कि आपको कितने समय में अपने गोल हासिल करने के लिए किस तरह के एसेट्स में कितना निवेश करना है.
4% विदड्रॉल रूल
आपको कब रिटायर होना है और रिटायरमेंट पर कितनी राशि चाहिए, इसे जानने के लिए आप सबसे पहले अपने सालाना खर्च को 25 से मल्टीप्लाई कर लें. मसलन, अगर आपका सालाना खर्च 10 लाख है, तो रिटायरमेंट पर आपको 2.5 करोड़ का कॉर्पस चाहिए. 4% नियम से आप इस कॉर्पस से सालाना पैसे निकालते हुए जीवनभर खर्च चला सकते हैं. अगर आपका खर्च ज्यादा है, तो आपको उसके हिसाब से अपना निवेश बढ़ाना होगा.
50-30-20 रूल
अमीर या फाइनेंशियल फ्रीडम के लिए अनुशासन बेहद अहम होता है. इसके लिए आपको अपनी आमदनी को तीन हिस्सों में बांटना होगा. 50% जरूरतों के लिए खर्च करें, 30% शौक-मौज या सीखने के लिए रखें और 20% सेविंग करें. यह नियम आपको सेविंग का लक्ष्य देता है और खर्च को नियंत्रित करने में मदद करता है.
100 माइनस एज रूल
आपको किस उम्र में इक्विटी में कितना निवेश करना चाहिए, इसके लिए एक आसान नियम है. यह नियम आपको इक्विटी में उम्र के हिसाब से निवेश करने में मदद करेगा. इसके लिए आपको 100 में से अपनी उम्र घटानी है. इसके बाद जो भी नतीजा आए, आपको उतना फीसदी हिस्सा ही इक्विटी में लगाला चाहिए. मसलन, अगर आपकी उम्र 35 है, तो आपकेा 65% इक्विटी और बाकी सुरक्षित निवेश में पैसा लगाना चाहिए.
40% EMI रूल
आपकी सभी तरह की EMI आपकी मासिक आय के 40% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. अगर ऐसा हुआ, तो आप कर्ज के गहरे जाल में फंस सकते हैं, जहां आपको कर्ज को चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ सकता है. इसके चलते आपको जीवन में कई तरह के समझौते भी करने पड़ सकते हैं.
10X इनकम लाइफ इंश्योरेंस रूल
लाइफ इंश्योरेंस का सही कवरेज जानने के लिए सालाना आय को 10 से गुणा करें. जैसे अगर आय 10 लाख है, तो कम से कम 1 करोड़ का कवरेज होना चाहिए, विशेषज्ञ इसे 15 गुना तक भी करने की सलाह देते हैं.
3X इमरजेंसी फंड रूल
आपात स्थिति में आर्थिक मदद के लिए कम से कम 3 महीने की आय जितना फंड रखें. अगर आपकी मासिक आय 60,000 है, तो आपको 1.8 लाख रुपये का एक कैश फंड तैयार रखना चाहिए. हालांकि, कई 6 महीने के फंड की सलाह भी देते हैं.
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