फर्जी डॉक्यूमेंट से बचा रहे हैं इनकम टैक्स, 200% जुर्माने के लिए रहें तैयार, ITR भरते समय न करें ये गलतियां

ITR में फर्जी बढ़ा‑चढ़ा कर कटौती और रिफंड दावा करना भारी पड़ सकता है. इनकम टैक्स रिटर्न में गलत जानकारी देने पर आपको 200 फीसदी तक जुर्माना, 24 फीसदी सालाना ब्याज और धारा 276C के तहत मुकदमा भी झेलना पड़ सकता है.

False Return Image Credit: Canva/ Money9

False ITR Claim: सोमवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने देश में लगभग 200 जगहों पर छापे मारे. आयकर विभाग ने पॉलिटिकल डोनेशन, ट्यूशन फीस या मेडिकल खर्च के नाम पर टैक्स चोरी करने और गलत रिफंड का दावा करने वालों के खिलाफ एक बड़ा सर्च अभियान शुरू किया है. ऐसे में किसी टैक्स पेयर्स की ओर से गलत जानकारी देकर रिफंड का दावा करने पर भुगतान योग्य टैक्स के 200 फीसदी तक आर्थिक दंड के साथ जेल की भी सजा हो सकती है.

फर्जी दावे होते कैसे हैं ?

जब टैक्सपेयर्स अपनी इनकम कम बताते हैं, गलत खर्चों का दावा करते हैं या इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से ज्यादा रिफंड पाने के लिए डिडक्शन को बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं, तो इसे फर्जी दावे की कैटेगरी में गिना जाता है. इन दावों में इनकम टैक्स एक्ट की धारा 10 के तहत HRA, LTA, इंटरनेट अलाउंस जैसे खर्च दिखाकर या 80C (इनवेस्टमेंट के लिए), 80D (इंश्योरेंस प्रीमियम के लिए) जैसी धाराओं के तहत गलत दावे करते हैं.

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फर्जी दावे पर 200 फीसदी तक जुर्माना

अगर जांच में पता चलता है कि दावे फर्जी हैं, तो टैक्सपेयर्स को अपने दावों को सही ठहराने के लिए सबूत देने पड़ सकते हैं. ऐसा ना करने पर कानूनी कार्रवाई और जुर्माना लगाया जा सकता है. अगर आप अपने रिटर्न में गलत जानकारी देते हुए पकड़े गए, तो आपको भुगतान योग्य टैक्स का 200 फीसदी तक जुर्माना, 24 फीसदी सालाना ब्याज और धारा 276C के तहत मुकदमा भी झेलना पड़ सकता है.

फर्जी रिफंड दावों से कैसे बचें?

रिटर्न दाखिल करने से पहले AIS की जांच करना जरूरी है. अगर आपको लगता है कि एआईएस में दी गई जानकारी गलत हैं, तो उस पर आपत्ति दर्ज करें और सुधार करें. इसी तरह, फॉर्म-26AS या टैक्स क्रेडिट स्टेटमेंट पर भी नजर रखें.
ITR जमा करने से पहले अपने रिटर्न की दोबारा जांच करें ताकि ऐसी गलतियां ना हो जिससे रिटर्न में देरी या ऑडिट की नौबत आ सकती है. इसके अलावा सभी आय-व्यय के डॉक्यूमेंट को सुरक्षित रखें, क्योंकि अगर आपके दावों पर संदेह किया जाता है, तो ये सबूत के तौर पर काम आ सकते हैं.

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