HDFC बैंक ने अपने ग्राहकों को दी खुशखबरी, MCLR रेट में बड़ी कटौती; लोन लेने वालों की हो गई मौज!
HDFC बैंक ने अपने ग्राहकों को राहत देते हुए MCLR में कटौती की है. यह फैसला RBI द्वारा रेपो रेट में की गई कटौती के बाद लिया गया है. बैंक का नया MCLR अब 8.60 फीसदी से 8.80 फीसदी के बीच होगा, जो पहले 8.90 फीसदी से 9.10 फीसदी के बीच था. यह बदलाव 7 जुलाई 2025 से लागू होगा. इस कटौती का लाभ उन ग्राहकों को मिलेगा जिनका लोन MCLR से जुड़ा है.

HDFC Bank MCLR Rate Cut: जून महीने में भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कटौती की थी. इस कटौती के बाद कई बैंकों ने अपने ग्राहकों को राहत देते हुए ब्याज दरों में कमी की थी. अब HDFC बैंक ने भी अपने कस्टमर्स को राहत देते हुए MCLR में कटौती की है. तो आइए जानते हैं कि कितनी कटौती हुई है, नया रेट क्या है, और यह बदलाव कब से लागू होगा.
कितनी हुई कटौती
देश के प्रमुख प्राइवेट सेक्टर बैंक HDFC ने अपनी सेलेक्टेड लोन टेन्योर के लिए MCLR में 30 बेसिस पॉइंट्स तक की कटौती की घोषणा की है. यह कदम रिजर्व बैंक द्वारा की गई रेपो रेट कटौती के बाद उठाया गया है, जिससे लाखों ग्राहकों को कम ब्याज दरों का लाभ मिलेगा. बैंक की इस घोषणा के बाद अब HDFC का MCLR 8.60 फीसदी से 8.80 फीसदी के बीच होगा, जो जून 2025 में 8.90 फीसदी से 9.10 फीसदी के बीच था. यह बदलाव 7 जुलाई से लागू होगा.
किन टेन्योर पर हुई है ब्याज दरों में कमी
HDFC बैंक ने विभिन्न टेन्योर के लिए MCLR दरों में निम्नलिखित कटौती की है:
- ओवरनाइट और 1 महीने का MCLR: 8.90 फीसदी से घटकर 8.60 फीसदी (30 bps की कटौती)
- 3 महीने का MCLR: 8.95 फीसदी से घटकर 8.75 फीसदी (20 bps की कटौती)
- 6 महीने और 1 साल का MCLR: 9.05 फीसदी से घटकर 8.75 फीसदी (30 bps की कटौती)
- 2 साल का MCLR: 9.10 फीसदी से घटकर 8.75 फीसदी (35 bps की कटौती)
- 3 साल का MCLR:फीसदी से घटकर 8.80 फीसदी (30 bps की कटौती)
MCLR क्या है
MCLR (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट) वह न्यूनतम ब्याज दर है जिस पर बैंक ग्राहकों को कर्ज देते हैं. इसे RBI ने 2016 में लागू किया था. जिन ग्राहकों का लोन MCLR से जुड़ा हुआ है, उन्हें इस कटौती का सीधा लाभ मिलेगा.
यह भी पढ़ें: 2855 करोड़ रुपये की ऑर्डर बुक, अब बनाएगी रडार; इस डिफेंस कंपनी के शेयरों में तेजी
होम लोन और अन्य लोन होंगे सस्ते
होम लोन की ब्याज दरें RBI के रेपो रेट से जुड़ी होती हैं और समय-समय पर बदलती रहती हैं. सैलरी पाने वालों और स्वरोजगार करने वालों के लिए होम लोन की ब्याज दर 8.50 फीसदी से 9.40 फीसदी तक है, जबकि कुछ खास ऑफर्स में यह दर 7.90 फीसदी से 9.00 फीसदी तक भी हो सकती है (7 जुलाई 2025 तक). बैंक की वेबसाइट के अनुसार, ये सभी दरें RBI के मौजूदा 5.50 फीसदी रेपो रेट पर आधारित हैं.
RBI की रेपो रेट कटौती का असर
फरवरी 2025 से RBI ने रेपो रेट में कुल 100 bps की कटौती की है. इसका लाभ अब बैंक अपने ग्राहकों को देना शुरू कर चुके हैं. हालांकि, अलग-अलग लोन पर इसका प्रभाव अलग-अलग हो सकता है. जून महीने में रिजर्व बैंक ने लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कटौती करते हुए 50 बेसिस पॉइंट्स की कमी की थी. इससे पहले दो बार 25-25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती हो चुकी थी.
Latest Stories

32.39 करोड़ सदस्यों के PF खाते में जमा हो गया ब्याज का पैसा, क्या आपने चेक किया अपना अकाउंट?

होम लोन रेट में बड़ी गिरावट, 7.3% पर पहुंचा ब्याज, सरकारी बैंकों ने दिखाई तेजी, प्राइवेट अब भी ढीले

ITR में गलत जानकारी पड़ सकती है भारी, पहली बार फाइल करने वाले करते हैं ये 8 बड़ी गलतियां; ऐसे बचें
