स्मार्ट होम बायर्स ब्याज बचाने के लिए होम लोन ओवरड्राफ्ट (OD) अकाउंट का कैसे कर सकते हैं उपयोग, जानें डिटेल
होम लोन ओवरड्राफ्ट (OD) अकाउंट में उधारकर्ता अपने अतिरिक्त फंड्स जमा कर ब्याज बचत कर सकते हैं. जमा राशि लोन के प्रिंसिपल को अस्थायी रूप से घटा देती है, जिससे EMI का बड़ा हिस्सा प्रिंसिपल पर जाता है. यह सुविधा लिक्विडिटी बनाए रखती है लेकिन इसमें ब्याज दर थोड़ी ज्यादा होती है.
स्मार्ट होम बायर्स के बीच होम लोन ओवरड्राफ्ट (OD) अकाउंट तेजी से एक लोकप्रिय फाइनेंशियल टूल बनता जा रहा है. यह सुविधा आपके होम लोन को एक सेविंग्स अकाउंट से लिंक करती है, जिससे आप अपनी अतिरिक्त बचत, बोनस या अस्थायी रूप से उपलब्ध फंड्स इसमें जमा कर सकते हैं. इसमें जमा की गई राशि आपके लोन के बकाया प्रिंसिपल को अस्थायी रूप से कम कर देती है जिससे ब्याज का बोझ घट जाता है और आपका पैसा पूरी तरह लिक्विड भी बना रहता है.
कैसे कैलकुलेट होता है इंटरेस्ट
इस सुविधा में उधारकर्ता अपनी EMI सामान्य रूप से चुकाते रहते हैं लेकिन जैसे ही वे OD अकाउंट में अतिरिक्त रकम डालते हैं वैसे ही बैलेंस उतनी ही राशि से घट जाता है. उदाहरण के लिए, अगर आपका होम लोन बैलेंस 50 लाख रुपये है और आप OD अकाउंट में 10 लाख रुपये जमा करते हैं, तो बैंक ब्याज की गणना केवल 40 लाख रुपये पर करेगा. इस तरह EMI का बड़ा हिस्सा प्रिंसिपल को कम करने में जाता है, जो लोन टेन्योर को भी छोटा कर सकता है.
क्या हैं OD के फायदे
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह फीचर उन सभी उधारकर्ताओं के लिए उपयोगी है जो अपनी अतिरिक्त बचत को प्रभावी तरीके से उपयोग करना चाहते हैं. सैलरीड व्यक्ति अपनी मासिक बचत या बोनस इसमें पार्क कर सकते हैं. वहीं बिजनेस प्रोफेशनल्स या स्वतंत्र रूप से काम करने वाले लोग अपने अस्थायी/idle फंड्स का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं. विशेषज्ञ यह भी सलाह देते हैं कि जिनके पास होम लोन OD सुविधा है, उन्हें FD, लिक्विड या आर्बिट्राज फंड्स में निवेश करने के बजाय अपने फंड्स OD अकाउंट में ही रखने चाहिए, क्योंकि इससे मिलने वाली ब्याज-बचत का प्रभाव कहीं अधिक होता है.
OD की कमियां
हालांकि, इस सुविधा के साथ कुछ कमियां भी जुड़ी हैं. OD लिंक्ड होम लोन की ब्याज दरें अक्सर पारंपरिक होम लोन से 0.10% से 0.30% तक अधिक होती हैं. इसके अलावा, OD अकाउंट में जमा अतिरिक्त राशि को प्री-पेमेंट नहीं माना जाता है इसलिए इस पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स बेनिफिट भी नहीं मिलता है.
किसके लिए OD है फायदेमंद
यह फैसला पूरी तरह उधारकर्ता की वित्तीय आदतों और आय के पैटर्न पर निर्भर करता है. अगर किसी की आय स्थिर है और वह टैक्स बेनिफिट और कम ब्याज दर को प्राथमिकता देता है तो पारंपरिक EMI आधारित होम लोन बेहतर विकल्प हो सकता है. वहीं, जिनके पास अतिरिक्त फंड्स उपलब्ध रहते हैं और जो लिक्विडिटी बनाए रखते हुए ब्याज बचाना चाहते हैं, उनके लिए OD अकाउंट अधिक फायदेमंद साबित हो सकता है.