Paytm का ₹69004 करोड़ का तगड़ा रेवेन्यू या Pine Labs की 14% की बंपर लिस्टिंग; कौन बन सकता है फिनटेक किंग?
भारत के फिनटेक सेक्टर में Paytm और Pine Labs के बीच मुकाबला तेज हो गया है. एक तरफ Paytm तेज रिकवरी और बड़े कंज्यूमर इकोसिस्टम पर दांव लगा रहा है, वहीं Pine Labs अपने मर्चेंट-फोकस्ड मॉडल और बढ़ती प्रॉफिटेबिलिटी से निवेशकों को आकर्षित कर रहा है.
Paytm vs Pine Labs: भारत का फिनटेक सेक्टर पिछले कुछ वर्षों में जितनी तेजी से बदला है, शायद ही किसी अन्य सेक्टर ने इतनी तेज रफ्तार देखी होगी. डिजिटल पेमेंट्स का विस्फोट, छोटे कारोबारियों तक फाइनेंस की पहुंच, और मोबाइल-बेस्ड क्रेडिट व इंवेस्टमेंट सर्विस की लोकप्रियता ने पूरे वित्तीय परिदृश्य को नया चेहरा दिया है. इस बदलाव के केंद्र में दो बड़े नाम हैं, Paytm और Pine Labs.
एक मोबाइल पेमेंट्स और उपभोक्ता-आधारित इकोसिस्टम का चेहरा है, जबकि दूसरा मर्चेंट-फोकस्ड टेक्नोलॉजी और पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर का मजबूत स्तंभ बनकर उभरा है. Paytm पहले से लिस्टेड है जबकि Pine Labs ने 14 अपने IPO की तैयारी में है, ऐसे में निवेशकों की नजर इस बात पर टिकी है कि आगे कौन-सा स्टॉक बेहतर प्रदर्शन कर सकता है.
Paytm का बिजनेस और कमाई
Paytm की शुरुआत QR पेमेंट्स के साथ हुई थी, लेकिन कंपनी ने समय के साथ पेमेंट्स, लोन डिस्ट्रीब्यूशन, इंश्योरेंस, वेल्थ मैनेजमेंट और मर्चेंट डिवाइसेस को अपने मॉडल में शामिल किया. इसका बिजनेस पेमेंट्स-लेड फिनटेक मॉडल पर आधारित है, जिसमें बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं और व्यापारियों के नेटवर्क के जरिए रेवेन्यू और अवसर दोनों पैदा होते हैं.
कंपनी की कमाई पेमेंट सर्विसेज, फाइनेंशियल सर्विसेज और मार्केटिंग/कॉमर्स जैसी तीन श्रेणियों में बंटी है. पेमेंट सर्विसेज अभी भी मुख्य योगदान देती हैं, जिनमें साउंडबॉक्स, ऑल-इन-वन POS डिवाइसेस, QR कोड ट्रांजैक्शन और पेमेंट गेटवे की कमाई शामिल है. फाइनेंशियल सर्विसेज, जिनमें पर्सनल और मर्चेंट लोन पर कमीशन शामिल है, Paytm के लिए उच्च मार्जिन वाला हिस्सा बन गया है.
हालांकि, FY25 में Paytm को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा जब RBI ने Paytm Payments Bank पर कई प्रतिबंध लगाए. इससे पेमेंट फ्लो प्रभावित हुआ और कंपनी के रेवेन्यू में तेज गिरावट आई. इसके बावजूद FY26 की शुरुआत तक कंपनी ने सुधार दिखाया और Q1 FY26 में फिर से ग्रोथ के संकेत दिए.
Pine Labs का बिजनेस और कमाई
Pine Labs एक B2B फिनटेक मॉडल पर काम करती है, यानी इसका पूरा फोकस दुकानदारों, रिटेल ब्रांड्स और बैंकों के बीच तकनीकी पुल बनाने पर है. कंपनी की सेवाएं डिजिटल पेमेंट्स, डिवाइस-आधारित भुगतान, प्रीपेड कार्ड इश्यूइंग और लॉयल्टी प्रोग्राम जैसी कई जरूरतों को पूरा करती हैं. भारत में मजबूत उपस्थिति के साथ Pine Labs दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य-पूर्व, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका तक अपने नेटवर्क को फैला चुकी है.
Pine Labs का रेवेन्यू दो हिस्सों से आता है, एक, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रांजैक्शन प्लेटफॉर्म, जिसमें मर्चेंट सब्सक्रिप्शन और प्रोसेसिंग फीस शामिल है; और दूसरा, इश्यूइंग व एक्वायरिंग प्लेटफॉर्म, जिसमें प्रीपेड कार्ड्स से आय और एस्क्रो फंड्स पर ब्याज शामिल है. यह मॉडल स्थिर और नियंत्रित विस्तार पर आधारित है, जिससे कंपनी ने पिछले दो वर्षों में प्रॉफिटेबिलिटी में भी बेहतरीन सुधार किया है.
फंडामेंटल के मामले में कौन ज्यादा मजबूत
Paytm ने FY24 में 24.9% की ग्रोथ दिखाई, लेकिन RBI की कार्रवाई के कारण FY25 में इसका राजस्व 30.8% गिर गया. हालांकि Q1 FY26 में इसका प्रदर्शन सुधरा और 27.7% की YoY ग्रोथ दर्ज हुई. दूसरी ओर Pine Labs ने FY24 और FY25 दोनों में स्थिर और मजबूत वृद्धि दर्ज की. FY25 में इसकी ग्रोथ 28.5% पर पहुंच गई और Q1 FY26 में भी यह रफ्तार बनी रही.

दोनों कंपनियों के ऑपरेटिंग प्रॉफिट और नेट प्रॉफिट का तुलनात्मक प्रदर्शन दिया गया है. इससे आसानी से समझा जा सकता है कि किस कंपनी की वित्तीय स्थिति किन वर्षों में कैसी रही.
| Metric | FY23 | FY24 | FY25 | Q1 FY25 | Q1 FY26 |
|---|---|---|---|---|---|
| Paytm Operating Profit | -16,320 | -9,070 | -15,070 | -7,920 | 720 |
| Pine Labs Operating Profit | 1,968 | 1,582 | 3,567 | 901 | 1,205 |
| Paytm Net Profit | -17,765 | -14,224 | -6,632 | -8,400 | 1,230 |
| Pine Labs Net Profit | -2,651 | -3,419 | -1,454 | -279 | 47.9 |
आंकड़ें क्या संकेत देते हैं?
अगर हम संपूर्ण तस्वीर देखें तो Paytm की प्रॉफिटेबिलिटी में बड़े उतार-चढ़ाव दिखते हैं. RBI की कार्रवाई के बाद FY25 में कंपनी की स्थिति कमजोर हुई, लेकिन FY26 की शुरुआत में कंपनी EBITDA और नेट प्रॉफिट, दोनों स्तरों पर पॉजिटिव हुई. यह संकेत है कि Paytm ने अपनी लागत को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया है और ऑपरेशनल कार्यक्षमता में सुधार किया है.
दूसरी तरफ Pine Labs की यात्रा धीरे-धीरे और स्थिर सुधार की रही है. कंपनी ने FY23 और FY24 में नुकसान जरूर दर्ज किया, लेकिन FY25 और Q1 FY26 में इसका मुनाफा बेहतर होता गया और आखिरकार Q1 FY26 में कंपनी नेट प्रॉफिट में लौट आई. मर्चेंट-आधारित मॉडल और नियंत्रित लागत संरचना के कारण Pine Labs का मुनाफे का बिजनेस अपेक्षाकृत सुरक्षित दिखता है.
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क्या है कंपनी के शेयरों का हाल?
बीते तीन साल में PAYTM के शेयरों ने निवेशकों को 106 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. बीते शुक्रवार, यानी 14 नवंबर को कंपनी के शेयर 1299 रुपये पर बंद हुए. इसका मौजूदा मार्केट कैप 83068 करोड़ रुपये है. वहीं इसका 52 वीक हाई/ लो , 1353 रुपये/ 651 रुपये है.

Pine Labs ने शुक्रवार को शेयर बाजार में मजबूत लिस्टिंग की. कंपनी के शेयर अपने इश्यू प्राइस से 14 फीसदी ऊपर लिस्ट हुए, जबकि इसके 3,900 करोड़ रुपये के IPO को निवेशकों से ठंडी प्रतिक्रिया मिली थी. स्टॉक प्रीमियम पर लिस्ट हुआ और intraday ट्रेडिंग के दौरान 28.5 फीसदी तक चढ़कर 284 रुपये के स्तर तक पहुंच गया. हालांकि बाद में इसमें हल्की गिरावट आई और यह 250 रुपये पर बंद हुआ, जो इसके इश्यू प्राइस 221 रुपये से 28 रुपये ज्यादा है.
दिन के अंत में कंपनी का मार्केट वैल्यूएशन 28,937 करोड़ रुपये (3.2 बिलियन डॉलर) पर पहुंच गया.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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