महंगाई को दें मात! जानें रिटायरमेंट के लिए कितना फंड बनाना है, ऐसे करें कैलकुलेशन
आज सही और सोच-समझकर लिया गया निर्णय, आपको रिटायरमेंट के बाद आने वाली दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों से बचा सकता है. इसलिए, रिटायरमेंट के लिए सही कॉर्पस की गणना करना बेहद जरूरी है. रिटायरमेंट कॉर्पस का कैलकुलेशन एक मल्टी-स्टेप प्रोसेस है और इसे जल्दबाजी में नहीं करना चाहिए. आइये इसका प्रोसेस समझते है.

रिटायरमेंट कॉर्पस वह राशि है जो एक निवेशक को रिटायरमेंट के बाद एक शांतिपूर्ण और परेशानी मुक्त जीवन जीने में सक्षम बनाती है. रिटायरमेंट के लिए सही ढंग से बचत करना सबसे महत्वपूर्ण वित्तीय लक्ष्यों में से एक माना जाता है. रिटायरमेंट के बारे में लोगों के मन में सबसे आम सवाल यह होता है – मेरा रिटायरमेंट गोल क्या होना चाहिए, मुझे रिटायरमेंट के लिए कितने फंड की आवश्यकता है, अपना रिटायरमेंट कॉर्पस बनाने के लिए कहां निवेश करना चाहिए, और कॉर्पस बनाने के लिए मुझे कितनी सही राशि का निवेश करना चाहिए? रिटायरमेंट की योजना में पहला कदम जल्द से जल्द बचत शुरू करना है. सही रिटायरमेंट कॉर्पस का अनुमान लगाने के लिए आप ये कुछ कदम उठा सकते हैं.
रिटायरमेंट के लिए बचे वर्षों की गणना करें
अगर आप 60 वर्ष की आयु में रिटायर होने की योजना बनाते हैं तो तब तक आपके पास कितने वर्ष हैं, इसकी गणना करें. यदि आप जल्दी रिटायर होना चाहते हैं तो आपका पोस्ट-रिटायरमेंट जीवन लंबा होगा. इसके लिए आपको कम समय में बड़ा रिटायरमेंट कॉर्पस बनाना होगा. इसलिए यह जानना जरुरी है कि रिटायरमेंट के लिए आपके पास कितने वर्ष बचे हैं.
उदाहरण के लिए, अगर आप अभी 40 वर्ष के है और 60 वर्ष की आयु में रिटायर होना चाहते हैं. अगर लाइफ एक्सपेक्टेंसी 90 वर्ष मानी जाए. तो, रिटायरमेंट के बाद आपके पास 30 वर्ष का जीवन बचा है.
इनफ्लेशन
इनफ्लेशन जितनी ज्यादा होगा, जीवन-यापन की लागत उतनी ही ज्यादा होगी, जिसका असर आपकी बचत पर पड़ेगा. इनफ्लेशन आपके खर्चों और निवेश पर मिलने वाले रिटर्न पर असर डालता है. इसलिए, रिटायरमेंट बचत की योजना बनाते समय इनफ्लेशन के नकारात्मक प्रभाव को ध्यान में रखना चाहिए. विशेषज्ञ इनफ्लेशन रेट को 6-8% के बीच रखने का सुझाव देते हैं.
रिटायरमेंट के बाद के खर्चों का अनुमान लगाएं
रिटायरमेंट के बाद के जीवन में होने वाले दैनिक खर्चों का भी हिसाब रखना जरूरी है. आपके खर्चों का अनुमान आपकी जीवनशैली पर निर्भर करता है. मासिक किराया,मेडिकल खर्च, किराना, छुट्टियों और खरीदारी सहित सभी खर्चों की एक लिस्ट बनाएं.
विषय | प्रतीक | मान |
---|---|---|
रिटायरमेंट के बाद मासिक अनुमानित खर्च (इनफ्लेशन सहित) | ||
वर्तमान मासिक खर्च (₹) | e | 50,000 |
वर्तमान वार्षिक खर्च (₹) | 6,00,000 | |
एक्सपेक्टेड इनफ्लेशन रेट | r | 6% |
रिटायरमेंट के बाद वर्षों की संख्या | n | 30 |
रिटायरमेंट पर मासिक खर्च (इनफ्लेशन सहित) (₹) | E = e*(1+r)^n | 2,87,175 |
रिटायरमेंट पर वार्षिक व्यय (₹) | E*12 | 34,46,095 |
सही जगह निवेश
जो लोग कम उम्र में ही रिटायरमेंट की योजना बनाना चाहते हैं, उनके लिए निवेश के सर्वोत्तम साधन वे होंगे जिनमें आप लॉन्ग-टर्म कैपिटल एप्रिसिएशन की उम्मीद कर सकते हैं. आप अपने निवेशों में उच्च जोखिम उठा सकते हैं क्योंकि रिटायरमेंट में अभी काफी समय है. यदि आप मध्यम आयु वर्ग के हैं और रिटायरमेंट के करीब हैं, तो आप अपने जोखिम को कम करके ऐसे साधनों में निवेश करना चाहेंगे जो आपको अधिक सुरक्षित रिटर्न दे सकें.
कॉर्पस की गणना
अब आप रिटायरमेंट के लिए आवश्यक कुल कॉर्पस की गणना कर सकते हैं.
विषय | मान |
---|---|
रिटायरमेंट के बाद लाइफ एक्सपेक्टेंसी (वर्षों में) | 30 |
रिटायरमेंट के बाद रिटर्न रेट | 8% |
इनफ्लेशन रेट | 6% |
रिटायरमेंट पर वार्षिक खर्च (₹) | 34,46,095 |
कुल रिटायरमेंट कॉर्पस (₹) | 73,957,873 |
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