पर्सनल लोन और गोल्ड जानें कौन है बेहतर, कौन मिलता है सस्ता

लोन लेने के निर्णय में पर्सनल लोन और गोल्ड लोन के बीच कौन बेहतर है, इसे समझना जरूरी है. अगर आप दोनों में से कंफ्यूज हैं, तो इस जानकारी से आपको जानने में मदद मिलेगी.

गोल्ड लोन और पर्सनल लोन में कौन है बेहतर Image Credit:

जरुरते बढ़ने के साथ हमारी मांग बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में अगर आप पर्सनल लोन और गोल्ड लोन में कंफ्यूज हैं, तो इन दोनों के बारे में कुछ जरूरी बातों को जान लें ताकि आप आसानी से अपने विकल्प को चुन सकें. तुरंत लोन लेने में बेहतर ऑप्शन किसका है साथ ही दोनों में क्या अंतर है, आइए इसे समझते हैं कि पर्सनल लोन और गोल्ड लोन में कौन बेहतर है.

कौन सा है बेहतर

आमतौर पर पर्सनल लोन में इंटरेस्ट रेट 11 से 18 प्रतिशत वार्षिक होता है, जबकि गोल्ड लोन में इसके मुकाबले कम ब्याज लगता है. गोल्ड लोन में बैंक को आपके ज्वेलरी के रूप में सिक्योरिटी मिलती है. बैंक कोलैटरल के रूप में ज्वेलरी लेती है, जब कि पर्सनल लोन में ऐसा नहीं होता. वहीं, पर्सनल लोन में किस्त के भुगतान में देरी या डिफॉल्ट के मामले में क्रेडिट स्कोर के खोने का जोखिम होता है. पर्सनल लोन के मुकाबले गोल्ड लोन लेना बहुत आसान होता है. गोल्ड लोन देने वाली संस्था उसके वैल्यू की जांच करती है, जिसके बाद उसका मूल्य निर्धारित किया जाता है. उसके बाद लोन राशि तय की जाती है. हालांकि यह लोन पूरे संपत्ति के मूल्य के 75 प्रतिशत से ज्यादा नहीं हो सकती, क्योंकि आरबीआई ने नियम बनाया है.

साथ ही पर्सनल लोन में आवेदक का क्रेडिट स्कोर, उसके मासिक वेतन, उसका रोजगार, उसकी उम्र के आधार पर लोन देने का प्रोसेस निर्धारित किया जाता है. गोल्ड लोन सोने की वैल्यू के आधार पर दिया जाता है और अगर लोन लेने वाली संस्था को आप इंटरेस्ट सहित लोन चुकाने में विफल रहते हैं, तो लोन देने वाली संस्था आपकी संपत्ति जब्त कर सकती है.

कौन है ज्यादा सुरक्षित?

पर्सनल लोन केवल आपकी इनकम के आधार पर दिया जाता है. साथ ही बैंक इस बात का विशेष ध्यान रखता है कि ईएमआई का बोझ वेतन पर 50 प्रतिशत से ज्यादा न हो. बैंक अक्सर पर्सनल लोन देने से कतराते हैं, क्योंकि यह ज्यादा असुरक्षित होता है. वहीं, ऐसी बात गोल्ड लोन पर लागू नहीं होती, क्योंकि इसकी गारंटी पहले ही लेकर लोन दी जाती है. दोनों के मुकाबले पर्सनल लोन बहुत ही कम समय में मिल जाता है. चाहे शादी हो या लग्जरी आइटम खरीदना, इसके लिए आपको तुरंत लोन मिल जाता है. दूसरी ओर, गोल्ड लोन आम तौर पर इमरजेंसी के उद्देश्य से लिया जाता है और लेने में थोड़ा समय लग जाता है.

इसके अलावा पर्सनल लोन लेने का एक बड़ा नुकसान यह है कि इसमें इंटरेस्ट रेट बहुत ज्यादा होता है. वहीं, गोल्ड लोन में इसके मुकाबले कम इंटरेस्ट लगता है.

Latest Stories

2025 में Nifty ने कराया इंतजार, गोल्ड-सिल्वर ने किया धमाल! 2026 में कैसे करें निवेश? Sanjay Kathuria ने बताई स्ट्रैटेजी

वित्तीय सेहत की सालाना जांच क्यों है जरूरी, एक्सपर्ट से जानिए सही समय पर रिव्यू का महत्व

ये हैं एसेट एलोकेशन के 6 गोल्डन रूल्स, जो आपके निवेश पोर्टफोलियो को बनाएंगे मजबूत

फर्जी राजनीतिक दान दिखाकर इनकम टैक्स क्लेम लेने वालों को खोज रहा आयकर विभाग, कार्रवाई से बचने के लिए झट से कर डालें ये काम

पत्नी के नाम खरीदा फ्लैट बेच रहे हैं? स्टांप ड्यूटी में छूट तो मिली, अब कैपिटल गेन टैक्स का क्या होगा

सरकारी Vs प्राइवेट कर्मचारी: NPS में सोना चांदी निवेश के नए नियम, जानें किसे मिलेगा ज्यादा मौका