Adani Group vs Tata Group: 2025 में कहां लगाएं पैसा? किस में बनेगी मोटी रकम!
अगर, आप टाटा समूह के शेयरों में निवेश की योजना बना रहे हैं तो ये खबर आपके लिए फायदेमंद हो सकती है. दोनों ही कंपनियां भारत की बड़े कारोबारी समूह में एक हैं. निवेश से पहले इनकी योजना क्या है? कौन से समूह में कौन-कौन से शेयर शामिल हैं आइए जानते हैं.

Adani Group vs Tata Group: भारत के शेयर बाजार में कई बड़े कारोबारी समूह हैं जिनमें अडानी ग्रुप और टाटा ग्रुप सबसे प्रमुख हैं. ये दोनों कंपनियां एनर्जी, बुनियादी ढांचे, तकनीक और कंज्यूमर गुड्स जैसे सेक्टर में बड़े स्तर पर काम कर रही हैं. अगर आप 2025 में इन दोनों कंपनियों में निवेश करने का सोच रहे हैं तो आपको इनके प्रदर्शन, विकास की संभावनाओं, जोखिमों और बाजार में उनके प्रभाव को समझना जरूरी है. आइए जानते हैं, कौन सा ग्रुप निवेश के लिहाज से बेहतर साबित हो सकता है. साथ ही जानेंगे कि किस ग्रुप में कौन से शेयर शामिल हैं.
अडानी ग्रुप
1988 में गौतम अडानी द्वारा स्थापित इस ग्रुप ने ट्रेडिंग से शुरुआत की और अब यह ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, लॉजिस्टिक्स और अन्य कई क्षेत्रों में काम कर रहा है.
हालांकि, 2024 में अडानी ग्रुप को बड़ी कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जब अमेरिकी अधिकारियों ने गौतम अडानी और अन्य अधिकारियों पर $265 मिलियन की रिश्वत देकर सरकारी ठेके लेने के आरोप लगाए. इस विवाद के चलते अडानी ग्रुप की कई कंपनियों के शेयरों में उतार-चढ़ाव देखा गया है.
टाटा ग्रुप
1868 में जमशेदजी टाटा द्वारा स्थापित, टाटा ग्रुप भारत के सबसे पुराने और भरोसेमंद कारोबारी समूहों में से एक है. इसकी कंपनियां 100 से ज्यादा देशों में काम कर रही हैं.
टाटा ग्रुप की प्रमुख कंपनियों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), टाटा स्टील और टाटा मोटर्स शामिल हैं. टाटा ग्रुप का बिजनेस मॉडल नैतिकता और मजबूत कॉर्पोरेट गवर्नेंस पर आधारित है, जिससे यह निवेशकों के लिए भरोसेमंद बना हुआ है.
टाटा समूह में शामिल हैं ये शेयर

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2025 में अडानी बनाम टाटा: कौन है बेहतर निवेश?
- कानूनी मामले – अडानी ग्रुप पर लगे आरोपों के कारण सरकारी जांच तेज हो सकती है, जिससे कंपनी को अतिरिक्त लागत और कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
- शेयरों में उतार-चढ़ाव – अडानी ग्रुप के शेयरों में पहले ही काफी अस्थिरता रही है. उदाहरण के लिए, अडानी पावर, अडानी ग्रीन और अडानी विल्मर के शेयरों की कीमतों में हाल के महीनों में बड़ी गिरावट और उछाल दोनों देखने को मिले हैं.
- अधिक कर्ज – अडानी ग्रुप की कंपनियां कई सरकारी और निजी परियोजनाओं पर निर्भर हैं, जिसके कारण उन पर भारी कर्ज है.
टाटा ग्रुप का नए क्षेत्रों में बढ़त
- नए कारोबारों में निवेश – टाटा ग्रुप डिजिटल सेवाएं, एविएशन और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे नए क्षेत्रों में निवेश कर रहा है. यह निवेश 2027 तक प्रमुख आय स्रोत बन सकता है, जिससे निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिल सकता है.
- इन्फ्रास्ट्रक्चर विस्तार – टाटा पावर सरकारी बिजली कंपनियों को खरीदने की योजना बना रहा है, जिससे वह ऊर्जा क्षेत्र में मजबूत स्थिति बना सकता है.
- स्थिरता और मजबूत प्रबंधन – टाटा ग्रुप के पास एक लंबा इतिहास, स्थिर राजस्व और मजबूत कॉर्पोरेट गवर्नेंस है, जिससे निवेशकों के लिए यह कम जोखिम वाला विकल्प बन जाता है.
शेयर का नाम | BSE PRICE (Rs) | % Change | NSE PRICE (Rs) | % Change |
ACC | 1,872.60 | 0.18% ↑ | 1,877.00 | 0.38% ↑ |
ADANI ENERGY SOLUTIONS | 740.1 | 1.06% ↑ | 738.8 | 0.76% ↑ |
ADANI ENTERPRISES | 2,264.35 | 0.50% ↑ | 2,261.25 | 0.37% ↑ |
ADANI GREEN ENERGY | 836.05 | -1.07% ↓ | 834 | -1.41% ↓ |
ADANI PORTS & SEZ | 1,153.15 | 1.58% ↑ | 1,154.15 | 1.58% ↑ |
ADANI POWER | 510.7 | 1.53% ↑ | 510 | 1.36% ↑ |
ADANI TOTAL GAS | 604.3 | 1.55% ↑ | 604.7 | 1.48% ↑ |
ADANI WILMAR | 262.8 | 1.57% ↑ | 262.4 | 1.46% ↑ |
AMBUJA CEMENT | 500 | 0.22% ↑ | 500.15 | 0.33% ↑ |
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