भारत की सबसे बड़ी टावर कंपनी पर Airtel का भरोसा! Indus Towers में बढ़ाई हिस्सेदारी, Vi बनी बड़ी चुनौती
भारत की बड़ी टेलिकॉम कंपनी Bharti Airtel ने हाल ही में अपनी सहयोगी कंपनी Indus Towers में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का ऐलान किया है. Indus Towers भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी है. यह देशभर में 2.3 लाख से ज्यादा टावर और 3.8 लाख को-लोकेशन्स चलाती है. इन टावरों को वह भारत की तीन बड़ी टेलिकॉम कंपनियों Airtel, Reliance Jio और Vodafone Idea (Vi) को किराये पर देती है.
Airtel ups stake in Indus Towers: भारत की बड़ी टेलिकॉम कंपनी Bharti Airtel ने हाल ही में अपनी सहयोगी कंपनी Indus Towers में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का ऐलान किया है. Airtel पहले से ही Indus में 51 फीसदी हिस्सेदारी रखती है और अब इसे 5 फीसदी और बढ़ाने की योजना बना रही है. कंपनी का कहना है कि Indus एक undervalued लेकिन मजबूत कंपनी है, जो अच्छे डिविडेंड देने की क्षमता रखती है.
Indus Towers क्या करती है?
Indus Towers भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी है. यह देशभर में 2.3 लाख से ज्यादा टावर और 3.8 लाख को-लोकेशन्स चलाती है. इन टावरों को वह भारत की तीन बड़ी टेलिकॉम कंपनियों Airtel, Reliance Jio और Vodafone Idea (Vi) को किराये पर देती है. इसका बिजनेस मॉडल सीधा है. टावर लगाना फिर कंपनियों से किराया लेना. इसके लिए हर साल ज्यादा निवेश की जरूरत नहीं पड़ती, इसलिए यह एक स्थिर और capital-efficient business है.
तो फिर इंडस सस्ती क्यों लग रही है?
Indus Towers का शेयर आजकल सस्ता दिखता है. इसका P/E रेशियो लगभग 11 गुना है, जो दूसरी इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों से कम है. लेकिन सस्ता दिखना हमेशा अच्छा निवेश नहीं होता. इसकी सबसे बड़ी चिंता है Vodafone Idea (Vi) पर निर्भरता. Vi कंपनी की कुल आमदनी का लगभग 40 फीसदी हिस्सा देती है. लेकिन Vi की अपनी वित्तीय हालत काफी कमजोर है. कई बार Indus को Vi से payments देर से मिलते हैं.
Vi पर निर्भरता बनी बड़ी समस्या
Indus के पास अभी भी 4852 करोड़ रुपये की बकाया राशि है. यह रकम Vi से जुड़ी है. अगर Vi की हालत और बिगड़ती है, तो Indus की आमदनी पर बड़ा असर पड़ सकता है. सितंबर 2025 तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 17 फीसदी घटकर रह गया, जबकि रेवेन्यू 9.7 फीसदी बढ़ा. यानी कमाई तो बढ़ी, लेकिन मुनाफा घट गया क्योंकि Vi के पेमेंट से जुड़ी एडजस्टमेंट करनी पड़ी. कंपनी के पास अच्छा कैश फ्लो है, लेकिन Vi के कारण डिविडेंड पर रोक लगी हुई है. यही वजह है कि निवेशक अभी सतर्क हैं.
Airtel के लिए यह रणनीतिक कदम
Airtel के नजरिए से देखें तो Indus में हिस्सेदारी बढ़ाना रणनीतिक फैसला है. इससे Airtel को अपने नेटवर्क पर ज्यादा नियंत्रण मिलेगा और टेलिकॉम सेवाएं और मजबूत होंगी. लेकिन आम निवेशकों के लिए मामला थोड़ा अलग है. बाजार पहले से ही Indus के जोखिमों को पहचानता है इसलिए इसका शेयर सस्ता दिख रहा है. Indus Towers अब अपने पारंपरिक बिजनेस से आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है.
कंपनी अफ्रीकी देशों नाइजीरिया, युगांडा और जाम्बिया में टावर बिजनेस शुरू करने की योजना बना रही है. वहां Airtel Africa पहले से सक्रिय है, जिससे Indus को वहां एंकर क्लाइंट मिल जाएगा. इसके अलावा, कंपनी अब EV चार्जिंग स्टेशन बनाने के क्षेत्र में भी उतर रही है. उसके पास पहले से ही पूरे देश में टावर साइट्स हैं, जिनका उपयोग चार्जिंग पॉइंट लगाने में किया जा सकता है. हालांकि, ये दोनों प्रोजेक्ट अभी शुरुआती स्तर पर हैं और इनसे कितनी कमाई होगी, यह अभी साफ नहीं है.
आपको क्या करना चाहिए
Indus Towers एक बड़ी और मजबूत कंपनी है, लेकिन इसका कम वैल्यूएशन पूरी तरह भरोसे का संकेत नहीं है. यह उसकी जोखिमपूर्ण स्थिति भी दिखाता है. जब तक Vodafone Idea की स्थिति स्थिर नहीं होती, Indus के शेयर में लंबे समय तक तेजी (re-rating) की संभावना कम है.
डेटा सोर्स: Value Research, Groww, BSE
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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