Budget 2025-26: सोलर एनर्जी को मिली बंपर सौगात लेकिन ढह गए Suzlon, Waree और Adani के स्टॉक्स

मोदी सरकार के बजट 2025-26 में ग्रीन एनर्जी सेक्टर को लेकर बड़ा ऐलान किया गया है. खासकर सौर ऊर्जा और हाइड्रोजन मिशन पर सरकार का ध्यान केंद्रित है.

सोलर एनर्जी को मिली बंपर सौगात Image Credit: Money9 Live

Budget 2025 Green Energy: भारत सरकार ने रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में बड़े निवेश की घोषणा की है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025-26 में रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय के लिए 26,549.38 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. यह राशि पिछले वर्ष के संशोधित अनुमान 17,298.44 करोड़ रुपये से 53.48 फीसदी अधिक है. साल 2021 के बजट से तुलना करें तो अब तक रिन्यूएबल सेक्टर को दिए जा रहे फंड में 904 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. यह ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के सरकार के मजबूत इरादों को दर्शाता है. सरकार के इस फैसले का असर शेयर बाजार में भी देखने को मिला.

सौर ऊर्जा को प्राथमिकता

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय को दिए कुल राशि में 24,224.36 करोड़ रुपये केवल सोलर एनर्जी के विकास के लिए इस्तेमाल होंगे. इसमें 1,500 करोड़ रुपये सौर ऊर्जा (ग्रिड) के लिए, 2,600 करोड़ रुपये किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) के लिए, और 20,000 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के लिए रखे गए हैं. इस योजना का उद्देश्य एक करोड़ घरों को सौर ऊर्जा से लैस करना है और हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली मुहैया करना है.

ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को भी बल

सरकार ने ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के लिए 600 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो भारत के ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाने और आत्मनिर्भरता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. नवीकरणीय ऊर्जा को मिली इस बढ़ी हुई फंडिंग के बावजूद, इससे संबंधित कंपनियों के शेयरों में मिला-जुला असर देखने को मिला.

ग्रीन शेयरों पर असर

  • बजट के घोषणा के दौरान Suzlon Energy के शेयर ने मामूली गिरावट के साथ 58.16 रुपये पर बंद हुए. वहीं Waaree Renewables के शेयर 1.15 फीसदी के गिरावट के साथ 1,001.95 रुपये पर बंद हुए.
  • WAA Solar के शेयर में 0.86% की गिरावट आई और यह 97 रुपये पर बंद हुआ.
  • दूसरी ओर, बीएसई सेंसेक्स 0.14% बढ़कर 77,607 के स्तर पर पहुंच गया.
  • Adani Green Energy के शेयर 0.11 फीसदी के गिरावट के साथ 996.50 रुपये पर अटक गए.

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह पहल प्रमुख सौर पीवी निर्माताओं जैसे प्रिमियर एनर्जी, वारी एनर्जी और अडानी एंटरप्राइजेज के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है. इससे घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और आयात पर निर्भरता कम होगी. इसके अलावा, अमारा राजा बैटरीज, HBL पावर सिस्टम्स और एक्साइड इंडस्ट्रीज जैसी बैटरी निर्माण कंपनियों को भी लाभ मिलेगा क्योंकि सरकार Energy storage infrastructure को मजबूत करने पर ध्यान फोकस कर रही है.

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बजट 2025-26 में नवीकरणीय ऊर्जा के लिए बढ़ी हुई फंडिंग से इस क्षेत्र में बड़े बदलाव की उम्मीद की जा रही है. भारत के ऊर्जा भविष्य को आत्मनिर्भर बनाने के इस प्रयास से न केवल देश की हरित ऊर्जा क्षमता बढ़ेगी, बल्कि यह निवेश और नवाचार को भी गति देगा.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.