Closing Bell: बाजार पर मुनाफावसूली हावी, सेंसेक्स 592 और निफ्टी 176 अंक टूटकर बंद
गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार पर मुनाफावसूली हावी रही. बेंचमार्क इंडेक्स सहित ज्यादातर ब्रॉड मार्केट और सेक्टोरल मार्केट इंडेक्स में भी कमजोरी देखने को मिली है. इस दौरान निफ्टी जहां 176 अंक टूटकर बंद हुआ. वहीं, सेंसेक्स में 592 अंक की गिरावट हुई.
पिछले तीन सप्ताह से जोरदार अपट्रेंड में चल रहा भारतीय बाजार गुरुवार को लड़खड़ता दिखा. बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स सहित ज्यादातर ब्रॉड मार्केट इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए. इसके अलावा सेक्टोरल मार्केट का भी रुख मिलाजुला रहा. बाजार में गिरावट के पीछे एक बड़ा कारण यूएस फेड की तरफ से उम्मीद के मुताबिक रेट कट नहीं करना भी है. बाजार को 50 बेस पॉइंट कटौती की उम्मीद थी. लेकिन, फेड ने सिर्फ 25 बेस पॉइंट की कटौती की है. इसके अलावा फेड ने यह भी साफ कर दिया है कि यह इस साल की आखिरी कटौती है.
कैसा रहा सेंसेक्स का प्रदर्शन?
सेंसेक्स की ओपनिंग गैप डाउन के साथ 84,750.90 अंक पर हुई. इससे पहले बुधवार को इंडेक्स 84,997.13 अंक पर बंद हुआ था. पूरा दिन बाजार में कमजोरी का रुख रहा. शुरुआती सत्र में ही बाजार ने 84,906.95 अंक का इंट्रा डे हाई टच किया. इसके बाद लगातार गिरावट का दौर चला और आखिरी सत्र में 84,312.65 अंक के इंट्रा डे लो तक पहुंच गया. दिन के आखिर में 0.70% की गिरावट के साथ 592.67 अंक टूटकर 84,404.46 अंक पर बंद हुआ. इस दौरान L&T 0.91 फीसदी तेजी के साथ टॉप गेनर स्टॉक रहा. वहीं, भारतीय एयरटेल 1.54 फीसदी गिरावट के साथ टॉप लूजर स्टॉक रहा.
कैसा रहा निफ्टी का हाल?
सेंसेक्स की तरह ही निफ्टी भी 25,984.40 अंक पर गैप डाउन ओपन हुआ. इसके बाद शुरुआती सत्र में ही 26,032.05 अंक का इंट्रा डे हाई बना. इसके बाद गिरावट का दौर शुरू हुआ और आखिरी सत्र में 25,845.25 अंक के इंट्रा डे लो तक पहुंच गया. दिन के आखिर में 0.68% की गिरावट के साथ 176.05 अंक टूटकर 25,877.85 अंक पर बंद हुआ. इस दौरान 1.58 फीसदी तेजी के साथ कोल इंडिया निफ्टी में टॉप गेनर स्टॉक रहा. वहीं, डॉ. रेड्डीज 3.79 फीसदी गिरावट के साथ टॉप लूजर स्टॉक रहा.
क्या है एक्सपर्ट का व्यू?
SBI Securities के सुदीप शाह का कहना है कि निफ्टी गुरुवार को 25,900 के लेवल से नीचे 0.68% गिरकर बंद हुआ. क्योंकि, US फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के सख्त बयानों के बाद इन्वेस्टर्स सेंटिमेंट में सतर्कता आ गई है. उनके बयानों से इस बात की चिंता फिर से बढ़ गई कि इंटरेस्ट रेट लंबे समय तक मौजूदा स्तर पर ही बने रह सकते हैं, जिससे सभी सेक्टर्स में प्रॉफिट बुकिंग शुरू हो गई.
ये वैश्विक कारण रहे हावी
शाह ने बताया कि दुनियाभर में अनिश्चितता के बीच, मार्केट की नजर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई अहम मीटिंग के नतीजे पर थी. यह मीटिंग लंबे समय तक चली और दोनों देशों ने टैरिफ घटाने का भी ऐलान किया है. हालांकि, कोई ठोस डील नहीं हुई है. इसकी वजह से निवेशक सतर्क हैं.
कैसा रहा सेक्टोरल और ब्रॉड मार्केट का प्रदर्शन?
शाह के मुताबिक कॉर्पोरेट अर्निंग के मिक्स नतीजों को लेकर भी निवेशक सतर्क हुए हैं. मोटे तौर पर मार्केट ब्रेड्थ कमजोरी दिखी. सेक्टोरल मार्केट में निफ्टी रियल्टी को छोड़कर सभी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए. इसी तरह ब्रॉड मार्केट में मिडकॅप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 भी लाल निशान में बंद हुए.