Closing Bell: सेंसेक्स 367 अंक गिरकर और निफ्टी 26050 से नीचे बंद, फाइनेंशियल और IT शेयर टूटे

Closing Bell: भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ, क्योंकि नए ट्रिगर्स की कमी और मिले-जुले ग्लोबल संकेतों के बीच निवेशक बिकवाली के मूड में रहे. विदेशी निवेशकों ने बिकवाली का सिलसिला फिर से शुरू कर दिया, और कुछ समय के ब्रेक के बाद पिछले तीन ट्रेडिंग सेशन में नेट सेलर बने रहे, जिससे सेंटिमेंट पर और दबाव पड़ा.

शेयर मार्केट क्लोजिंग. Image Credit: Tv9

Closing Bell: शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखी गई. साल के आखिर में कम ट्रेडिंग वॉल्यूम के बीच सेंसेक्स और निफ्टी को दिशा तय करने में मुश्किल हो रही थी, क्योंकि निवेशक आने वाले नतीजों के संकेतों से पहले नए दांव लगाने से बचते हुए नजर आए.

भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार 26 दिसंबर को भारी गिरावट के साथ बंद हुआ, क्योंकि IT और ऑटो सेक्टर की अगुवाई में सभी सेक्टरों में बिकवाली देखी गई, जबकि साल के आखिर में कम ट्रेडिंग वॉल्यूम और नए ट्रिगर्स की कमी के कारण तेजी धीमी रही.

सेंसेक्स 367 अंक या 0.43% की गिरावट के साथ 85,041.45 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 100 अंक या 0.38% गिरकर 26,042.30 पर सेटल हुआ.

स्मॉलकैप और मिडकैप

निफ्टी 50 सेशन के आखिर में 0.39% गिरकर 26,043 पर बंद हुआ, जबकि S&P BSE सेंसेक्स 0.44% गिरकर 85,035 पर आ गया. दोनों इंडेक्स छुट्टी वाले छोटे हफ्ते में 0.30% से थोड़ी अधिक मामूली बढ़त के साथ बंद हुए. इस बीच, ब्रॉडर मार्केट नीचे बंद हुए, निफ्टी मिडकैप 100 0.31 फीसदी गिरा, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.11 फीसदी की मामूली बढ़त हुई.

निफ्टी 50 इंडेक्स में टॉप गेनर्स

टाइटन कंपनी (2.17% ऊपर), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (1% ऊपर), और नेस्ले इंडिया (0.82% ऊपर) इंडेक्स में टॉप गेनर रहे.

निफ्टी 50 इंडेक्स में टॉप लूजर्स

एशियन पेंट्स (1.40% नीचे), श्रीराम फाइनेंस (1.37% नीचे), और बजाज फाइनेंस (1.30% नीचे) इंडेक्स में टॉप लूजर रहे. इंडेक्स में कुल 35 स्टॉक नुकसान के साथ बंद हुए.

बिकवाली का सिलसिला फिर शुरू

विदेशी निवेशकों ने बिकवाली का सिलसिला फिर से शुरू कर दिया, और कुछ समय के ब्रेक के बाद पिछले तीन ट्रेडिंग सेशन में नेट सेलर बने रहे, जिससे सेंटिमेंट पर और दबाव पड़ा.

आईटी इंडेक्स टूटा

टेक स्टॉक सबसे अधिक गिरने वालों में से थे. देश की दूसरी सबसे बड़ी टेक कंपनी, इंफोसिस द्वारा फ्रेशर्स के लिए एंट्री-लेवल सैलरी बढ़ाने के बाद निफ्टी IT इंडेक्स 1 फीसदी गिर गया, जिससे दलाल स्ट्रीट पर संभावित ज्यादा ऑपरेटिंग कॉस्ट को लेकर चिंताएं बढ़ गईं.

1 लाख करोड़ का नुकसान

BSE में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले सेशन के 475 लाख करोड़ रुपये से घटकर लगभग 474 लाख करोड़ रुपये हो गया, जिससे एक ही सेशन में इन्वेस्टर्स को करीब 1 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

मोमेंटम में कमी

SBI सिक्योरिटीज के टेक्निकल और डेरिवेटिव्स रिसर्च हेड, सुदीप शाह ने कहा, ‘निफ्टी कमजोर शुरुआत के साथ खुला और गिरावट जारी रही, जिससे पिछले सेशन में दिखी कमजोरी और बढ़ गई. इंडेक्स 26,240–26,230 के जोन से नीचे फिसल गया, जो पिछले दो ट्रेडिंग दिनों से एक मजबूत सपोर्ट का काम कर रहा था.

RSI 22 दिसंबर को 59 से घटकर 26 दिसंबर को 53 हो गया है, जिससे पता चलता है कि बुलिश मोमेंटम धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन अभी तक बेयरिश जोन में नहीं आया है. मौजूदा हालात में, यह ट्रेंड रिवर्सल के बजाय मोमेंटम में कमी को दिखाता है, जो कंसोलिडेशन या हल्के करेक्टिव फेज की ओर इशारा करता है.’

यह भी पढ़ें: Adani Ports का शेयर बनेगा पैसा छापने की मशीन! PL कैपिटल ने लगाया बड़ा दांव, कहा- खरीद डालिए