₹2 लाख करोड़ के शेयर बाजार में उतरने को तैयार, 108 नई लिस्टेड कंपनियों के खत्म होंगे लॉक-इन पीरियड, देखें लिस्ट
आईपीओ के बाद शेयरों की असली परीक्षा कब शुरू होती है? जब शुरुआती निवेशकों पर लगी पाबंदियां हटती हैं. आने वाले महीनों में कई बड़ी और चर्चित कंपनियों में ऐसा ही एक अहम मोड़ आने वाला है, जो शेयर बाजार की दिशा तय कर सकता है.
बीते कुछ महीनों में शेयर बाजार में जिन कंपनियों ने आईपीओ के जरिए एंट्री की थी, अब उनके निवेशकों के लिए एक अहम दौर शुरू होने जा रहा है. दरअसल, आने वाले तीन महीनों में 108 हालिया लिस्टेड कंपनियों के प्री-लिस्टिंग शेयरहोल्डर्स का लॉक-इन खत्म होने वाला है. ब्रोकरेज फर्म नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च के मुताबिक, इस दौरान करीब 24 अरब डॉलर यानी लगभग दो लाख करोड़ रुपये के शेयर ट्रेडिंग के लिए पात्र हो जाएंगे. हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि इतनी बड़ी रकम के शेयर तुरंत बाजार में बिकने लगेंगे, लेकिन सप्लाई बढ़ने की आशंका से इन शेयरों पर निवेशकों की नजर जरूर रहेगी.
लॉक-इन खत्म होने का क्या मतलब है?
आईपीओ के समय कुछ निवेशकों, प्रमोटर्स और शुरुआती शेयरधारकों पर एक तय अवधि तक शेयर बेचने की पाबंदी होती है, जिसे लॉक-इन पीरियड कहा जाता है. इस अवधि के खत्म होते ही वे अपने शेयर बाजार में बेच सकते हैं. नुवामा के अनुसार, जिन शेयरों का लॉक-इन खुलेगा, उनमें से एक बड़ा हिस्सा प्रमोटर्स और ग्रुप कंपनियों के पास है, इसलिए जरूरी नहीं कि सभी शेयर बाजार में बिक्री के लिए आएं. इसके बावजूद, इतनी बड़ी संख्या में लॉक-इन खत्म होना बाजार की चाल और शेयर कीमतों पर असर डाल सकता है.
इस बार लॉक-इन एक्सपायरी का असर सिर्फ एक-दो सेक्टर तक सीमित नहीं है. टेक्नोलॉजी, कंज्यूमर, मैन्युफैक्चरिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और रिटेल जैसे कई सेक्टरों की कंपनियां इसमें शामिल हैं. मेनबोर्ड सेगमेंट में विद्या वायर्स, मीशो, कैनरा HSBC लाइफ इंश्योरेंस, वीवर्क इंडिया, लेंसकार्ट सॉल्यूशंस, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया, NSDL और JSW सीमेंट जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं.
एक महीने का लॉक-इन
नुवामा के मुताबिक, एक महीने के लॉक-इन की शुरुआत 18 दिसंबर से हो रही है. फुजियामा पावर सिस्टम्स के करीब 50 लाख शेयर, यानी कुल इक्विटी का 2 प्रतिशत, इस दिन अनलॉक होंगे. इसके बाद 19 दिसंबर को कैपिलरी टेक्नोलॉजीज के 30 लाख शेयर, 24 दिसंबर को एक्सेलसॉफ्ट टेक के 60 लाख शेयर और 26 दिसंबर को सुदीप फार्मा के 20 लाख शेयर ट्रेडिंग के लिए खुलेंगे.
जनवरी में यह सिलसिला और तेज होगा. 7 जनवरी को एक्वस और मीशो के शेयर अनलॉक होंगे. मीशो के लिए यह संख्या काफी बड़ी है, जहां करीब 11 करोड़ शेयर बाजार में आने के योग्य होंगे. इसी दिन विद्या वायर्स और नेफ्रोकेयर हेल्थ सर्विसेज के शेयरों का भी लॉक-इन खत्म होगा.
| कंपनी का नाम | ब्लूमबर्ग कोड | लॉक-इन खुलने की तारीख | लॉक-इन शेयर (मिलियन) | कुल इक्विटी का % | लॉक-इन वैल्यू (USD मिलियन) | इश्यू प्राइस से परफॉर्मेंस (%) | लिस्टिंग क्लोज से परफॉर्मेंस (%) |
|---|---|---|---|---|---|---|---|
| Fujiyama Power Systems | UTLSOLAR | 18-Dec-25 | 5 | 2% | 12 | (14) | (6) |
| Capillary Technologies | CAPILLAR | 19-Dec-25 | 3 | 4% | 26 | 18 | 12 |
| Excelsoft Tech | EXCELSOF | 24-Dec-25 | 6 | 5% | 6 | (25) | (29) |
| Sudeep Pharma | SUDEEPH | 26-Dec-25 | 2 | 2% | 17 | 11 | (15) |
| Aequs | AEQUS | 07-Jan-26 | 17 | 2% | 29 | 28 | 5 |
| Meesho | MEESHO | 07-Jan-26 | 110 | 2% | 264 | 95 | 27 |
| Vidya Wires | VIDYAWIR | 07-Jan-26 | 9 | 4% | 5 | (0) | (2) |
| Nephrocare Health Services | NEPHROPL | 09-Jan-26 | 2 | 2% | 10 | 2 | 0 |
| Wakefit Innovations | WAKEFIT | 12-Jan-26 | 15 |
तीन महीने का लॉक-इन
तीन महीने के लॉक-इन की एक्सपायरी भी 18 दिसंबर से शुरू हो रही है. यूरो प्रतीक सेल्स, वीएमएस टीएमटी और आईवैल्यू इन्फोसॉल्यूशंस जैसी कंपनियों के शेयर दिसंबर में अनलॉक होंगे. 2026 की शुरुआत में यह सूची और लंबी हो जाती है. 6 जनवरी को वीवर्क इंडिया, 7 जनवरी को टाटा कैपिटल और 8 जनवरी को एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के शेयरों का लॉक-इन खत्म होगा. फरवरी और मार्च में लेंसकार्ट सॉल्यूशंस, फिजिक्सवाला और मीशो के बड़े पैमाने पर शेयर अनलॉक होंगे.

छह महीने का लॉक-इन
छह महीने के लॉक-इन में आने वाली कंपनियों का असर सबसे ज्यादा माना जा रहा है, क्योंकि इनमें शेयरों की संख्या काफी बड़ी है. दिसंबर के आखिर में ओसवाल पंप्स और एरिसइन्फ्रा सॉल्यूशंस के शेयर खुलेंगे. जनवरी में एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज के करीब 48 करोड़ शेयर और मार्च में अर्बन कंपनी के लगभग 94 करोड़ शेयर ट्रेडिंग के लिए पात्र हो जाएंगे.
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इतनी बड़ी संख्या में लॉक-इन एक्सपायरी से कुछ शेयरों में दबाव आ सकता है, खासकर अगर शुरुआती निवेशक मुनाफावसूली करते हैं. हालांकि, जिन कंपनियों का बिजनेस मजबूत है और ग्रोथ पर भरोसा है, वहां असर सीमित भी रह सकता है. निवेशकों के लिए जरूरी है कि वे सिर्फ अनलॉक की खबर देखकर फैसला न करें, बल्कि कंपनी की बुनियादी स्थिति, कमाई और भविष्य की रणनीति को ध्यान में रखकर निवेश करें.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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