Opening Bell: निफ्टी 26000 के ऊपर और सेंसेक्स 520 अंक ऊपर खुला, जानें- क्यों आई बाजार में बंपर तेजी
Share Market Open: भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के जल्द होने की उम्मीद से भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी 50, गुरुवार को जोरदार बढ़त के साथ खुले. एशियाई बाजारों में कमजोरी और अमेरिकी शेयर बाजार में रातोंरात गिरावट के बावजूद, घरेलू शेयर बाजार में चौतरफा खरीदारी के बीच तेजी आई.

Share Market Open: भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बन रही बातचीत के बीच गुरुवार 23 अक्टूबर को भारतीय शेयर मार्केट ने जोरदार अंदाज में शुरुआत की है. Gift Nifty में बीती रात और गुरुवार की सुबह के सत्र में 1.5% का जोरदार उछाल देखने को मिला.
कमजोर वैश्विक संकेतों के बावजूद, 23 अक्टूबर को भारतीय इंडेक्स बढ़त के साथ खुले और निफ्टी 26000 के ऊपर खुला. सेंसेक्स 520.61 अंक या 0.62 फीसदी बढ़कर 84,946.95 पर और निफ्टी 150.35 अंक या 0.58 फीसदी बढ़कर 26,018.95 पर ओपन हुआ.
टॉप गेनर्स और लूजर्स
लगभग 348 शेयरों में तेजी, 141 शेयरों में गिरावट और 58 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ. निफ्टी पर श्रीराम फाइनेंस, टेक महिंद्रा, टाइटन कंपनी, टीसीएस, टाटा स्टील टॉप गेनर्स रहे, जबकि मैक्स हेल्थकेयर, मारुति सुजुकी और अपोलो हॉस्पिटल्स में गिरावट दर्ज की गई.
ब्रॉडर मार्केट मिला-जुला नजर आया, क्योंकि निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 0.2% की बढ़त दर्ज की गई, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 0.1% की गिरावट दर्ज की गई. बैंक निफ्टी इंडेक्स 0.5% बढ़कर 58,200 के स्तर से ऊपर कारोबार कर रहा था.
सेक्टोरल इंडेक्स
सेक्टरों में, निफ्टी आईटी, निफ्टी प्राइवेट बैंक, निफ्टी एफएमसीजी और निफ्टी मेटल्स में अच्छी बढ़त देखी गई, जबकि निफ्टी रियल्टी और निफ्टी ऑयल एंड गैस सेक्टर लाल निशान में रहे.
5 दिनों में 3 फीसदी की उछाल
बेंचमार्क निफ्टी 50 और सेंसेक्स इंडेक्स दोनों पिछले पांच सत्रों में लगभग 3 फीसदी उछले हैं, जिसमें बैंकों और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे बड़े शेयरों के स्थिर दूसरी तिमाही के नतीजों से मदद मिली है.
अहम फैक्टर्स
- बैंकिंग, आईटी और कंज्यूमर-संबंधित सेक्टर्स में लगातार बढ़त के साथ बाजार का सेंटीमेंट पॉजिटिव नजर आ रहा है.
- मीडिया और फिनसर्व ने भी बढ़त में योगदान दिया.
- हालांकि, उपभोक्ता ड्यूरेबल्स वस्तुओं और पब्लिक सेक्टर्स के बैंकों में कमजोरी बनी रही, जो दोनों सेक्टर्स में प्रॉफिट बुकिंग और व्यापक इंडेक्स में मिली-जुली तेजी को दर्शाता है.
पिछले कुछ दिनों में हुई रिकॉर्ड बिक्री से कॉरपोरेट आय में सुधार की संभावना है. हाल ही में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) का खरीदारों की ओर रुख और शॉर्ट कवरिंग, ऐसे फैक्टर्स हैं जो तेजी को बढ़ावा दे सकते हैं.
भारत-अमेरिका व्यापार समझौता
भारत और अमेरिका जल्द ही एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं, जिसके तहत भारतीय निर्यात पर मौजूदा टैरिफ 50% से घटाकर 15% – 16% किया जा सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, भारत रूसी तेल के अपने आयात को धीरे-धीरे कम करने पर सहमत हो सकता है, जिसमें ऊर्जा और कृषि इस समझौते के प्रमुख बिंदु होंगे.
उत्साहजनक दूसरी तिमाही के नतीजे
रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे इंडेक्स के कुछ दिग्गज शेयरों के दूसरी तिमाही के अच्छे नतीजों ने निवेशकों की जोखिम उठाने की क्षमता में सुधार किया है. पिछले एक महीने में निफ्टी ईपीएस में गिरावट 1% की मामूली बढ़ोतरी के साथ स्थिर हुई है.
दिग्गज शेयरों में बढ़त
इंडेक्स के दिग्गज शेयरों, खासकर आईटी शेयरों में तेजी ने बेंचमार्क निफ्टी 50 को 26,000 के स्तर से ऊपर और सेंसेक्स को 85,000 के स्तर से ऊपर पहुंचा दिया. इंफोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाटा स्टील, एक्सिस बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आदि के शेयरों में एक-एक फीसदी से अधिक की तेजी आई.
FIIs की खरीदारी
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 21 अक्टूबर को लगातार पांचवें सत्र में अपनी खरीदारी का सिलसिला जारी रखा. उन्होंने 96.72 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) नेट बिकवाल रहे और उसी दिन 607.01 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के शेयर बेचे.
शॉर्ट-कवरिंग
भारतीय शेयर बाजार में भी हालिया कंसोलिडेशन के बाद शॉर्ट-कवरिंग की तेजी देखी जा रही है. इस शॉर्ट-कवरिंग से उन लार्जकैप शेयरों में तेज़ी आने की संभावना है जहां बड़ी शॉर्ट पोज़िशन हैं. कपड़ा शेयर, जिन पर दंडात्मक शुल्कों का असर पड़ा है, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की चर्चा के बीच बड़ी खरीदारी देखने को मिल सकती है.
Latest Stories

Cello के शेयर पर MOFSL ने लगाया बड़ा दांव, कहा- अब आ गया है जोरदार उछाल का समय, जानें- कितना है टारगेट

17 मल्टीबैगर्स ने चांदी की चमक को किया फीका, दिया 13052% तक का रिटर्न; RRP सेमीकंडक्टर सबसे आगे!

Waaree Energies पर विदेशी निवेशक फिदा, डबल कर दी हिस्सेदारी, मार्केट कैप एक लाख करोड़ के पार
