2 महीने में ₹2.3 लाख करोड़ का बूम! क्यों दौड़ रहे सरकारी बैंक स्टॉक्स, क्या फिर लौट आया गोल्डन दौर?

पिछले सिर्फ दो महीने में सरकारी बैंक स्टॉक्स में ₹2.3 लाख करोड़ का बूम आ चुका है. वहीं, इस दौरान Nifty PSU Bank Index 20% उछल चुका है. सरकारी बैंकों के स्टॉक्स में आ रहा यह उछाल कब तक चलेगा और यह रैली क्यों आ रही है जानते हैं.

बैंक स्टॉक Image Credit: money9live/CanvaAI

सिर्फ दो महीने में सरकारी बैंकों ने शेयर बाजार में जबरदस्त वापसी की है. अगस्त से अब तक पब्लिक सेक्टर बैंक स्टॉक्स का मार्केट कैप करीब ₹2.3 लाख करोड़ बढ़ चुका है. यही वजह है कि निवेशकों के बीच यह सवाल उठने लगा है कि क्या ये सिर्फ शॉर्ट टर्म रैली है या फिर सरकारी बैंकों के लिए नया बुल मार्केट शुरू हो चुका है?

रिकॉर्ड हाई पर PSU Bank इंडेक्स

Nifty PSU Bank Index अगस्त के बाद से करीब 20% चढ़ा है और मार्च के लो से लगभग 46% का रिटर्न दे चुका है. सभी सरकारी बैंकों का कुल मार्केट कैप अब लगभग ₹18 लाख करोड़ के पार पहुंच गया है, जो सेक्टर में चल रहे फंडामेंटल सुधार और पॉलिसी टेलविंड्स को दिखाता है.

इन बैंकों ने दिया धांसू रिटर्न

Indian Bank ने पिछले दो महीनों में शानदार 26% रिटर्न दिया है. Bank of India और Canara Bank 20% से ज्यादा उछले हैं. वहीं दिग्गज बैंक—SBI, PNB और Bank of Baroda—ने भी 14–16% की मजबूत तेजी दिखाई है. ऐसे वक्त में जब ब्रॉडर मार्केट में सुस्ती है, PSU बैंकों की यह रैली करना निवेशकों के लिए बड़ी बात है.

विदेशी पूंजी का बूस्टर

PSU बैंकों की इस तेजी के पीछे एक तरफ जहां सुधार हैं. वहीं, दूसरा बड़ा कारण सरकारी बैंकों में विदेशी निवेश की सीमा को बढ़ाना है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि केंद्र सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में विदेशी निवेश की सीमा को 20% से बढ़ाकर 49% तक बढ़ाने पर विचार कर रही है. यह निवेश की सीमा विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) दोनों के लिए हो सकती है.

क्या है ब्रोकरेज की राय?

Nuvama Institutional Equities की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर ये फैसला लागू होता है तो PSU बैंकों में करीब 4 अरब डॉलर यानी करीब 33,000 करोड़ रुपये तक का पैसिव कैपिटल इनफ्लो देखने को मिल सकता है. नीचे टेबल में देख सकते हैं. किस सरकारी बैंक के पास कितना इनफ्लो आने की उम्मीद है. Nuvama का कहना है कि MSCI इंडेक्स में भी इसका असर देखने को मिलेगा और अगर लिमिट बढ़ी तो पैसिव फ्लो “स्टेज-बाय-स्टेज” कई रिव्यू साइकिल में परिलक्षित होंगे.

बैंक का नामइनफ्लो (मिलियन डॉलर में)इनफ्लो (₹ करोड़ में)
State Bank of India (SBI)$2,203 million₹18,090 करोड़
Indian Bank$459 million₹3,810 करोड़
Bank of Baroda$362 million₹3,000 करोड़
Punjab National Bank (PNB)$355 million₹2,945 करोड़
Canara Bank$305 million₹2,530 करोड़
Union Bank of India$294 million₹2,440 करोड़

नुवामा के मुताबिक इस बदलाव का सबसे बड़ा फायदा SBI को मिलेगा, जिसे 2.20 अरब डॉलर तक का इनफ्लो देखने को मिल सकता है. इसके अलावा रिपोर्ट में बताया गया है कि सरकार और RBI के बीच इस प्रस्ताव पर बातचीत जारी है और अगर इसे मंजूरी मिलती है, तो विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है. सरकार की योजना के मुताबिक, PSU बैंकों में सरकार की हिस्सेदारी 51% से कम नहीं की जाएगी.

बढ़ती विदेशी दिलचस्पी

हाल के सौदों से साफ है कि भारत के बैंकिंग सेक्टर में विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है. दुबई के Emirates NBD ने हाल ही में RBL Bank में 3 अरब डॉलर का निवेश किया है, जबकि जापान के Sumitomo Mitsui Banking Corp ने Yes Bank में 1.6 billion अरब डॉलर की हिस्सेदारी खरीदी और बाद में 4.99% हिस्सेदारी और बढ़ाई है.

क्या ये रैली टिकेगी?

एक्सपर्ट्स का मानना है कि PSU बैंकों में अब भी चुनिंदा अच्छे अवसर हैं. खासतौर पर बड़े बैंकों में जिनकी रिटेल लोन और डिपॉजिट फ्रेंचाइज मजबूत है. उनके मुताबिक, बैंकिंग सेक्टर के वैल्यूएशन आकर्षक हैं और रिटर्न रेश्यो में सुधार की संभावना है.

सावधानी भी जरूरी

Emkay Global के मुताबिक निवेशकों सतर्कता बरतनी चाहिए. PSU बैंक H2FY26 में भले मजबूत दिखें, लेकिन FY27 में ग्रोथ की रफ्तार थम सकती है. ट्रेजरी इनकम में कमी और नई वेज एग्रीमेंट से ऑपरेटिंग कॉस्ट बढ़ेगी, जिससे ROA और ROE पर दबाव आएगा. उनके अनुसार, अभी के वैल्यूएशन आकर्षक तो हैं, पर लंबी अवधि की री-रेटिंग की संभावना सीमित है.

जारी रह सकती है हलचल

बहरहराल, PSU बैंक स्टॉक्स ने 2025 में जो कमबैक किया है, वो बाजार के लिए किसी सरप्राइज से कम नहीं. जहां एक ओर विदेशी निवेश की संभावनाएं और नीतिगत सपोर्ट इसे मजबूत कर रहे हैं, वहीं कुछ विशेषज्ञ इसके टिकने पर सवाल भी उठा रहे हैं. मोटे तौर पर सरकारी बैंकों के शेयरों में हलचल अभी खत्म नहीं हुई है, असली कहानी आगे के महीनों में तय होगी.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.