SBI Q2 Results: मुनाफा 10% बढ़कर 20160 करोड़ रुपये पर पहुंचा, NII में 3 फीसदी से ज्यादा उछाल

SBI का Q2 FY26 मुनाफा 10% बढ़कर 20,160 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. इसके अलावा कंपनी की एसेट क्वालिटी में भी सुधार देखने को मिला है. इसके अलावा नेट इंट्रेस्ट इनकम (NII) में भी सालाना आधार पर 3 फीसदी से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है.

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देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने सितंबर तिमाही (Q2 FY26) के नतीजे जारी कर दिए हैं. बैंक ने बाजार अनुमानों को पीछे छोड़ते हुए नेट प्रॉफिट में 10 फीसदी की ग्रोथ रिपोर्ट की है. यह बढ़कर 20,160 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. बैंक के नेट प्रॉफिट में बढ़त मुख्य रूप से Yes Bank में हिस्सेदारी बेचने से हुई भारी कमाई के चलते मिली है. हालांकि, इस दौरान बैंक की एसेट क्वालिटी में भी सुधार दर्ज किया गया है, हालांकि नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में गिरावट देखी गई है. मोटे तौर पर SBI के Q2 नतीजों से स्टेबल ऑपेरशन की झलक दिखती है. हालांकि NIM में गिरावट और बढ़े हुए प्रोविजनिंग से बैंक के ऑपरेटिंग मार्जिन पर असर पड़ा है.

Yes Bank से कितना फायदा?

SBI ने 17 सितंबर, 2025 को Yes Bank में अपनी 13.18 फीसदी हिस्सेदारी 21.50 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बेची. इस सौदे से बैंक को 4,593.22 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ, जिसे एक्सेप्शनल आइटम में दिखाया गया है और जल्द ही इसे कैपिटल रिजर्व में ट्रांसफर किया जाएगा. स्टेक सेल के बाद SBI की Yes Bank में हिस्सेदारी घटकर 10.78 फीसदी रह गई है, जिसे बैंक अब भी एसोसिएट इन्वेस्टमेंट के तौर पर क्लासीफाई कर रहा है.

नेट इंटरेस्ट इनकम बढ़ी

किसी भी बैंक की सबसे अहम कमाई उसकी नेट इंट्रेस्ट इनकम (NII) होती है. जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक की NII 3.3 फीसदी बढ़कर 42,985 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 41,620 करोड़ रुपये थी. हालांकि, इस दौरान घरेलू नेट इंट्रेस्ट मार्जिन (NIM) घटकर 3.09% पर आ गया, जो पिछले साल 3.27% रहा था.

एसेट क्वालिटी में सुधार

SBI का Gross NPA रेश्यो घटकर 1.73% रह गया है, जो पिछली तिमाही में 1.83% रहा था. वहीं, ग्रॉस NPA घटकर 76,243 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि पिछली तिमाही में यह 78,039.7 करोड़ रुपये था. इसके अलावा नेट NPA रेश्यो 0.47% से घटकर 0.42% हो गया है. जबकि, नेट NPA भी घटकर 18,460 करोड़ रुपये पर आ गया, जो पिछली तिमाही में 19,908 करोड़ रुपये था.

प्रोविजन में बढ़ोतरी

SBI का प्रोविजन इस तिमाही में बढ़कर 5,400 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछली तिमाही में 4,757 करोड़ रुपये था.
हालांकि, प्री-प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PPOP) तिमाही दर तिमाही (Q-o-Q) 10.6% और साल दर साल (Y-o-Y) 6.77% घटा है. वहीं, बैंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालाना आधार पर 8.91% बढ़कर 31,904 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल Q2 FY25 में यह 29,294 करोड़ रुपये था.

रिटेल लोन सेगमेंट में मजबूती

व्होल बैंक एडवांसेज सालाना आधार पर 12.73% बढ़ी है, जबकि डोमेस्टिक Advances 12.32% बढ़ी. बैंक के रिटेल एडवांसेस में 15.09% की सालाना वृद्धि हुई है, जिसमें SME एडवांसेस 18.78%, एग्री एडवांसेस 14.23% और पर्सनल एडवांसेस 14.09% बढ़े हैं.

इंटरेस्ट इनकम और खर्च में इजाफा

बैंक की इंटरेस्ट इनकम इस तिमाही में 5% बढ़कर 1,19,654 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल समान अवधि में यह 1,13,871 करोड़ रुपये थी. वहीं, ब्याज पर खर्च 6% बढ़कर 76,670 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 72,251 करोड़ रुपये था.