ED के ऐक्शन के बाद धड़ाम हुए अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयर, Reliance Infrastructure के स्टॉक में लगा लोवर सर्किट
ईडी द्वारा अनिल अंबानी समूह की ₹3,084 करोड़ की संपत्तियां जब्त किए जाने के बाद रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई. रिलायंस इन्फ्रा 5% लोअर सर्किट पर बंद हुआ, जबकि रिलायंस पावर 5.43% गिरा .
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में बिजनेसमैन अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप से जुड़ी 40 से ज्यादा प्रॉपर्टीज को अटैच कर दिया है. इन प्रॉपर्टीज में अनिल अंबानी का मुंबई का पाली हिल वाला घर भी शामिल है. अटैच की गई प्रॉपर्टीज की कुल वैल्यू 3,084 करोड़ रुपए बताई जा रही है. ED के इस ऐक्शन के बाद सोमवार को अनिल अंबानी की कंपनियों Reliance Power और Reliance Infrastructure के शेयरों में को भारी गिरावट आई और Reliance Infrastructure में लोवर सर्किट लग गया.
कितनी गिरावट आई
Reliance Infrastructure के शेयर में सोमवार को 5 का लोवर सर्किट लगा. इसका शेयर BSE पर 214.55 रुपये के प्रीवियस क्लोज से 4.99% टूटकर 203.85 रुपये पर बंद हुआ और इसका मार्केट कैप नीचे गिरकर 8,329.95 करोड़ रुपये पर आ गया.

सोर्स- GROWW
Reliance Power में बड़ी गिरावट आई. इसका शेयर सोमवार को BSE पर 43.90 रुपये के प्रीवियस क्लोज से 5.43% फिसलकर 43.90 रुपये पर बंद हुआ और कंपनी का मार्केट कैप नीचे गिरकर 18,156.03 करोड़ रुपये पर आ गया.

सोर्स- GROWW
अनिल अंबानी की ये सम्पत्तियां की गईं अटैच
ईडी ने आठ शहरों में रेजिडेंशियल, कमर्शियल और लैंड एसेट्स को जब्त किया है.
- नई दिल्ली के महाराजा रणजीत सिंह मार्ग पर स्थित 3.7 एकड़ का लीज प्लॉट (Reliance Centre) – अनुमानित मूल्य ₹2,162.74 करोड़, जो इस कार्रवाई का सबसे बड़ा हिस्सा है.
- गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश: 1 संपत्ति – ₹55.78 करोड़
- नोएडा, उत्तर प्रदेश: 6 फ्लैट – कुल ₹5.25 करोड़
- हैदराबाद, तेलंगाना: 2 फ्लैट – ₹2.67 करोड़ से अधिक
- ईस्ट गोदावरी जिला, आंध्र प्रदेश: 13 संपत्तियां – कुल ₹86.93 करोड़ से अधिक
- मुंबई (चर्चगेट), महाराष्ट्र: वीर नरिमन रोड स्थित गवर्नमेंट एस्टेट में 1 फ्लैट और 1 ऑफिस – ₹33.265 करोड़
- पुणे (कादोलकर कॉलोनी, मुकुंद), महाराष्ट्र: सतारा रोड पर 1 ऑफिस – ₹1 करोड़ से अधिक
- ठाणे जिला, महाराष्ट्र: 3 फ्लैट – ₹81.62 लाख
- मोरमुगाओ, दक्षिण गोवा: 2 संपत्तियां – ₹153.48 करोड़ से अधिक
क्या है पूरा मामला
ED ने अपनी जांच में पाया है कि रिलायंस होम फाइनेंस (RHFL) और रिलायंस कॉमर्शियल फाइनेंस (RCFL) में बड़े पैमाने पर फंड्स का गलत इस्तेमाल हुआ है. 2017 से 2019 के बीच यस बैंक ने RHFL में 2,965 करोड़ और RCFL में 2,045 करोड़ का इन्वेस्टमेंट किया था लेकिन दिसंबर 2019 तक ये अमाउंट नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) बन गए. RHFL का 1,353 करोड़ और RCFL का 1,984 करोड़ अभी तक बकाया है. कुल मिलाकर यस बैंक को 2,700 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ. ED ने बयाया है कि ये फंड्स रिलायंस ग्रुप की दूसरी कंपनियों में डायवर्ट किए गए. लोन अप्रूवल प्रोसेस में भी कई गड़बड़ियां मिलीं.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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