इस ट्रांसफार्मर स्टॉक में 32% की बड़ी गिरावट! जानिए क्यों टूटा निवेशकों का भरोसा; क्या अब भी मौका?
पिछले कुछ महीनों में Voltamp Transformers के शेयर में लगभग 38 फीसदी तक की गिरावट देखी गई है. यह गिरावट कंपनी के 52-सप्ताह के हाई से है. कंपनी का शेयर इस समय करीब 7128.50 रुपये पर बंद हुआ. यह पिछले दिन से लगभग 0.66 फीसदी ऊपर था. लेकिन अगर 52-सप्ताह के हाई 11548 रुपये से तुलना करें तो यह अभी भी लगभग 37 फीसदी नीचे ट्रेड कर रहा है.
Transformer stock: पिछले एक साल में Voltamp Transformers के शेयर में लगभग 32 फीसदी तक की गिरावट देखी गई है. यह गिरावट कंपनी के 52-सप्ताह के हाई से है. कंपनी का शेयर इस समय करीब 7781.00 रुपये पर बंद हुआ. अगर 52-सप्ताह के हाई 11547.65 रुपये से तुलना करें तो यह अभी भी लगभग 32.62 फीसदी नीचे ट्रेड कर रहा है. कंपनी का मौजूदा मार्केट कैपिटलाइजेशन करीब 7212 करोड़ रुपये है.
Voltamp Transformers Limited इलेक्ट्रिकल ट्रांसफॉर्मर बनाती है. यह कंपनी कई तरह के ट्रांसफॉर्मर तैयार करती है. इसमे ऑयल-फिल्ड पावर और डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर, ड्राई-टाइप ट्रांसफॉर्मर, इंडक्शन फर्नेस ट्रांसफॉर्मर और स्विचगियर सॉल्यूशंस शामिल है. यानी यह कंपनी बिजली वितरण और औद्योगिक इस्तेमाल में आने वाले ट्रांसफॉर्मरों का एक बड़ा नाम है.
कंपनी का हालिया प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1FY26) में Voltamp ने 424 करोड़ रुपये की रेवेन्यू दर्ज की है. यह पिछले साल की समान तिमाही 428 करोड़ रुपये से थोड़ी कम है. यानी बिक्री में हल्की गिरावट रही. वहीं, कंपनी का नेट प्रॉफिट 79 करोड़ रुपये से बढ़कर 80 करोड़ रुपये हुआ. यह बढ़ोतरी बहुत मामूली रही. कंपनी का EBITDA यानी ऑपरेटिंग प्रॉफिट 76 करोड़ रुपये से घटकर 73 करोड़ रुपये पर आ गया, जबकि ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 18 फीसदी से घटकर 17 फीसदी हो गया.
कंपनी का खर्च बढ़ा है और मार्जिन थोड़ा कम हुआ है. हालांकि Profit Before Tax में मामूली बढ़त हुई है. यह 101 करोड़ रुपये से बढ़कर 105 करोड़ रुपये हुआ है. अगर रिटर्न की बात करें तो कंपनी का Return on Equity (ROE) 21.7 फीसदी और Return on Capital Employed (ROCE) 29.1 फीसदी है. कंपनी का P/E रेशियो 21.84 है, जबकि इंडस्ट्री औसतन 49.98 के आसपास ट्रेड कर रही है. यानी शेयर महंगे वैल्यूएशन पर नहीं है.
गिरावट के मुख्य कारण
इस तेज गिरावट के पीछे कई कारण हैं. सबसे बड़ा झटका प्रमोटर की हिस्सेदारी में कमी से लगा. सितंबर 2025 में प्रमोटर कुंजल पटेल ने लगभग 7.88 लाख शेयर, जो कंपनी की करीब 7 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर हैं. इस डील की कीमत करीब 556 करोड़ रुपये रही. इस कदम से निवेशकों में चिंता बढ़ गई कि शायद प्रमोटर को कंपनी के भविष्य पर भरोसा कम है. जून 2025 में उनकी हिस्सेदारी 37.8 फीसदी थी, लेकिन सितंबर तक यह घटकर 30 फीसदी रह गई. प्रमोटर द्वारा इतनी बड़ी बिक्री को बाजार ने नकारात्मक संकेत के रूप में लिया. वहीं, कंपनी की बिक्री में गिरावट और मुनाफे में बहुत मामूली बढ़ोतरी से भी निवेशक प्रभावित हुए. जब किसी कंपनी की कमाई में तेजी नहीं दिखती और प्रमोटर शेयर बेच देते हैं, तो बाजार आमतौर पर सतर्क हो जाता है.
सेक्टर से जुड़ी चुनौतियां
सिर्फ Voltamp ही नहीं, बल्कि हाल के हफ्तों में कैपिटल गुड्स और पावर इक्विपमेंट सेक्टर में भी सुधार देखा गया है. पिछले एक साल में इन सेक्टरों के शेयरों में तेज रैली आई थी, लेकिन अब निवेशक मुनाफा वसूल रहे हैं. इसके अलावा, कई निवेशक अब अपनी पूंजी नए और तेज़ी से बढ़ते क्षेत्रों जैसे रिन्यूएबल एनर्जी और स्मार्ट एनर्जी सॉल्यूशंस की ओर मोड़ रहे हैं. इससे पारंपरिक ट्रांसफॉर्मर कंपनियों पर दबाव बन रहा है.
शेयरहोल्डिंग पैटर्न
सितंबर 2025 तक कंपनी की शेयरहोल्डिंग में प्रमोटर की हिस्सेदारी 30 फीसदी, विदेशी निवेशकों (FIIs) की 22.9 फीसदी, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) की 29.69 फीसदी, सरकार की 0.05 फीसदी और आम जनता की 17.39 फीसदी हिस्सेदारी है. Voltamp Transformers के शेयर में आई गिरावट के पीछे प्रमोटर की हिस्सेदारी में कमी, सेक्टर में कमजोरी, और मुनाफे में धीमी बढ़ोतरी जैसे कारण हैं. हालांकि कंपनी के फंडामेंटल अभी भी मजबूत हैं, लेकिन बाजार की भावनाएं फिलहाल सावधानी भरी हैं.
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