मर्जर की खबर से उछला इस सरकारी बैंक का शेयर, ब्रोकरेज है बुलिश; कहा- खरीद लें… आएगी बंपर तेजी
BOB Share Price Target: सरकार कुछ पब्लिक सेक्टर के बैंकों का विलय और छोटे बैंकों के प्राइवेटाइजेशन के लिए प्लान तैयार कर रही है. शेयर अभी भी अपने ऑल टाइम हाई लेवल से काफी नीचे कारोबार कर रहा है. हालांकि, इस साल अब तक 20 फीसदी से अधिक की तेजी दर्ज की गई है.
BOB Share Price Target: बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर में सोमवार 3 नवंबर के कारोबारी सत्र में 4 फीसदी से अधिक तेजी दर्ज की गई. शेयरों में तेजी के पीछे बैंकों के मर्जर की खबर है. दरअसल, सरकार कुछ पब्लिक सेक्टर के बैंकों का विलय और छोटे बैंकों के प्राइवेटाइजेशन के लिए प्लान तैयार कर रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया (BOI) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BOM) को पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) जैसे बड़े बैंकों के साथ इंटीग्रेट किया जा सकता है. ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर (PL) बैंक ऑफ बड़ौदा पर बुलिश नजर आ रहा है.
स्थिर तिमाही
ब्रोकरेज फर्म ने कहा, ‘बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक स्थिर तिमाही देखी है. जबकि बैक-एंडेड लोन ग्रोथ के कारण नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 1.8 फीसदी कम था. आईटी रिटर्न के लिए एडजस्टेड नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) तिमाही दर तिमाही लगभग 2.85 फीसदी पर स्थिर रहा, जो एक पॉजिटिव स्थिति थी, क्योंकि NIM में गिरावट की उम्मीद थी. बैंक को कॉरपोरेट के नेतृत्व में वित्त वर्ष 26 की दूसरी छमाही में लोन ग्रोथ तेजी की उम्मीद थी.’
कितना है टारगेट प्राइस?
ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि हम NIM पर सतर्क हैं, क्योंकि कॉरपोरेट ग्रोथ पर नेट इंटरेस्ट मार्जिन पर दबाव डाल सकती है. एसेट्स क्वालिटी लगातार अच्छी बनी हुई है, जिसके चलते 8.0 अरब रुपये के क्रेडिट कॉस्ट में कमी आई है, जिससे बैंक को 4 अरब रुपये (वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में 10 अरब रुपये) का अस्थायी प्रावधान बनाने में मदद मिली ताकि धीरे-धीरे ईसीएल की ओर रुख किया जा सके. बैंक को ईसीएल के कारण सीआरएआर/क्रेडिट कॉस्ट पर 125/25 बेसिस प्वाइंट का प्रभाव पड़ने की उम्मीद है.
जबकि रिस्क वेटेज सर्कुलर के कारण प्रभाव 60 बेसिस प्वाइंट का हो सकता है. सितंबर 2025 तक अस्थायी प्रावधान लगभग 8 बेसिस प्वाइंट का था. हम मल्टीपल को 1.0x पर रखते हैं, लेकिन टारगेट प्राइस को 270 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये कर रहे हैं और ‘बाय’ कॉल को बरकरार रखते हैं.
बेहतर एसेट्स क्वालिटी और PAT में उछाल
बेहतर एसेट्स क्वालिटी के कारण कोर प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) में बढ़ोतरी हुई. नेट इंटरेस्ट इनकम 111.8 अरब रुपये (नेट इनकम 113.8 अरब रुपये) रही, क्योंकि आईटी रिफंड के लिए एडजस्टेड नेट इंटरेस्ट इनकम 2.65 फीसदी (PLe 2.70%) पर थोड़ा कम था. लोन के बाद प्रॉफिट-लॉस रेश्यो (LDR) तिमाही-दर-तिमाही 82.7 फीसदी से बढ़कर 83.9 फीसदी हो गया. ऑपरेशनल एक्सपेंडिचर 78.9 अरब रुपये रहा जो कम कर्मचारी लागत के कारण नेट इनकम से 3.4 फीसदी कम था. कोर PPoP 58.3 अरब रुपये रहा जो PLe से 8.6 फीसदी कम था. कोर प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) पीएलई से 5.9 फीसदी अधिक 34.8 अरब रुपये था. PAT 48.1 अरब रुपये था.
कैसी रही है इस साल शेयर की चाल?
बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर, हालांकि अभी भी अपने ऑल टाइम हाई लेवल से काफी नीचे कारोबार कर रहा है. बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर में इस साल अब तक 20 फीसदी से अधिक की तेजी दर्ज की गई है. पिछले पांच दिनों में यह स्टॉक 5 फीसदी से अधिक उछला है. सोमवार के कारोबार में बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर 4.54 फीसदी की तेजी के साथ 291.05 रुपये पर कारोबार कर रहे थे.
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